उत्तर प्रदेश की खबरें: बरेली में अटल बिहारी वाजपेई के नाम से सेतु का किया गया नामकरण
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की पहल पर सरकार द्वारा प्रयागराज में ग्राम कनेहटी रेलवे फाटक से तारडीह (फतेहगंज) संपर्क मार्ग का नामकरण ‘शहीद रमाकांत यादव मार्ग’ के नाम से किया गया है तथा मुरादाबाद में मुरादाबाद -फर्रुखाबाद मार्ग से रहौली होकर चितौरा मार्ग लंबाई 6.5 किलोमीटर का नामकरण ‘शहीद प्रदीप कुमार’ के नाम से किया गया है।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार आयुष विभाग के माध्यम से प्रदेश की ग्रामीण एवं शहरी जनता को आयुर्वेदिक, यूनानी एवं होम्योपैथिक चिकित्सा सेवा उपलब्ध करवाने हेतु सतत् जागरूक एवं प्रयासरत है। इसी दिशा में प्रदेश सरकार द्वारा प्राथमिकता के आधार पर आयुष चिकित्सा पद्धतियों को लोकप्रिय बनाने का कार्य निरन्तर किया जा रहा है।
आयुष विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदेश के विभिन्न जनपदों में वर्तमान में 214 आयुर्वेदिक, 254 यूनानी एवं 1584 होम्योपैथिक चिकित्सालयों के साथ ही 8 आयुर्वेदिक कालेज एवं उनसे सम्बद्ध चिकित्सालय, 2 यूनानी कालेज एवं उससे सम्बद्ध चिकित्सालय तथा 9 होम्योपैथिक कालेज एवं उनसे सम्बद्ध चिकित्सालय क्रियाशील है। आयुर्वेदिक एवं यूनानी चिकित्सालयों में प्रामाणिक एवं गुणकारी औषधियों की आपूर्ति की व्यवस्था हेतु प्रदेश में दो राजकीय औषधि निर्माणशालाएं लखनऊ एवं पीलीभीत कार्यरत हैं जिनको सुदृढ़ करते हुए इसकी उत्पादन क्षमता में वृद्धि किये जाने का प्रयास किया जा रहा है। औषधि निर्माणशालाओं के माध्यम से आवश्यकतानुसार वर्षानुवर्ष औषधियों की आपूर्ति की जा रही है।इसे भी पढ़ें: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने स्क्रीनिंग कमेटी का गठन किया
उत्तर प्रदेश में कोविड-19 के संक्रमण के दृष्टिगत 169 आयुष अधिकारियों को मास्टर टेªनर के रूप में कोविड-19 से बचाव हेतु प्रशिक्षण दिया गया, मास्टर टेªनर द्वारा लगभग 1188 आयुष कर्मियों को क्रमिक प्रशिक्षण प्रदान किया गया। कोरोना संक्रमण काल में आयुष चिकित्साधिकारियों/कर्मचारियों द्वारा जिला प्रशासन एवं चिकित्सा विभाग से समन्वय करते हुए आरआर टीम, स्कैनिंग टीम, एण्टीजन/आरटीपीसीआर टैस्टिंग आदि में कोविड वारियर के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की।
आयुष चिकित्साधिकारियों एवं शिक्षकों के माध्यम से प्रदेश के क्वैरेन्टाइन केन्द्रों पर एवं जन सामान्य को कोविड-19 से बचाव एवं रोकथाम के लिए आयुर्वेद औषधियॉ (संशमनी वटी, अगस्त्य हरीतकी, अणु तैल, आयुष-64 एवं आयुष काढ़ा), होम्योपैथी औषधि (आर्सेनिक एलबम-3) एवं यूनानी औषधियॉ हब्बे बुखार, त्रियाक नजला, शर्बते उन्नाव उपलब्ध कराई गयी। कोविड गाइडलाइन के अनुसार विभाग के माध्यम से कोविड बीमारी के बचाव एवं रोक-थाम हेतु आवश्यक उपाय किये जा रहे हैं। परीक्षार्थियों का कुल उत्तीर्ण प्रतिशत 9.38 रहा उत्तर प्रदेश प्राविधिक शिक्षा परिषद, द्वारा प्रथम बार ऑनलाइन माध्यम से 18 अगस्त, 221 से 4 सितम्बर, 221 के मध्य संपन्न सेमेस्टर सिस्टम (अंतिम सेमेस्टर) एवं वार्षिक परीक्षा (अंतिम वर्ष) अगस्त 221 का परीक्षाफल गत् दिवस विद्या सागर गुप्ता, अध्यक्ष, प्राविधिक शिक्षा परिषद, उप्र लखनऊ की अध्यक्षता में आहूत परीक्षाफल समिति की बैठक में लिये गये निर्णय के अनुसार घोषित कर दिया गया है। यह जानकारी प्राविधिक शिक्षा परिषद के सचिव सुनील कुमार सोनकर ने दी। उन्होंने बताया कि आलोक कुमार तृतीय, सचिव, मुख्यमंत्री/प्राविधिक शिक्षा विभाग, उप्र शासन के कुशल निर्देशन में यह परीक्षा प्रथम बार ऑनलाइन माध्यम से संपादित हुई। सुनील कुमार चौधरी, विशेष सचिव, प्राविधिक शिक्षा द्वारा छात्र/छात्राओं के लेटरल इण्ट्री के माध्यम से उच्च शिक्षा में प्रवेश एवं छात्र/छात्राओं के सेवायोजन/रोजगार के दृष्टिगत अंतिम सेमेस्टर/अंतिम वर्ष की परीक्षा का परीक्षाफल शीघ्र घोषित किये जाने हेतु निर्देशित