विपक्ष की बैठक पर भाजपा की प्रतिक्रिया दर्शाती है कि वह सफल रही : उमर अब्दुल्ला

Omar Abdullah
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जम्मू-कश्मीर से सशस्त्र बल (विशेष शक्तियां) अधिनियम (एएफएसपीए) हटाने पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए अब्दुल्ला ने कहा कि जब तक भाजपा सत्ता में है तब तक केंद्र शासित प्रदेश में आतंकवाद खत्म नहीं होगा।

नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) नेता उमर अब्दुल्ला ने सोमवार को कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह समेत भाजपा नेतृत्व की प्रतिक्रिया इस बात का सबूत है कि पटना में विपक्षी दलों की बैठक सफल रही। उन्होंने यह भी कहा कि जब तक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सत्ता में है तब तक जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद खत्म नहीं होगा। अब्दुल्ला ने भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह के कटाक्ष के जवाब में कहा, “समय साबित करेगा कि यह (विपक्षी बैठक)फोटो शूट था या नहीं। यदि गृह मंत्री, जो देश के दूसरे सबसे शक्तिशाली व्यक्ति हैं, सहित पूरे भाजपा नेतृत्व ने बैठक के बारे में एक बयान जारी किया है, तो इससे आपको इसकी सफलता के बारे में कुछ अंदाज़ा मिलता है।” भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने हाल में पटना में हुई विपक्षी दलों की बैठक को ‘केवल फोटो सेशन’ करार दिया था इससे पूर्व केंद्रीय गृहमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता अमित शाह ने भी 23 जून को बिहार की राजधानी में विपक्षी दलों की बैठक को ‘फोटो सेशन’ बताया था।

अब्दुल्ला ने यहां से लगभग 100 किलोमीटर दूर दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के डकसुम इलाके में संवाददाताओं से सवालिया अंदाज में कहा, “इस बैठक का नतीजा क्या होगा, कृपया 2024 (लोकसभा चुनाव) तक इंतजार करें। अब आप इतने चिंतित क्यों हैं?” अगले साल होने वाले आम चुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा से एकजुट होकर मुकाबला करने के लिए एक आम रणनीति बनाने के वास्ते विपक्षी दलों के नेताओं ने शुक्रवार को पटना में बैठक की। यह बैठक बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल (यूनाइटेड) के प्रमुख नीतीश कुमार ने बुलाई थी। बैठक में अन्य लोगों के अलावा अब्दुल्ला और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) प्रमुख महबूबा मुफ्ती भी शामिल हुईं। जम्मू-कश्मीर से सशस्त्र बल (विशेष शक्तियां) अधिनियम (एएफएसपीए) हटाने पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए अब्दुल्ला ने कहा कि जब तक भाजपा सत्ता में है तब तक केंद्र शासित प्रदेश में आतंकवाद खत्म नहीं होगा।

उन्होंने कहा, “उनके (भाजपा) रहते हुए शांति बहाल नहीं की जा सकती, हमने यह देखा है। जिन क्षेत्रों को आतंकवाद-मुक्त घोषित किया गया था, वहां आतंकवाद फिर से शुरू हो गया है और हम 2014 से पहले इन क्षेत्रों से एएफएसपीए हटाने पर विचार कर सकते थे।” अब्दुल्ला ने कहा, “कश्मीर में ऐसी कोई जगह नहीं है जहां आतंकवाद न देखा जाता हो। राजौरी-पुंछ में हमने जो देखा, उससे पता चलता है कि आतंकवाद का असर उन इलाकों में भी दिख रहा है, जहां कुछ साल पहले ऐसा नहीं था। इतना तो कहा जा सकता है कि जब तक वे (भाजपा) सत्ता में हैं, जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद खत्म नहीं होगा।” जम्मू-कश्मीर में चुनावों पर नेकां के रुख के बारे में पूछे जाने पर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि अतीत में चुनावों के बहिष्कार के फैसले कुछ परिस्थितियों में लिए गए थे। उन्होंने कहा, “आज स्थिति यह है कि हम किसी भी चुनाव का बहिष्कार करने के लिए तैयार नहीं हैं। हम सभी चुनावों में हिस्सा लेंगे और जीतने की पूरी कोशिश करेंगे।” पुलवामा जिले में एक मस्जिद के अंदर सेना के जवानों द्वारा लोगों को “जय श्री राम” का नारा लगाने के लिए मजबूर करने की कथित घटना पर अब्दुल्ला ने कहा कि इसकी जांच की जानी चाहिए और दोषियों को दंडित किया जाना चाहिए।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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