भोपाल के एक निजी स्कूल के फैसले पर बौखलाया बाल आयोग, कहा - सरकार का ऐसा कोई निर्देश नही

Baal aayog mp
सुयश भट्ट । Oct 9 2021 12:54PM

स्कूल प्रबंधन ने अभिभावकों को सहमति पत्र भी भेजे हैं। इस पत्र में यह लाइनें लिखी हैं— स्कूल आने वाले बच्चे लंच बॉक्स नहीं लेकर आ सकेंगे, उन्हें घर से ही पेटभर खाना खाकर आना होगा।

भोपाल। राजधानी भोपाल के एक बडे स्कूल ने एक अजीब फैसला लिया है। स्कूल का निर्देश बिल्कुल साफ है-बच्चे लंच बॉक्स नहीं ला सकते। उन्हें घर पर ही रहकर खाना खाना होगा। हालांकि यह बात संज्ञान में आने के बाद मध्य प्रदेश के बाल आयोग ने इस पर आपत्ति ली है।

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दरअसल भौंरी स्थित कैंपियन स्कूल प्रबंधन ने यह निर्णय लिया है। इस संबंध में कैंपियन स्कूल प्रबंधन ने अभिभावकों को सहमति पत्र भी भेजे हैं। इस पत्र में यह लाइनें लिखी हैं— स्कूल आने वाले बच्चे लंच बॉक्स नहीं लेकर आ सकेंगे, उन्हें घर से ही पेटभर खाना खाकर आना होगा। स्कूल प्रबंधन ने अभिभावकों को भेजे गए सहमति पत्र में यह बात लिखकर बाकायदा उनकी सहमति भी मांगी है।

वहीं इसकी जानकारी मिलने पर बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने स्वत: संज्ञान लिया है। मामले में बाल अधिकार संरक्षण आयोग द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी को जांच कराकर कार्रवाई के लिए पत्र लिखा गया है। बाल आयोग के सदस्य ब्रजेश चौहान ने कहा है कि स्कूल ने 18 अक्टूबर से बच्चों को बुलाने के लिए भेजे पत्र में बच्चों को लंच बॉक्स लाने से रोकने की बात कही है।

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उन्होंने कहा कि इसके साथ ही स्कूल खुलने पर सभी मदों में फीस वसूलने की बात लिखते हुए सहमति भी मांगी है। बच्चों को स्कूल बुलाने पर स्कूल ट्रांसपोर्ट उपयोग करने पर उसकी फीस ले सकते हैं। अन्य मदों पर अभी सरकार के निर्देश नहीं है। ऐसे में स्कूल भेजने के सहमति पत्र पर यह लाइनें डालकर अभिभावकों से सहमति लेना गलत है।

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