कश्मीर के हथकरघा और हस्तशिल्प उद्योग को संकट से उबारने के लिए बड़ी पहल
जहां तक श्रीनगर में चल रही प्रदर्शनी की बात है तो आपको बता दें कि इसमें कालीन, शॉल, अखरोट की लकड़ी से बने सामान, पेपर माचे, ऊनी वस्त्र और पारंपरिक खाद्य उत्पादों को प्रदर्शित किया गया है। प्रभासाक्षी संवाददाता ने इस प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में उपराज्यपाल प्रशासन लगातार विभिन्न आयोजनों के जरिये स्थानीय हस्तशिल्प और हथकरघा उद्योग को संकट से उबारने और हस्तशिल्प कारीगरों को आगे बढ़ाने का काम कर रहा है। इसी कड़ी में श्रीनगर में एक शिल्प प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। देखा जाये तो जम्मू-कश्मीर का प्राचीन हस्तशिल्प और हथकरघा उद्योग इन दिनों संकट के दौर से गुजर रहा है क्योंकि कोरोना काल में बिक्री घटी है जिससे इस उद्योग से जुड़े कारीगरों के सामने मुश्किल हालात खड़े हो गये हैं। अभी हाल ही में जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने 15 दिवसीय शिल्प मेला लगाया था जिसमें उत्कृष्ट कारीगरों को राज्य स्तरीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। पुरस्कार के तहत कारीगरों को नकद राशि भी प्रदान की गयी थी।
इसे भी पढ़ें: अगले साल तक रामबन में बनेगा जम्मू का सबसे बड़ा ट्यूलिप गार्डन
जहां तक श्रीनगर में चल रही प्रदर्शनी की बात है तो आपको बता दें कि इसमें कालीन, शॉल, अखरोट की लकड़ी से बने सामान, पेपर माचे, ऊनी वस्त्र और पारंपरिक खाद्य उत्पादों को प्रदर्शित किया गया है। प्रभासाक्षी संवाददाता ने इस प्रदर्शनी का अवलोकन किया और यहां प्रतिभागियों से बातचीत की। इस दौरान सभी ने कहा कि ऐसे आयोजन हमें अपनी कला का प्रदर्शन करने का अवसर तो प्रदान करते ही हैं साथ ही यहां आने वाले लोगों के माध्यम से बड़ी संख्या में ऑर्डर भी मिलते हैं।
अन्य न्यूज़