कांग्रेस ने तेलंगाना के लिए 45 उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी की, अजहरुद्दीन को जुबली हिल्स से टिकट

तेलंगाना में भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की सरकार है। कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उसे चुनौती देने का प्रयास कर रही हैं। राज्य में 2018 में हुए पिछले विधानसभा चुनावों में बीआरएस (तत्कालीन टीआरएस) ने 88 सीट जीतकर अपनी सत्ता बरकरार रखी थी। वहीं, कांग्रेस को 19 और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) को सात सीट पर जीत मिली थी। भाजपा को सिर्फ एक सीट से संतोष करना पड़ा था।
कांग्रेस ने 30 नवंबर को होने वाले तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए शुक्रवार को 45 उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी की, जिसमें भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन, दिवंगत लोक गायक गद्दर की बेटी जी वी वेन्नेला का नाम भी शामिल है। पूर्व सांसदों मधु याशकी गौड़, पोन्नम प्रभाकर और पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी को भी चुनाव में उतारा गया है। पार्टी की ओर से घोषित उम्मीदवारों की सूची के अनुसार, अजहरुद्दीन को हैदराबाद शहर के जुबली हिल्स विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया गया है। वह उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद संसदीय क्षेत्र से लोकसभा सदस्य रह चुके हैं। कोमाटिरेड्डी राज गोपाल रेड्डी को मुनुगोडे से मैदान में उतारा गया है, जिसका उन्होंने पूर्व में प्रतिनिधित्व किया था। उन्होंने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) छोड़ दी और शुक्रवार को फिर से कांग्रेस में शामिल हो गए।
रेड्डी के कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल होने के कारण पिछले साल मुनुगोडे में उपचुनाव हुआ था, जिसमें वह हार गए थे। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ नेता मधु गौड़ याक्षी को लाल बहादुर नगर, के. राजगोपाल रेड्डी को मुनुगोडे, मुरली नाइक को महबूबाबाद और रॉबिन रेड्डी को अंबरपेट से टिकट दिया गया है। गद्दर की बेटी वेन्नेला सिकंदराबाद कैंट-एससी निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगी। कांग्रेस तेलंगाना की कुल 119 सीट में से 100 पर अपने उम्मीदवार घोषित कर चुकी है। तेलंगाना में 119 विधानसभा सीट के लिए एक चरण में, 30 नवंबर को मतदान होगा, जबकि मतगणना तीन दिसंबर को होगी। कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) ने तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के चयन पर शुक्रवार को फिर से चर्चा की थी। सीईसी ने बुधवार को भी तेलंगाना को लेकर बैठक की थी।
तेलंगाना में भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की सरकार है। कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उसे चुनौती देने का प्रयास कर रही हैं। राज्य में 2018 में हुए पिछले विधानसभा चुनावों में बीआरएस (तत्कालीन टीआरएस) ने 88 सीट जीतकर अपनी सत्ता बरकरार रखी थी। वहीं, कांग्रेस को 19 और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) को सात सीट पर जीत मिली थी। भाजपा को सिर्फ एक सीट से संतोष करना पड़ा था।
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