Nitish Kumar Birthday: हार को जीत में बदलने का हुनर रखते हैं CM नीतीश कुमार, आज मना रहे 73वां जन्मदिन

Nitish Kumar Birthday
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बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज यानी की 1 मार्च को अपना 73वां जन्मदिन मना रहे हैं। आपको बता दें कि वह बिहार के सबसे लोकप्रिय और कद्दावर नेताओं में से एक हैं।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज यानी की 1 मार्च को अपना 73वां जन्मदिन मना रहे हैं। आपको बता दें कि वह बिहार के सबसे लोकप्रिय और कद्दावर नेताओं में से एक हैं। इसके अलावा वह बिहार के सबसे ज्यादा बार सीएम होने का रिकॉर्ड भी अपने नाम कर चुके हैं। अगर नीतीश कुमार की पार्टी के नेता जीतन राम मांझी के कुछ महीनों के कार्यकाल को हटा दिया जाए, तो नीतीश कुमार लगभग 16 सालों से बिहार के मुख्यमंत्री बने हुए हैं। तो आइए जानते हैं उनके जन्मदिन के मौके पर बिहार के सीएम नीतीश कुमार के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में...

जन्म और शिक्षा

बिहार के बख्तियारपुर में सीएम नीतीश कुमार का जन्म 01 मार्च 1951 को हुआ था। शुरूआती शिक्षा पूरी होने के बाद और राजनीति में प्रवेश करने से पहले नीतीश ने इंजीनियरिंग की डिग्री पूरी की। इसके बाद वह बिहार राज्य विद्युत बोर्ड में नौकरी करने लगे।

राजनीतिक सफर

नीतीश कुमार शुरूआती सालों में राम मनोहर लोहिया, जयप्रकाश नारायण, कर्पुरी ठाकुर, वीपी सिंह आदि से जुड़े। फिर साल 1974 से 1977 तक वह जयप्रकाश नारायण के आंदोलन में सक्रिय रहे। वह सत्येंद्र नारायण सिन्हा वाली जनता पार्टी में शामिल हो गए। इस दौरान उन्होंने कुछ सालों तक केंद्रीय रेल मंत्री, कृषि मंत्री और परिवहन मंत्री के रूप में भी काम किया। 

वहीं गैसल ट्रेन दुर्घटना के बाद उन्होंने केंद्रीय रेल मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया। केंद्रीय रेल मंत्री के पद पर रहते हुए उन्होंने आंतरिक टिकट बुकिंग सुविधा और टिकटों की तत्काल बुकिंग के लिए तत्काल योजना समेत कई सुधार कार्य किए। बता दें कि साल 2004 के लोकसभा चुनाव में नीतीश कुमार ने नालंदा और बाढ़ से चुनाव लड़ा था। हांलाकि इस दौरान वह अपनी पारंपरिक निर्वाचन सीट बाढ़ से हार गए और नालंद से जीत हासिल की। 

बिहार के सीएम

नीतीश कुमार ने बिहार के सबसे ज्यादा बार सीएम बने जाने का रिकॉर्ड खुद के नाम किया है। वह साल 2000 में पहली बार बिहार के मुख्यमंत्री बने थे। लेकिन इस दौरान उनकी सरकार सिर्फ 7 दिन ही टिक सकी थी। जब साल 1998 में शरद यादव और नीतीश कुमार एक साथ आए, तब जाकर जेडीयू पार्टी बनी थी। साल 2000 से लेकर अब तक वह कुल 8 बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले चुके हैं। वह करीब 23 सालों से बिहार के मुख्यमंत्री बनते आ रहे हैं। 

बीजेपी नेताओं का अहम रोल

प्राप्त जानकारी के अनुसार, बीजेपी के दो बड़े नेताओं का नीतीश कुमार को बिहार का सीएम बनाने में काफी अहम रोल रहा है। यह नेता और कोई नहीं बल्कि लाल कृष्ण आडवाणी और दिवंगत नेता अरुण जेटली थे। बता दें कि वाजपेयी जी की सरकार में नीतीश कुमार पहली बार केंद्रीय मंत्रीमंडल में शामिल हुए थे। वहीं बिहार में लालू प्रसाद यादव की सरकार गिराने के लिए बीजेपी और जेडीयू ने गठबंधन कर लिया और आपसी सहमति के बाद नीतीश कुमार की चेहरा आगे किया गया।

हांलाकि यह इतना भी आसान नहीं था। क्योंकि बीजेपी और जेडीयू के कई नेता नीतीश कुमार के चेहरे के खिलाफ थे। लेकिन जेटली और आडवाणी ने इस दौरान अहम भूमिका निभाई और नीतीश कुमार के चेहरे को आगे किया। इस तरह से आडवाणी और जेटली के सहयोग से नीतीश पहली बार बिहार के मुख्यमंत्री बने थे।

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