किया गया था। सोनकर ने बताया कि अंतिम सेमेस्टर/अंतिम वर्ष की परीक्षा में कुल 113974 परीक्षार्थी पंजीकुत थे, जिसमें 11116 छात्र/छात्राएं परीक्षा में सम्मिलित हुए। छात्र/छात्राओं का कुल उत्तीर्ण प्रतिशत 9.38 रहा। उन्होंने बताया कि अंतिम सेमेस्टर परीक्षा में फरहीन याकूब ने फैशन डिजाइनिंग एण्ड गारमेन्ट टेक्नोलॉजी में 91 प्रतिशत अंक प्राप्त कर पहला, रिचा निरंकारी ने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में 9.36 अंक प्राप्त कर दूसरा एवं अन्जू यादव ने मॉडर्न ऑफिस मैनेजमेण्ट एण्ड सेक्रिटेरियल प्रैक्टिस में 89.12 अंक प्राप्त कर तीसरा स्थान हासिल किया है। इसी प्रकार वार्षिक परीक्षा में कुमारी गौरी ने डिप्लोमा इन फार्मेंसी में 94 प्रतिशत अंक प्राप्त कर पहला, सिद्धान्त शाक्य ने डिप्लोमा इन फार्मेसी में 93.14 प्रतिशत अंक प्राप्त कर दूसरा एवं वसुधा गुप्ता ने डिप्लोमा इन फार्मेसी में 93.5 प्रतिशत अंक प्राप्त कर तीसरा स्थान हासिल किया है।इसे भी पढ़ें: उत्तर प्रदेश चुनाव के लिए कांग्रेस ने किया स्क्रीनिंग कमेटी का गठन, जितेंद्र सिंह को बनाया अध्यक्ष
बैठक में बलदेव राज शर्मा, उपाध्यक्ष, प्राविधिक शिक्षा परिषद, विशेष आमंत्री सदस्य के रूप में एवं मनोज कुमार, निदेशक, प्राविधिक शिक्षा, उप्र कानपुर सदस्य के रूप में सम्मिलित हुए। संस्थाओं एवं छात्र/छात्राओं की सुविधा के दृष्टिगत उक्त परीक्षाफल वेबसाइट नतपेमण्नचण्हवअण्पद एवं परिषद की वेबसाइट उपलब्ध है।
नरेन्द्र मोदी फिल्म 17 से 26 सितम्बर तक प्रदर्शित की जाएगी उत्तर प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण, वक्फ़ एवं हज, राजनैतिक पेंशन एवं नागरिक उड्डयन मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी‘ ने प्रयागराज में कई महत्वपूर्ण कार्यक्रमों के माध्यम से विश्व के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता एवं भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री आदरणीय नरेन्द्र मोदी द्वारा लिए गए महत्वपूर्ण फैसलों और उनके जीवन पर आधारित फिल्म ’नरेंद्रमोदी’ को प्रयागराज के 25 लोगों के समक्ष आमंत्रण पत्र देकर देखने का आग्रह किया है जिससे प्रयागराज के आम जनमानस को आदरणीय प्रधानमंत्री जी के जीवन वृतांत के माध्यम से उनके संघर्षों से उनके जीवन के महत्वपूर्ण प्रारंभिक क्षणों से लेकर प्रधानमंत्री तक के सफर के दौरान होने वाले समस्त संघर्षों का अवलोकन कर उसकी जानकारी ले सके क्योंकि आदरणीय नरेंद्र मोदी जी के बाल्यकाल से ही देश प्रेम की भावना का जिस प्रकार से संचार था वह इस देश के प्रत्येक नौजवान के लिए एवं बच्चों के लिए एक प्रेरणा का विषय है जो साक्षात रुप से एक चायवाले की पहचान से जाना जाने वाला व्यक्ति आज एक ऐसे प्रधानमंत्री के रूप में भारत के इतिहास में दर्ज हुआ जिनके व्यक्तित्व का सम्मान पूरी दुनिया करती है। उन्होंने कहा कि 17 सितंबर माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के जन्मदिवस से शुरू होने वाले फिल्म प्रदर्शन सप्ताह जो 26 सितंबर तक चलेगा जिसमें पीवीआर सिनेमास की कैंटीन में उपलब्ध खाद्य सामग्री के स्वाद का निशुल्क कूपन के माध्यम से आनंद ले सकेंगे। आमंत्रित दर्शकगण फिल्म देखने मध्यावधि अंतराल (इंटरवल) के दौरान दिनांक 17 सितम्बर से 26 सितम्बर के मध्य आमंत्रित होने वाले सभी लगभग 25 दर्शक भेजे गए आमंत्रण पत्र के पैकेट में मूवी टिकट कैंटीन में उपलब्ध खाद्य सामग्री कूपन मौजूद होगा, जिसके माध्यम से आमंत्रित होने वाले दर्शक खाद्य सामग्री के स्वाद का आनंद ले सकेंगे। नंदी ने बताया कि मेरे द्वारा 18 सितंबर को शाम 5 बजे आर्य कन्या डिग्री कॉलेज में सभी सम्मानित जनों का सम्मान एवं अभिनंदन किया जाएगा, जिसमें समाज के विभिन्न क्षेत्रों में जैसे शिक्षकगण कोरोना महामारी के दौरान एक करुणा योद्धा के रूप में काम करने वाले सम्मानित चिकित्सकगण, चार्टर्ड अकाउंटेंट, अधिवक्ता गण एवं पत्रकार एवं साथियों का स्वागत सम्मान एवं अभिनंदन करके उनके योगदान के प्रति सम्मान दिया जाएगा। जनपद गोरखपुर का सोनबरसा निरीक्षण भवन सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग द्वारा सिंचाई खण्ड गोरखपुर के सोनबरसा निरीक्षण भवन के मरम्मत व पुनरोद्धार कार्य के लिए प्रावधानित सम्पूर्ण धनराशि 24.29 लाख रूपये परियोजना के कार्यों पर औपचारिक रूप से वहन किये जाने हेतु प्रमुख अभियंता एवं विभागाध्यक्ष सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग उप्र लखनऊ के निवर्तन पर रखे जाने की स्वीकृति प्रदान की गयी है।