यूपी में बड़े फेरबदल की तैयारी में भाजपा, प्रदेश अध्यक्ष को लेकर इन नामों की चर्चा सबसे ज्यादा
प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए जिस नाम की चर्चा सबसे ज्यादा है वह पूर्व कैबिनेट मंत्री श्रीकांत शर्मा का। श्रीकांत शर्मा ने बिजली मंत्री रहते हुए बढ़िया काम किया है। पर इस बार उन्हें योगी कैबिनेट में जगह नहीं दी गई है। श्रीकांत शर्मा को लेकर संभावनाओं का दौर अपने चरम पर है।
उत्तर प्रदेश में सरकार गठन के बाद अब भाजपा संगठन में बड़े बदलाव की तैयारी कर रही है। स्वतंत्र देव सिंह के योगी कैबिनेट में शामिल हो जाने के बाद सबसे बड़ा सवाल तो यही है क्या तो उत्तर प्रदेश में भाजपा का अगला प्रदेश अध्यक्ष कौन होगा? जाहिर सी बात है कि इसके लिए भाजपा आलाकमान भी एक चेहरे की तलाश कर रहा है। पार्टी आलाकमान प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए कई नामों पर चर्चा कर रहा है। राजनीतिक विश्लेषक अपने-अपने तरीके से कयास भी लगा रहे हैं। संभावनाओं के मुताबिक के उत्तर प्रदेश कैबिनेट को देखते हुए इस बात की संभावना है कि प्रदेश अध्यक्ष पश्चिम क्षेत्र को भी मिल सकता है। लेकिन सवाल यही है कि आखिर प्रदेश अध्यक्ष होगा कौन?
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प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए जिस नाम की चर्चा सबसे ज्यादा है वह पूर्व कैबिनेट मंत्री श्रीकांत शर्मा का। श्रीकांत शर्मा ने बिजली मंत्री रहते हुए बढ़िया काम किया है। पर इस बार उन्हें योगी कैबिनेट में जगह नहीं दी गई है। श्रीकांत शर्मा को लेकर संभावनाओं का दौर अपने चरम पर है। यहां तक कि सोशल मीडिया पर कुछ लोग उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनने की बधाई देने शुरू कर चुके हैं। हालांकि पार्टी की ओर से फिलहाल प्रदेश अध्यक्ष पद के नाम को लेकर कोई औपचारिक जानकारी नहीं दी गई। प्रदेश अध्यक्ष पद की रेस में पूर्व उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा का भी नाम है। दिनेश शर्मा पूर्व उपमुख्यमंत्री रहे हैं। लेकिन इस बार उन्हें कैबिनेट में शामिल नहीं किया गया। ऐसे में चर्चा इस बात की तेज है कि दिनेश शर्मा को संगठन में बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है। दिनेश शर्मा को संगठन में काम करने का लंबा अनुभव भी है।
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बताया जा रहा है इस बार भाजपा उत्तर प्रदेश में किसी ब्राह्मण चेहरे को प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर आगे कर सकती है। भाजपा हाल के दिनों में समय-समय पर ब्राह्मण चेहरों को प्रोमोट करती रही है। 2014 में जब भाजपा में उत्तर प्रदेश में शानदार प्रदर्शन किया था तब प्रदेश अध्यक्ष पद पर लक्ष्मीकांत वाजपेयी थे। इसके बाद केशव प्रसाद मौर्य को जिम्मेदारी दी गई जोकि ओबासी समाज से आते हैं। केशव मौर्य के बाद डॉक्टर महेंद्र नाथ पांडे को जिम्मेदारी दी गई जो ब्राह्मण समाज से आते हैं। उसके बाद फिर स्वतंत्र देव सिंह को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया जो कि ओबीसी समाज से आते हैं। 2024 चुनाव की तैयारी के लिए भाजपा के से ब्राह्मण चेहरे को आगे कर सकती हैं। श्रीकांत शर्मा और दिनेश शर्मा के अलावा सतीश गौतम, सुब्रत पाठक, हरीश द्विवेदी के साथ-साथ सुधांशु त्रिवेदी का भी नाम प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए चर्चा में है।
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