भाकपा राष्ट्रीय सम्मेलन : ‘भाजपा का विकल्प’ पेश करना मुख्य एजेंडा
विजयवाड़ा में तीन दशकों के अंतराल के बाद 97 साल पुराना दल पार्टी का राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित कर रहा है। पार्टी द्वारा जारी समय सारिणी के अनुसार, ‘पांच दिवसीय सम्मेलन 14 अक्टूबर को जन रैली और बैठक के साथ शुरू होगा। इसके बाद राष्ट्रीय कार्यकारिणी और राष्ट्रीय परिषद की बैठकें होंगी।’
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) का 24वां राष्ट्रीय सम्मेलन शुक्रवार को आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में शुरू होगा, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार को हटाने और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का विकल्प पेश कर ‘‘देश को बचाने’’ का आह्वान किया जाएगा। भाकपा चाहती है कि सभी क्षेत्रीय दल एकजुट होकर भाजपा को हराएं। भाकपा महासचिव डी राजा ने सम्मेलन की पूर्व संध्या पर कहा, ‘‘भाजपा का एक विकल्प पेश करना पार्टी सम्मेलन में हमारी चर्चा का मुख्य एजेंडा होगा। हमें देश को भाजपा से बचाने की जरूरत है और जब तक हम मोदी सरकार को नहीं हटाते, तब तक राहत नहीं मिलेगी।’’
विजयवाड़ा में तीन दशकों के अंतराल के बाद 97 साल पुराना दल पार्टी का राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित कर रहा है। पार्टी द्वारा जारी समय सारिणी के अनुसार, ‘‘पांच दिवसीय सम्मेलन 14 अक्टूबर को जन रैली और बैठक के साथ शुरू होगा। इसके बाद राष्ट्रीय कार्यकारिणी और राष्ट्रीय परिषद की बैठकें होंगी।’’ स्वागत समिति के महासचिव के रामकृष्ण के मुताबिक, पूरे भारत के भाकपा नेताओं के अलावा कम से कम 17 देशों के कम्युनिस्ट प्रतिनिधि राष्ट्रीय सम्मेलन में शामिल होंगे।
रूस, चीन, बांग्लादेश, नेपाल, क्यूबा, यूनान, फ्रांस, तुर्की, ब्रिटेन और पुर्तगाल जैसे देशों के कम्युनिस्ट प्रतिनिधियों के इसमें शिरकत करने की उम्मीद है। सम्मेलन का उद्घाटन सत्र 15 अक्टूबर को पूर्वाह्न 11 बजे होगा, जिसमें सीताराम येचुरी (मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी), दीपांकर भट्टाचार्य (भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी)और जी देवराजन (ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक) जैसे शीर्ष नेता हिस्सा लेंगे। प्रतिनिधियों का सत्र 15 अक्टूबर की दोपहर को आयोजित किया जाएगा, जिसमें मसौदा राजनीतिक प्रस्ताव, राजनीतिक समीक्षा रिपोर्ट और संगठन पर एक रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी।
तीसरे दिन पहले के दिनों में प्रस्तुत की गई रिपोर्ट पर चर्चा की जाएगी। चार दलीय आयोग 17 अक्टूबर की सुबह राजनीतिक संकल्प, राजनीतिक समीक्षा रिपोर्ट, संगठन एवं पार्टी कार्यक्रम और संविधान पर विचार करेगा। आयोग की रिपोर्ट दोपहर को प्रतिनिधियों के सत्र में पेश की जाएगी। भाकपा सम्मेलन में 18 अक्टूबर को विभिन्न रिपोर्ट पारित की जाएंगी, जिसके बाद केंद्रीय नियंत्रण आयोग और राष्ट्रीय परिषद का चुनाव होगा। नयी राष्ट्रीय परिषद इसके बाद राष्ट्रीय कार्यकारिणी और पार्टी महासचिव का चयन करेगी।
अन्य न्यूज़