चीन को पीओके की जगह कोलकाता और मुंबई बंदरगाहों के रास्ते बीआरआई पर विचार करना चाहिए: स्वामी
राज्यसभा सदस्य ने एक संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘बीआरआई बेहतरीन विचार है, लेकिन इससे भारत को परेशानी इसलिए है क्योंकि यह पीओके से होकर गुजर रहा है।’’ बीआरआई चीन की वैश्विक आर्थिक पहल है जिसमें यूरोप, अफ्रीका और एशिया के बाकी हिस्सों को सड़क और समुद्री मार्गों के जरिए जोड़ने का लक्ष्य है।
कोलकाता। सांसद सुब्रह्ममण्यम स्वामी ने शनिवार को कहा कि चीन को अपने ‘बेल्ट एंड रोड इंनिशिएटिव’ (बीआरआई) को पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर के रास्ते ले जाने के बजाए कोलकाता और मुंबई बंदरगाहों से लेकर जाने पर विचार करना चाहिए। भारत पीओके के रास्ते बीआरआई का विरोध कर रहा है। स्वामी ने दावा किया कि उन्होंने अपनी चीन यात्रा के दौरान देश के शीर्ष नेताओं के साथ इस संबंध में चर्चा की थी और वे इसमें दिलचस्पी लेते प्रतीत हुए।
इसे भी पढ़ें: खराब हालत में है अर्थव्यवस्था, कर आतंकवाद पर लगाम लगाई जानी चाहिए: स्वामी
राज्यसभा सदस्य ने एक संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘बीआरआई बेहतरीन विचार है, लेकिन इससे भारत को परेशानी इसलिए है क्योंकि यह पीओके से होकर गुजर रहा है।’’ बीआरआई चीन की वैश्विक आर्थिक पहल है जिसमें यूरोप, अफ्रीका और एशिया के बाकी हिस्सों को सड़क और समुद्री मार्गों के जरिए जोड़ने का लक्ष्य है। स्वामी ने सलाह दी है कि पीओके से होकर गुजरने के स्थान पर बीआरआई गलियारा दक्षिण-पश्चिम चीन के कुनमिंग बंदरगाह से बंगाल की खाड़ी होते हुए कोलकाता बंदरगाह पर भारत से जुड़ सकता है।
अन्य न्यूज़