BPSC छात्रों पर हुई पानी की बौछार के बाद लाठीचार्ज, Priyanka Gandhi Vadra ने बिहार सरकार की आलोचना की

Priyanka Gandhi
प्रतिरूप फोटो
ANI
रितिका कमठान । Dec 30 2024 11:54AM

बिहार में तीन दिनों में दूसरी बार छात्रों पर अत्याचार किया गया। परीक्षाओं में भ्रष्टाचार, धांधली और पेपर लीक को रोकना सरकार का काम है। भाजपा की डबल इंजन सरकार पर निशाना साधते हुए प्रियंका ने कहा कि पुलिस कार्रवाई के जरिए प्रदर्शनकारी छात्रों की आवाज दबाई जा रही है।

बिहार में बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षा रद्द करने के लिए छात्र प्रदर्शन कर रहे है। प्रदर्शनकारी छात्रों पर भीषण सर्दी में पुलिस ने लाठीचार्ज और बारिश की बैछार की है। इसी बीच कांग्रेस नेता और वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी ने सोमवार को बिहार में प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किए जाने के बाद बिहार सरकार पर निशाना साधा है। 

प्रियंका गांधी ने एक्स पर लिखा, "बिहार में तीन दिनों में दूसरी बार छात्रों पर अत्याचार किया गया। परीक्षाओं में भ्रष्टाचार, धांधली और पेपर लीक को रोकना सरकार का काम है।" भाजपा की डबल इंजन सरकार पर निशाना साधते हुए प्रियंका ने कहा कि पुलिस कार्रवाई के जरिए प्रदर्शनकारी छात्रों की आवाज दबाई जा रही है। उन्होंने कहा, "भ्रष्टाचार रोकने के बजाय छात्रों को अपनी आवाज उठाने से रोका जा रहा है। इस भीषण ठंड में युवाओं पर पानी की बौछार और लाठीचार्ज अमानवीय है। भाजपा की डबल इंजन सरकार युवाओं पर दोहरे अत्याचार का प्रतीक बन गई है।"

प्रियंका की यह प्रतिक्रिया उनके भाई राहुल गांधी द्वारा पिछले सप्ताह की शुरुआत में भाजपा-एनडीए सरकार की आलोचना के बाद आई है, जहां उन्होंने इस घटना की तुलना 'एकलव्य के अंगूठे' के उदाहरण से करते हुए कहा था कि "पेपर लीक करके" उसी तरह युवाओं का भविष्य खत्म किया जा रहा है। 

हालांकि, बिहार में एनडीए सरकार की आलोचना सिर्फ़ कांग्रेस पार्टी ने ही नहीं की है। पुलिस कार्रवाई की निंदा अन्य विपक्षी दलों के साथ-साथ भारतीय जनता पार्टी के भीतर भी हुई है। आरजेडी और आप जैसी पार्टियों के बड़े नेता भी बिहार सरकार के खिलाफ़ आवाज़ उठाने वालों में शामिल हो गए हैं।

बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने अभ्यर्थियों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई को "दर्दनाक" बताया और इसकी निंदा की। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, आरजेडी नेता ने कहा, "यह बहुत दर्दनाक है कि पुलिस ने बीपीएससी अभ्यर्थियों को कैसे पीटा। कई लोग बुरी तरह घायल हुए हैं। हम इसकी निंदा करते हैं। जो दृश्य सामने आए हैं, वे परेशान करने वाले हैं। एक युवा के रूप में, मैं उनकी स्थिति को समझ सकता हूं।" इस बीच, आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने इस घटना को “एक निरंकुश सरकार की तानाशाही” का उदाहरण बताया और कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से यह व्यवहार अप्रत्याशित था।

संजय सिंह ने घटना का वीडियो शेयर करते हुए लिखा, "BPSC अभ्यर्थियों पर पुलिस द्वारा जानलेवा लाठीचार्ज। कई दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे युवाओं के साथ जानवरों जैसा व्यवहार करना तानाशाही का ज्वलंत उदाहरण है। छात्र आंदोलन से निकले नीतीश जी, आपसे ऐसी उम्मीद नहीं थी।" 

उन्होंने बिहार सरकार से छात्रों की मांगों पर ध्यान देने का आग्रह करते हुए कहा कि “देश लाठी से नहीं बल्कि संवाद और संविधान से चलेगा।” इसके अलावा, जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर भी प्रदर्शनकारी छात्रों में शामिल हुए और बिहार की परीक्षा प्रक्रिया में भ्रष्टाचार को खत्म करने का आह्वान किया। हालांकि, किशोर पर “अनधिकृत सभा, उकसावे और सार्वजनिक व्यवस्था को बिगाड़ने” के लिए एफआईआर दर्ज की गई।

प्रश्नपत्र लीक होने के आरोपों को लेकर बीपीएससी द्वारा आयोजित 70वीं एकीकृत संयुक्त प्रतियोगी (प्रारंभिक) परीक्षा (सीसीई), 2024 को रद्द करने की मांग करते हुए अभ्यर्थियों ने एक सप्ताह से अधिक समय तक विरोध प्रदर्शन किया है।  

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