CM Himanta: केंद्र से पत्नी के पैसे लेने का सबूत देने पर कोई भी सजा स्वीकार करने के लिए तैयार हूं
मुख्यमंत्री की पत्नी रिंकी भुइयां शर्मा ने कहा कि वह उनकी कंपनी के खिलाफ ‘‘मिथ्या अभियान’’ चलाने को लेकर कांग्रेस सांसद के विरुद्ध 10 करोड़ रुपये की मानहानि का मुकदमा दायर करेंगी।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने बृहस्पतिवार को कहा कि केंद्र सरकार से उनकी पत्नी के पैसे लेने का कोई सबूत दिए जाने पर वह कोई भी सजा स्वीकार करने के लिए तैयार हैं जिसमें सार्वजनिक जीवन से संन्यास लेना भी शामिल है। लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई ने बुधवार को आरोप लगाया था कि
मुख्यमंत्री की पत्नी की कंपनी को कर्ज से जुड़ी रियायत के तौर पर 10 करोड़ रुपये मिले। मुख्यमंत्री ने गोगोई के खिलाफ अदालत जाने की धमकी दी। इसके कुछ घंटे बाद मुख्यमंत्री की पत्नी रिंकी भुइयां शर्मा ने कहा कि वह उनकी कंपनी के खिलाफ ‘‘मिथ्या अभियान’’ चलाने को लेकर कांग्रेस सांसद के विरुद्ध 10 करोड़ रुपये की मानहानि का मुकदमा दायर करेंगी।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस ने कहा कि यह मुकदमा केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल के खिलाफ दायर किया जाना चाहिए क्योंकि संसद में उनके जवाब ने ‘‘सच का पर्दाफाश’’ कर दिया है।
मुख्यमंत्री ने लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई के एक पोस्ट के जवाब में ‘एक्स’ पर पोस्ट किया , ‘‘मैं फिर इस बात पर जोर देना चाहता हूं कि न तो मेरी पत्नी और न ही कंपनी (जिससे वह जुड़ी हैं) ने भारत सरकार से कोई राशि प्राप्त की है या इसका दावा किया है। अगर कोई व्यक्ति सबूत दे सके तो मैं सार्वजनिक जीवन से संन्यास सहित कोई भी सजा स्वीकार करने को तैयार हूं।’’
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल के जवाब को कांग्रेस नेता द्वारा एक्स पर पोस्ट किए जाने के बाद बुधवार से ही गोगोई और शर्मा के बीच जुबानी जंग छिड़ी हुई है।
गोयल ने लोकसभा में 22 मार्च, 2023 को असम के भाजपा सांसद पल्लब लोचन दास द्वारा पूछे गए एक सवाल का जवाब दिया था। गोगोई ने कहा, ‘‘क्या माननीय मुख्यमंत्री केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल से शिकायत कर रहे हैं? वह कह रहे हैं कि गोयल ने शर्मा की पत्नी को केवल अनुदान की मंजूरी दी, लेकिन राशि जारी नहीं की।भाजपा के कितने और नेताओं ने प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (पीएमकेएसवाई) का इस्तेमाल अपने परिवारों को संपन्न बनाने में किया?’’
हिमंत विश्व शर्मा ने एक पोस्ट में गोगोई के पिता एवं पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई का नाम लिए बगैर कहा कि कोरोना वायरस महामारी के दौरान ‘‘असम के दिग्गज नेताओं में से एक को कोविड-19 के बाद कुछ स्वास्थ्य समस्याएं हुईं। हमने उनके परिवार को बेहतर उपचार के लिए उन्हें दिल्ली ले जाने की सलाह दी और इसका खर्च राज्य सरकार द्वारा वहन किए जाने की बात कही। हालांकि, उनके नामी बेटे ने मरीज को दिल्ली ले जाने से इनकार कर दिया था।’’
इसके जवाब में गोगोई ने एक यूट्यूब वीडियो का लिंक साझा किया जिसमें उनके पिता को असमी में यह कहते हुए सुना गया कि ‘‘वह कभी ऐसे व्यक्ति से नहीं मिले जो आपके पैर छूए और साथ ही पीठ में खंजर भी घोंपे।’’ शर्मा 2015 में कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए थे।
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