इसे भी पढ़ें: उत्तर प्रदेश में “अपराधियों की हिरासत” बनाम “अपराध की हिफाज़त” बड़ा मुद्दा: नकवी
इस संबंध में विशेष सचिव सिंचाई मुश्ताक अहमद की ओर से 13 सितम्बर, 221 को आवश्यक शासनादेश जारी करते हुए निर्देशित किया गया है कि सक्षम स्तर से तकनीकि स्वीकृति प्राप्त करने के पश्चात ही कार्य शुरू कराया जाये। विभाग द्वारा नियमानुसार समस्त आवश्यक वैधानिक आपत्तियां एवं पर्यावरणीय क्लीयरेंस सक्षम स्तर से प्राप्त करके ही निर्माण कार्य कराया जाये।
इसके अलावा परियोजना का निर्माण कार्य समय से पूरा कराने के साथ ही धनराशि व्यय करते समय शासन द्वारा समय-समय पर जारी सुसंगत शासनादेशों का अनुपालन अनिवार्य रूप से किया जाये। धनराशि का व्यय स्वीकृत परियोजनाओं पर ही किया जाये ऐसा न किये जाने पर किसी प्रकार की अनियमितता के लिए विभाग की जिम्मेदारी होगी। स्वीकृत धनराशि का उपयोग स्वीकृत परियोजनाओं पर ही किया जाये। ऐसा न किये जाने पर किसी प्रकार की गड़बड़ी होने पर समस्त उत्तरदायित्व विभाग का होगा। एमडब्लूजी कैनाल में कार्यरत चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के टाईप-1 आवास सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग द्वारा एमडब्लूजी कैनाल में कार्यरत चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के टाईप-1 आवास की अनुमानित परियोजना हेतु प्रावधानित धनराशि 7.86 लाख रूपये परियोजना के कार्यों पर औपचारिक रूप से वहन किये जाने हेतु प्रमुख अभियंता एवं विभागाध्यक्ष सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग उप्र लखनऊ के निवर्तन पर रखे जाने की स्वीकृति प्रदान की गयी है। इस संबंध में विशेष सचिव सिंचाई मुश्ताक अहमद की ओर से 13 सितम्बर, 221 को आवश्यक शासनादेश जारी करते हुए निर्देशित किया गया है कि सक्षम स्तर से तकनीकि स्वीकृति प्राप्त करने के पश्चात ही कार्य शुरू कराया जाये। विभाग द्वारा नियमानुसार समस्त आवश्यक वैधानिक आपत्तियां एवं पर्यावरणीय क्लीयरेंस सक्षम स्तर से प्राप्त करके ही निर्माण कार्य कराया जाये। इसके अलावा परियोजना का निर्माण कार्य समय से पूरा कराने के साथ ही धनराशि व्यय करते समय शासन द्वारा समय-समय पर जारी सुसंगत शासनादेशों का अनुपालन अनिवार्य रूप से किया जाये। धनराशि का व्यय स्वीकृत परियोजनाओं पर ही किया जाये ऐसा न किये जाने पर किसी प्रकार की अनियमितता के लिए विभाग की जिम्मेदारी होगी। स्वीकृत धनराशि का उपयोग स्वीकृत परियोजनाओं पर ही किया जाये। ऐसा न किये जाने पर किसी प्रकार की गड़बड़ी होने पर समस्त उत्तरदायित्व विभाग का होगा। इन्टरनेशनल ग्रीनफिल्ड एयरपोर्ट सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग द्वारा चालू वित्तीय वर्ष में राज्य पोषित मद के अन्तर्गत प्रस्तावित नोएडा, इन्टरनेशनल ग्रीनफिल्ड एयरपोर्ट जिला गौतमबुद्ध नगर के परिसर में स्थित पथवाया नाले की रीच को विस्थापित करने की परियोजना हेतु 11 करोड़ 9 लाख रूपये की धनराशि अवमुक्त करते हुए प्रमुख अभियंता एवं विभागाध्यक्ष सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग उप्र लखनऊ के निवर्तन पर रखे जाने की स्वीकृति प्रदान की गयी है। इस संबंध में विशेष सचिव सिंचाई मुश्ताक अहमद की ओर से 15 सितम्बर, 221 को आवश्यक शासनादेश जारी करते हुए निर्देशित किया गया है कि सक्षम स्तर से तकनीकि स्वीकृति प्राप्त करने के पश्चात ही कार्य शुरू कराया जाये। विभाग द्वारा नियमानुसार समस्त आवश्यक वैधानिक आपत्तियां एवं पर्यावरणीय क्लीयरेंस सक्षम स्तर से प्राप्त करके ही निर्माण कार्य कराया जाये। शासनादेश में कहा गया है कि प्रमुख अभियंता आवंटित धनराशि की सूचना 1 दिन के भीतर शासन को उपलब्ध करायेंगे।इसे भी पढ़ें: धर्म को राजनीति का विषय नहीं बनाया जाना चाहिए : स्वामी प्रसाद मौर्य
