सीबीआई ने भ्रष्टाचार मामले में बाबुल सुप्रियो के पूर्व कर्मचारी के खिलाफ दर्ज किया मामला
सुप्रियो उस समय भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार में भारी उद्योग और सार्वजनिक उद्यम राज्य मंत्री थे। प्राथमिकी के अनुसार, मलिक के साथ भारी उद्योग और सार्वजनिक उद्यम मंत्रालय के अंतर्गत आने वाली इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट्स इंडिया लिमिटेड (ईपीआईएल) के कुछ पूर्व अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त थे।
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अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई ने ईपीआईएल के तत्कालीन सीएमडी एसपीएस बख्शी, ईपीआईएल के पूर्व कार्यकारी निदेशक हरचरण पाल, ईपीआईएल के तत्कालीन प्रबंधक पारितोष कुमार प्रवीण, तत्कालीन डीजीएम आरएस त्यागी और आशुतोष बंदोपाध्याय को भी नामजद किया है। उन्होंने कहा कि सीबीआई को कथित भ्रष्टाचार के संबंध में 12 मार्च, 2021 को एक शिकायत मिली थी, जिसे एजेंसी द्वारा सत्यापित किया गया था। अधिकारियों ने कहा कि सत्यापन से पता चला कि बख्शी, पाल, प्रवीण और त्यागी ने कथित तौर पर साजिश रची और बंदोपाध्याय से 2016-17 के दौरान ईपीआईएल की निविदाओं में पक्ष लेने के लिए 50 लाख रुपये की मांग की।
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अधिकारियों ने कहा कि सीबीआई ने आरोप लगाया है कि बख्शी को 40 लाख रुपये मिले और 10 लाख रुपये पाल तथा प्रवीण को दिए गए। सीबीआई ने प्राथमिकी में आरोप लगाया है कि बख्शी ने त्यागी के माध्यम से बताया कि उसके 40 लाख रुपये में से पांच लाख रुपये मलिक के बैंक खाते में जमा किए जाएं जो 2016में बंदोपाध्याय द्वारा स्थानांतरित किए गए थे। वर्ष 2016 से 2019 तक केंद्रीय मंत्री रहे सुप्रियो पिछले साल सितंबर में तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए थे और बाद में उन्होंने पार्टी के टिकट पर पश्चिम बंगाल के बालीगंज से विधानसभा उपचुनाव जीता।
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