आयरलैंड में पैदाइश, लड़ी कॉरपोरेट बोर्डरूम की सबसे बड़ी लड़ाई, टाटा से भिड़ने वाले साइरस मिस्त्री से जुड़ी ये बातें जानते हैं आप?
टाटा समूह के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री की महाराष्ट्र में एक सड़क हादसे में मौत हो गई है। नमक से लेकर सॉफ्टवेयर तक और चाय से लेकर स्टील तक बनाने वाली 100 अरब डॉलर की कंपनी टाटा ग्रुप और मिस्त्री की जंग एक समय में भारत के कॉरपोरेट बोर्डरूम की सबसे बदतर और चर्चित लड़ाई रही थी।
टाटा समूह के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री की महाराष्ट्र में एक सड़क हादसे में मौत हो गई है। घटना मुंबई के पास हुई। हादसे के वक्त मिस्ट्री मर्सिडीज कार में अहमदाबाद से मुंबई जा रहे थे। हादसा गुजरात-महाराष्ट्र सीमा के पास हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टाटा संस के पूर्व अध्यक्ष साइरस मिस्त्री के परिवार और दोस्तों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की। वहीं महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि टाटा संस के पूर्व प्रमुख साइरस मिस्त्री के निधन के बारे में सुनकर स्तब्ध हूं। वह न केवल एक सफल उद्यमी थे, बल्कि उद्योग में एक युवा, उज्ज्वल और दूरदर्शी व्यक्तित्व के रूप में भी देखे जाते थे। उद्योगपति परिवार से संबंध रखने वाले साइरस मिस्त्री के जीवन की सबसे अहम घटना टाटा सन्स का चेयरमैन बनना ही रहा। चार साल तक वो देश के सबसे बड़े कारोबारी समूहों में से एक टाटा ग्रप के प्रमुख की जिम्मेदारी संभालने के बाद अचानक उन्हें पद से हटा दिया गया।
The untimely demise of Shri Cyrus Mistry is shocking. He was a promising business leader who believed in India’s economic prowess. His passing away is a big loss to the world of commerce and industry. Condolences to his family and friends. May his soul rest in peace.
— Narendra Modi (@narendramodi) September 4, 2022
The untimely demise of Shri Cyrus Mistry is shocking. He was a promising business leader who believed in India’s economic prowess. His passing away is a big loss to the world of commerce and industry. Condolences to his family and friends. May his soul rest in peace.
— Narendra Modi (@narendramodi) September 4, 2022टाटा से भिड़ने वाले मिस्त्री
नमक से लेकर सॉफ्टवेयर तक और चाय से लेकर स्टील तक बनाने वाली 100 अरब डॉलर की कंपनी टाटा ग्रुप और मिस्त्री की जंग एक समय में भारत के कॉरपोरेट बोर्डरूम की सबसे बदतर और चर्चित लड़ाई रही थी। अक्टूबर का महीना था तारीख थी 10 और साल 2016 जब खुद रतन टाटा ने अपने अध्यक्ष सायरस मिस्त्री को बर्खास्त कर सभी को चौंका दिया था। कंपनी के बोर्ड ने चार साल से अध्यक्ष का पद संभाल रहे 48 वर्षीय मिस्त्री की छुट्टी कर इसकी अंतरिम कमान एक बार फिर से रतन टाटा को सौंप दी थी। चार वर्ष पूर्व टाटा समूह की कमान संभालने वाले सायरस मिस्त्री को हटाया जाना जितना अप्रत्याशित कदम था, उतनी ही देश के डेढ़ सौ वर्ष पुराने औद्योगिक घराने में उत्तराधिकारी की लड़ाई का अदालत और कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल में पहुंच जाना भी रहा। फिर नटराजन चंद्रशेखरन को टाटा समूह की कमान सौंपी गई।
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NCLAT ने सुनाया ऐतिहासिक फैसला
लेकिन दिसंबर 2019 में टाटा ग्रप को बड़ी कानूनी शिकस्त मिली। वो भी कभी टाटा सन्स के चेयरमैन रहे साइरस मिस्त्री से। NCLAT यानी नेशनल कंपनी लॉ अपीलेट ट्राइब्यूनल ने कारपोरेट इतिहास का एक बड़ा फैसला सुनाते हुए साइरस मिस्त्री को फिर से टाटा सन्स के चेयरमैन पद पर बहाल कर दिया था। बता दें कि सायरस मिस्त्री उस परिवार से ताल्लुक रखते, जिसकी टाटा समूह में 20 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
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आयरलैंड में हुआ जन्म, टाटा परिवार से निजी संबंध
4 जुलाई 1968 को साइरस मिस्त्री का जन्म भारत के बड़े कारोबारी घराने में हुआ। शापूरजी पालोनजी मिस्त्री समूह के फ्लोनजी मिस्त्री के सबसे छोटे बेटे साइरस मिस्त्री की मां एक आयरिश महिला थीं। उनके पिता बाद में आयरलैंड के नागरिक बन गए। साइरस मिस्त्री का जन्म भी आयरलैंड में ही हुआ था। टाटा परिवार और उनके पिता के निजी संबंध रहे हैं। साइरस मिस्त्री की बहन अल्लू की शादी रतन टाटा के सौतेले भाई नोएल टाटा से हुई है। मिस्त्री ने वकील इकबाल छागला की बेटी और प्रसिद्ध विधिवेत्ता एमसी छागला की पोती, रोहिका छागला से शादी की।
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