इसके अलावा परियोजना का निर्माण कार्य समय से पूरा कराने के साथ ही धनराशि व्यय करते समय शासन द्वारा समय-समय पर जारी सुसंगत शासनादेशों का अनुपालन अनिवार्य रूप से किया जाये। धनराशि का व्यय स्वीकृत परियोजनाओं पर ही किया जाये ऐसा न किये जाने पर किसी प्रकार की अनियमितता के लिए विभाग की जिम्मेदारी होगी। स्वीकृत धनराशि का उपयोग स्वीकृत परियोजनाओं पर ही किया जाये। ऐसा न किये जाने पर किसी प्रकार की गड़बड़ी होने पर समस्त उत्तरदायित्व विभाग का होगा।
दिव्यांगजनों को सहायक उपकरण वितरण किए गए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्म दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार योगी आदित्यनाथ के कर कमलों द्वारा निर्वाण मानसिक मंदित संस्थान, मोहान रोड, लखनऊ में 148 दिव्यांग बच्चों को उपहार स्वरूप (फल, ड्रेस) देकर लाभान्वित किया गया, जिसमें मती स्वाती सिंह मंत्री महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार उपस्थित थी। इसी क्रम में जिला प्रशासन के सहयोग से दिव्यांगजन सशसक्तीकरण विभाग जनपद लखनऊ द्वारा राजकीय संकेत (मूक बधिर) विद्यालय, मोहान रोड, लखनऊ में दिव्यांगजनों को सहायक उपकरण वितरण कार्यक्रम आयोजित किया गया। शिविर में मुख्य अतिथि स्वाती सिंह मंत्री महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार के कर कमलों द्वारा दिव्यांगजनों को 1-ट्राईसाइकिल, 8-बैशाखी, 5-व्हील चेयर, 62-श्रवण यंत्र, कुल-85 सहायक उपकरण एवं फल, मीठा, सूक्ष्म जलपान देकर लाभान्वित किया गया। आगामी 1 अक्टूबर से की जाएगी धान की खरीद उत्तर प्रदेश सरकार ने खरीफ विपणन वर्ष 221-22 में मूल्य समर्थन योजना के अन्तर्गत किसानों को उनकी उपज का उचित एवं लाभकारी मूल्य उपलब्ध कराने के उद्देश्य से धान खरीद किये जाने का निर्णय लिया है। इस उद्देश्य से किसानों से धान खरीद किए जाने की प्रक्रिया एक अक्टूबर, 221 से शुरू होगी। इस सम्बन्ध में धान क्रय नीति जारी कर दी गयी है, जिसके अनुसार इस बार विभिन्न श्रेणी के धान के समर्थन मूल्य के तहत कॉमन धान श्रेणी 194 रुपये प्रति कुन्तल तथा ग्रेड-ए के धान का मूल्य 196 रुपये प्रति कुन्तल निर्धारित किया गया है।यह जानकारी प्रदेश की खाद्य प्रमुख सचिव, मती वीना कुमारी ने दी। उन्होंने बताया कि सम्भाग लखनऊ के जनपद हरदोई, लखीमपुर तथा सम्भाग बरेली, मुरादाबाद, मेरठ, सहारनपुर, आगरा, अलीगढ़ तथा झांसी में धान क्रय की अवधि 1 अक्टूबर से 31 जनवरी, 222 तक तथा लखनऊ सम्भाग के जनपद लखनऊ, सीतापुर, रायबरेली, उन्नाव व चित्रकूट, कानपुर, अयोध्या, देवीपाटन, बस्ती, गोरखपुर, आजमगढ़, वाराणसी, मिर्जापुर एवं प्रयागराज मण्डलों में 1 नवम्बर, 221 से 28 फरवरी, 222 तक धान की खरीद की जाएगी। प्रमुख सचिव ने बताया कि धान क्रय के लिए केन्द्र प्रातः 9 बजे से शाम 5 बजे तक खोले जायेंगे, किन्तु जिलाधिकारी, स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार क्रय केन्द्र के खुलने एवं बन्द करने के समय में आवश्यक परिवर्तन कर सकेंगे। किसानों को सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से रविवार एवं राजपत्रित अवकाशों को छोड़कर शेष कार्य दिवसों में धान केन्द्र खुले रहेंगे। वीना कुमारी ने बताया कि इस वर्ष प्रदेश के लिए 7 लाख मीट्रिक टन धान क्रय का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। खरीफ विपणन वर्ष 221-22 के लिए 4 क्रय केन्द्र खोला जाना प्रस्तावित है। प्रमुख सचिव ने बताया कि किसानों की सुविधा के दृष्टिगत स्थायी धान क्रय केन्द्र/स्थल बनाये जाने पर विशेष ध्यान दिया जायेगा। इसके लिए यह प्रयास किया जायेगा कि खाद्य विभाग, पीसीएफ व भारतीय खाद्य निगम के केन्द्र एक निश्चित स्थान पर ही खोले जायें। क्रय केन्द्रों की रिमोट सेन्सिंग एप्लीकेशन सेन्टर के माध्यम से जियो टैगिंग की जायेगी। जनपद में स्थापित सभी एजेन्सियों के क्रय केन्द्रों का नाम व पता, केन्द्र की लोकेशन, केन्द्र प्रभारी का नाम व मोबाइल नम्बर इत्यादि विवरण जिले की वेबसाइट पर उपलब्ध कराया जायेगा तथा इसकी सूचना एसएमएस के माध्यम से किसानों को पंजीकरण के समय ही उपलब्ध करायी जायेगी।