भाजपा का आरोप, महाराष्ट्र मंत्रालय का शपथ ग्रहण गैरकानूनी है
विधानसभा में नयी सरकार के अपराह्न दो बजे विश्वास मत के मद्देनजर शिवसेना, राकांपा, कांग्रेस ने अपने विधायकों को सदन में मौजूद रहने के लिए व्हिप जारी किया है।
मुंबई। महाराष्ट्र भाजपा प्रमुख चंद्रकांत पाटिल ने शनिवार को कहा कि उद्धव ठाकरे के मंत्रालय का शपथ ग्रहण गैरकानूनी है क्योंकि यह निर्धारित प्रारूप के अनुसार नहीं हुआ। पाटिल ने विधान भवन में पत्रकारों से कहा कि मंत्रियों ने शपथ लेते समय अपने नेताओं और अन्य लोगों के नाम लिए जो प्रोटोकॉल के अनुरूप नहीं है।
Chandrakant Patil,BJP: They(#MahaVikasAghadi) changed Protem speaker from Kalidas Kolambkar to Dilip Walse Patil, this is legally wrong, the oath was also not taken as per rules, the new Govt is violating all rules.We are filing petition with Governor,and might also approach SC pic.twitter.com/b6ptuB4uEd
— ANI (@ANI) November 30, 2019
राकांपा प्रवक्ता नवाब मलिक ने यह कहते हुए पाटिल के दावों को खारिज कर दिया कि कई भाजपा सांसदों ने ऐसा ही किया था। उन्होंने कहा, ‘‘अगर पाटिल के मापदंड का इस्तेमाल किया जाए तो आधी लोकसभा खाली हो जाएगी।’’ पाटिल ने कहा, ‘‘लोगों ने भाजपा-शिवसेना गठबंधन को वोट दिया था जिसे 161 सीटें मिली लेकिन शिवसेना ने जनादेश को धोखा दिया। पहले संवाददाता सम्मेलन के बाद से ही वे विकल्प के बारे में बात करने लग गए थे।’’
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इस बीच, विधानसभा में नयी सरकार के अपराह्न दो बजे विश्वास मत के मद्देनजर शिवसेना, राकांपा, कांग्रेस ने अपने विधायकों को सदन में मौजूद रहने के लिए व्हिप जारी किया है। इससे पहले शनिवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने विश्वास मत के मद्देनजर विधान भवन परिसर में छत्रपति शिवाजी महाराज को श्रद्धांजलि दी। ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी के मुख्यमंत्री का पद साझा करने को लेकर चुनाव पूर्व सहयोगी भाजपा के साथ टकराव के बाद शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस ने सरकार बनाई। भाजपा 105 सीटें जीतकर सबसे बड़ा दल बनकर उभरी। वहीं, शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस ने 21 अक्टूबर को हुए चुनाव में क्रमश: 56, 54 और 44 सीटें जीती।
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