इसे भी पढ़ें: UP में कोरोना के 193 एक्टिव मामले, अबतक 9 करोड़ से ज्यादा लोगों को दी गई वैक्सीन की डोज
प्रमुख सचिव ने बताया कि क्रय केन्द्र ऐसे स्थान पर स्थापित किये जायेंगे जहां धान की अच्छी आवक एवं खरीद की अच्छी सम्भावना हो तथा किसानों को अपना धान बेचने के लिए अधिक दूरी न तय करनी पड़े। उन्होंने बताया कि धान खरीद से सम्बन्धित शिकायतें/सुझाव का पंजीकरण टोल फ्री नं-18-18-15 पर दर्ज करायी जा सकेंगी।
स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से महिला मेट का चयन राज्य सरकार द्वारा मनरेगा योजना के तहत स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को महिला मेट के रूप में तैनात किये जाने का निर्णय लिया गया है, जिसके तहत अब तक 35138 महिला मेट चयनित की गयी हैं। इसमें से 18268 महिला मेटो का क्लास रूम एवं फील्ड प्रशिक्षण पूर्ण कर लिया गया है। ग्राम्य विकास विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार 15 से अधिक महिला मेटो का कार्य आवंटन पूर्ण कर लिया गया है। महिला मेटो के लिए ‘‘अस्मिता एप‘‘ बनाया गया है। मिशन शक्ति के अन्तर्गत नवम्बर, 221 तक एक लाख निर्धनतम महिलाओं को मनरेगा में व्यक्तिगत लाभार्थी परक कार्यों से आच्छादित करने तथा 5 लाख महिलाओं को 1 दिन का रोजगार उपलब्ध कराये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। भगवान विश्वकर्मा की जयन्ती मनाई गयी विश्वकर्मा जयन्ती के अवसर पर पं दीन दयाल उपाध्याय सूचना परिसर के प्रांगण में विभाग के संयुक्त निदेशक विनोद कुमार पाण्डेय की उपस्थिति में भगवान विश्वकर्मा जी की पूजा एवं हवन आदि का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विभाग के सभी वरिष्ठ अधिकारी एवं कर्मचारीगण उपस्थित रहे। भगवान विश्वकर्मा जयन्ती का आयोजन विभाग के प्राविधिक कर्मचारी संघ ने किया। संयुक्त निदेशक सूचना पाण्डेय द्वारा इस अवसर पर विश्वकर्मा भगवान जी की आरती एवं द्वीप प्रज्जवलित किया गया। उनके सानिध्य में हवन करवाया गया तथा भगवान को भोग भी लगाया गया। पाण्डेय ने सृष्टि के शिल्पकार भगवान विश्वकर्मा जी को नमन करते हुए कहा कि भगवान विश्वकर्मा वास्तुकला एवं कलात्मक रचनाओं के देवता हैं। सृष्टि के निर्माण एवं सृजन का दायित्व इन्हीं के पास है। उन्होंने कहा कि भगवान विश्वकर्मा जी सभी जातियों, समुदायों एवं धर्मों के बीच आज के दिन 17 सितम्बर को पूरे विश्व में पूजे जाते हैं। उन्होंने इस अवसर पर सूचना विभाग के सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों के कल्याण के लिए भगवान विश्वकर्मा से कामना की और सभी को हार्दिक शुभकामनाएं दीं। भगवान विश्वकर्मा जयन्ती के अवसर पर सूचना परिसर प्रांगण में सांस्कृतिक कार्यक्रम/भजन आदि का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के अंत में सभी अधिकारियों, कर्मचारियों एवं आगन्तुकों को प्रसाद का वितरण किया गया। लापरवाही बरतने पर किया गया निलंबित जनपद अलीगढ़ स्थित वेब डिस्टिलरी में तैनात सहायक आबकारी डी.एन. सिंह को उनके द्वारा विभागीय कार्यों में लापरवाही बरतने का संज्ञान लेते हुए आबकारी आयुक्त सेंथिल पांडियन सी. द्वारा उनके विरूद्ध विभागीय कार्यवाही संस्थित करते हुए निलम्बन किये जाने की संस्तुति शासन को भेजी गयी थी। अपर मुख्य सचिव द्वारा इस प्रकारण का त्वरित संज्ञान लेते हुए सहायक आबकारी आयुक्त के विरूद्ध विभागीय कार्यवाही करते हुए तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर मुख्यालय-प्रयागराज से सम्बद्ध कर दिया गया है। यह जानकारी देते हुए अपर मुख्य सचिव आबकारी, संजय आर. भूसरेड्डी ने बताया कि डी.एन.सिंह पिछले दो वर्षों से वेब आसवनी में सहायक आबकारी आयुक्त के पद पर तैनात थे। पिछले दिनों मदिरा की भराई को लेकर उच्चाधिकारियों से जॉंच कराई गई थी, जिसमें मदिरा की तीव्रता निर्धारित मानक के अनुरूप नहीं पाई गई। जिसके लिये गम्भीर रूख अपनाते हुए शासन द्वारा उक्त कार्यवाही की गयी। उन्होंने बताया कि भविष्य में किसी अन्य अधिकारी/कर्मचारी द्वारा अपने राजकीय कार्यों में शिथिलता बरते जाने पर उनके विरूद्ध भी कार्यवाही की जायेगी। अवैध शराब बरामद अपर मुख्य सचिव, आबकारी संजय आर भूसरेड्डी के निर्देशन में आबकारी विभाग द्वारा अवैध शराब के निर्माण, बिक्री एवं तस्करी की रोकथाम हेतु लगातार दबिश की कार्यवाही की जा रही है। आबकारी विभाग द्वारा माह सितम्बर में अब तक प्रदेश में 3114 मुकदमे पकड़े़ गये, जिसमें 67,973 ली. अवैध शराब बरामद की गयी तथा शराब बनाने हेतु तैयार किये गये 3,19,718 कि.ग्रा. लहन को मौके पर नष्ट किया गया। अवैध मदिरा के कार्य में संलिप्त 1,212 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया तथा 25 वाहन जब्त किये गये।इसे भी पढ़ें: हिन्दुत्व की राजनीति कर रहीं प्रियंका वाड्रा मुस्लिमों का समर्थन भी खोती जा रही हैं
यह जानकारी देते हुए अपर मुख्य सचिव ने बताया कि दैनिक प्रवर्तन कार्यवाही के दौरान बीते दो दिनों में प्रदेश में 315 मुकदमे दर्ज किये गये, जिसमें 7,186 ली. अवैध शराब की बरामदगी की गयी तथा लगभग 32,387 कि.ग्रा. लहन एवं कई भट्ठियों को मौके पर नष्ट किया गया। शराब के कारोबार में संलिप्त 12 व्यक्तियों को गिरफ्तार कर उनके विरूद्ध आबकारी अधिनियम एवं आईपीसी की सुसंगत धाराओं में कार्यवाही की गयी तथा 5 वाहन जब्त किया गया।
इस संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए आबकारी आयुक्त सेंथिल पांडियन सी. द्वारा बताया गया कि प्रदेश में अवैध शराब पर पूरी तरह से अंकुश लगाने के लिए आबकारी विभाग द्वारा किये जा रहे लगातार प्रवर्तन कार्यवाही के दौरान बीते दो दिनों में जनपद बलरामपुर में एक घर से अवैध नेपाली शराब की 13 शीशियॉं बरामद करते हुए सुसंगत धारा अन्तर्गत एफआईआर दर्ज कराया गया। जनपद फ़तेहपुर में अवैध शराब के कई ठिकानों पर छापेमारी की गयी, जिसमें 2 लीटर कच्ची शराब बरामद किया गया तथा एक व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया। देवरिया में कई स्थानों पर छापेमारी की गयी, जिसमें 45 लीटर कच्ची शराब बरामद करते हुए दो अभियोग पंजीकृत किये गये। प्रतापगढ़ में आबकारी तथा पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा 2 लीटर कच्ची शराब बरामद कर लगभग 3 किलो लहन मौके पर नष्ट किया गया और 3 अभियोग दर्ज किये गये। जनपद बुलन्दशहर में तलाशी के दौरान एक मोटर साईकिल के बैग से मस्ताना ब्रांड फार सेल इन हरियाणा के 38 पौव्वे बरामद करते हुए अभियुक्त के खिलाफ मे आबकारी अधिनियम एवं आईपीसी की सुसंगत धाराओ में मुकदमा पंजीकृत कराया गया। जनपद रायबरेली में कच्ची शराब के कई ठिकानों पर दबिश देते हुए 2 लीटर कच्ची शराब के साथ 1 अभियोग पंजीकृत किया गया। सिद्धार्थनगर में अवैध शराब के अड्डों पर दबिश देकर 4 ली कच्ची शराब बरामद कर 45 किग्रा लहन को मौके पर नष्ट किया गया तथा 2 अभियुक्तों के विरूद्ध अभियोग पंजीकृत किये गये। जनपद शामली में दबिश देकर एक व्यक्ति के पास से 25 पौव्वा देशी शराब तथा 1 लीटर कच्ची शराब बरामद किया गया तथा 3 किलोग्राम लहन नष्ट किया गया तथा 2 अभियोग पंजीकृत किये गये। आबकारी आयुक्त द्वारा अवगत कराया गया कि इसी क्रम में जनपद बदॉंयूँ में आबकारी तथा पुलिस की संयुक्त टीम ने 4 लीटर अवैध शराब बरामद करते हुए 1 किलोग्राम लहन नष्ट किया गया तथा 3 अभियुक्तों के विरूद्ध कार्यवाही की गयी। आजमगढ़ जनपद में छापेमारी करते हुए 63 ली कच्ची शराब बरामद कर 4 अभियोग पंजीकृत किये गये। जनपद कासगंज में दबिश में 45 लीटर कच्ची शराब बरामद की गयी एवं 4 किलोग्राम लहन मौके पर नष्ट किया गया। जनपद बस्ती में अवैध शराब के अड्डों पर दबिश देते हुए 54 लीटर कच्ची शराब जब्त की गयी तथा लगभग 1 किलोग्राम लहन मौके पर नष्ट किया गया और 3 अभियोग पंजीकृत किये गये। जनपद अमरोहा में दविश के दौरान 3 लीटर कच्ची शराब, कुशीनगर में 74 लीटर कच्ची शराब बरामद करते हुए बरामद 22 किलोग्राम लहन मौके पर नष्ट किया गया तथा अभियोग पंजीकृत किये गये। जनपद बाराबंकी में दबिश के दौरान 2 ली अवैध शराब बरामद कर 2 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया तथा उनके विरूद्ध मुकदमा दर्ज किया गया। जनपद सीतापुर में कई ठिकानों पर दबिश देते हुए 64 लीटर कच्ची शराब जब्त किया गया तथा 5 कुन्तल लहन नष्ट किया गया। मौके पर 5 शराब भट्टियों को तोड़ा गया और 7 अभियोग दर्ज किये गये। जनपद खीरी में संदिग्ध अड्डों पर दबिश कार्यवाही करते हुए कुल 155 लीटर अवैध कच्ची शराब और 55 किग्रा लहन बरामद किया गया। मौके पर लहन नष्ट कर दिया गया तथा 5 अभियोग पंजीकृत किये गये। प्रशासकीय एवं वित्तीय स्वीकृति की गयी प्रदान उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के निर्देशों के क्रम में राज्य योजना (सामान्य) के अन्तर्गत जनपद फिरोजाबाद के विधानसभा क्षेत्र शिकोहाबाद में ग्राम रामदासपुरा के पास यमुना नदी पर सेतु, पहुंच मार्ग, अतिरिक्त पहुंच मार्ग, सुरक्षात्मक कार्य एवं भूमि अध्याप्ति कार्य हेतु रू 57 करोड़ 65 लाख 24 हजार की प्रशासकीय एवं वित्तीय स्वीकृति प्रदान की गयी है। उप्र शासन द्वारा इस कार्य हेतु वित्तीय वर्ष 221-22 में रू 14 करोड़ 41 लाख 31 हजार की धनराशि आवंटित भी की गयी है। इस सम्बन्ध में आवश्यक शासनादेश उप्र शासन लोक निर्माण विभाग द्वारा जारी कर दिया गया है। जारी शासनादेश में निर्देश दिये गये हैं कि कार्य की विशिष्टियां, मानक एवं गुणवत्ता की जिम्मेदारी प्रमुख अभियन्ता, लोक निर्माण विभाग की होगी तथा यह भी निर्देश दिये गये हैं कि आवंटित धनराशि का व्यय वित्तीय हस्तपुस्तिकाओं के सुसंगत प्राविधानों एवं समय-समय पर शासन द्वारा निर्गत शासनादेशों के अनुरूप किया जाय।इसे भी पढ़ें: मिशन उत्तर प्रदेश को लेकर AAP का बड़ा ऐलान, सरकार बनने पर मुफ्त में मिलेगी बिजली, पुराने बिल होंगे माफ
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने निर्देश दिये हैं कि इन कार्यों में वित्तीय नियमों का अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित किया जाय एवं परियोजना को ससमय पूर्ण किया जाय तथा जारी शासनादेशों में उल्लिखित दिशा-निर्देशों का अनुपालन हर हाल में सुनिश्चित किया जाय।
बरेली में अटल बिहारी बाजपेई के नाम से सेतु का किया गया नामकरण उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की पहल पर सरकार द्वारा प्रयागराज में ग्राम कनेहटी रेलवे फाटक से तारडीह (फतेहगंज) संपर्क मार्ग का नामकरण ‘शहीद रमाकांत यादव मार्ग’ के नाम से किया गया है तथा मुरादाबाद में मुरादाबाद -फर्रुखाबाद मार्ग से रहौली होकर चितौरा मार्ग (ग्रामीण मार्ग) लंबाई 6.5 किलोमीटर का नामकरण ‘शहीद प्रदीप कुमार’ के नाम से किया गया है। बरेली जनपद में दिल्ली -लखनऊ मार्ग पर चौपला चौराहे पर 3 लेन रेल उपरिगामी सेतु एवं बरेली-बदायूं मार्ग एस एच- 33 एवं पुराना बस स्टैंड साइड में दो लेन ऊपरिगामी सेतु का नामकरण ‘अटल बिहारी वाजपेई उपरिगामी सेतु’ के नाम से किया गया है। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के निर्देशों के क्रम में सभी औपचारिकताएं पूरी करते हुए इस सम्बन्ध मे आवश्यक अधिसूचना उत्तर प्रदेश शासन, लोक निर्माण विभाग द्वारा जारी कर दी गई है। वन मंत्री द्वारा की गई विभागीय समीक्षा बैठक प्रदेश के पर्यावरण, वन एवं जन्तु उद्यान मंत्री दारा सिंह चौहान ने अन्तर्विभागीय समन्वय से एक दिन में 25 करोड़ पौध एवं जुलाई 221 में 3 करोड़ पौध रोपित करने पर विभागीय अधिकारियों के प्रयासों की सराहना करते हुए विश्वास व्यक्त किया कि बेहतर देख रेख व सुरक्षा उपायों के फलस्वरूप समस्त रोपित पौधे स्थापित हो कर वृक्ष का रूप धारण करने में सफल होंगे। वन मंत्री द्वारा बुधवार को मौल प्रेक्षागृह कुकरैल लखनऊ में पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने विभागीय समीक्षा बैठक में वन भूमि पर अतिक्रमण, अवैध शिकार, अवैध कटान, निर्धारित राजस्व लक्ष्य के सापेक्ष प्राप्ति, ईको पर्यटन एवं वृक्षारापेण वर्ष 222-23 की तैयारियों की भी समीक्षा की। समीक्षा बैठक में मंत्री ने कहा कि वन अपराधों में लिप्त असामाजिक व अवांछित तत्वों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही एवं लक्ष्य केन्द्रित वृक्षारोपण के परिणाम से प्रदेश के वनावरण में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। उन्होंने वर्ष 222-23 हेतु पौधरोपण का निर्धारित लक्ष्य प्राप्त करने हेतु भूमि का चयन, स्थानीय समुदाय से विचार विमर्श कर रोपित की जाने वाली पौध प्रजातियों का निर्धारण एवं पौधशाला में उपयुक्त ऊॅचाई की उच्च गुणवत्ता युक्त पौध उगाने का निर्देश दिया। चौहान ने कहा कि हमारी सरकार प्रदेश को हरा-भरा करने एवं वन सम्पदा को सुरक्षित रखने हेतु प्रतिबद्ध है तथा इस दिशा में शिथिलता बरतने वाले अधिकरियों व कर्मचारियों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने वन क्षेत्र तथा निजी क्षेत्र में प्रतिबन्धित प्रजातियों के वृक्षों के अवैध कटान की समीक्षा उपरान्त निर्देश दिये गये कि जिन जनपदों में ज्यादा कटान हुआ है उसका संज्ञान लेकर वांछित विधिक कार्यवाही की जाय। सभी प्रभागीय वनाधिकारी प्रभावी प्रर्वतन कर अवैध कटान पर नियंत्रण रखें। वन क्षेत्रों को अतिक्रमण से मुक्त करने हेतु प्रभावी कार्ययोजना व टाइमलाइन नियत कर वांछित कार्यवाही करें। प्रबन्ध निदेशक, उत्तर प्रदेश वन निगम संजय सिंह के साथ सचिव, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग आशीष तिवारी द्वारा फाइटोरिमिडियेशन पर, केपी दूबे, प्रधान मुख्य वन संरक्षक, अनुसंधान एवं प्रशिक्षण, अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक, योजना एवं कृषि वानिकी मुकेश कुमार एवं अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक,आईटीउप्र, लखनऊ विष्णु सिंह ने प्रस्तुतिकरण प्रस्तुत किया। वन्य जीव संरक्षण विषय पर अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक, प्रोजेक्ट टाइगर कमलेश कुमार द्वारा ईको पर्यटन के पर प्रस्तुतिकरण प्रस्तुत किया। बच्चों से किया संवाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा महिला कल्याण विभाग के अन्तर्गत पीपीपी मॉडल पर संचालित राजकीय बाल गृह (विशेषीकृत), मोहानरोड लखनऊ का भ्रमण स्वाती सिंह, मंत्री, स्वतंत्र प्रभार, महिला एवं बाल विकास, उप्र सरकार के साथ किया गया। वर्तमान में संस्था में 92 बालक 52 बालिकायें आवासित हैं। कार्यक्रम के दौरान आशुतोष टण्डन, सु संयुक्ता भाटिया, महापौर, अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव (गृह), वीहेकाली झिमोमी, प्रमुख सचिव, महिला एवं बाल विकास सेवा, उप्र, अभिषेक प्रकाश, जिलाधिकारी, लखनऊ, मनोज कुमार राय, निदेशक, महिला कल्याण उप्र लखनऊ, अश्विनी कुमार पाण्डेय, मुख्य विकास अधिकारी, लखनऊ, केपीसिंह, अपर जिलाधिकारी (पूर्वी), लखनऊ, पुनीत कुमार मिश्रा, आशुतोष सिंह, बीएस निरंजन, अनु सिंह, प्रेमवती, उप निदेशक, निदेशालय, महिला कल्याण, उप्र, सर्वेश कुमार पाण्डेय, उप निदेशक, लखनऊ मण्डल, लखनऊ, विकास सिंह, जिला प्रोबेशन अधिकारी, लखनऊ सहित संस्था के कर्मचारीगण उपस्थित रहे। संस्था की बालिका रागिनी द्वारा मुख्यमंत्री जी को एकल पुष्प देकर स्वागत किया गया एवं देश-भक्ति गीत की प्रस्तुति की गयी। इसके पश्चात् बच्चों से संवाद किया गया और उन्हें आर्शीवचन दिया गया। साथ ही उपहार स्वरूप समस्त बच्चों को फलों की टोकरी, स्कूल बैग, किताबें, खिलौने, चॉकलेट इत्यादि वितरण किया गया।अन्य न्यूज़