पीएम मोदी के सत्ता संभालने के बाद जम्मू कश्मीर को छोड़कर देश में कोई बड़ा हमला नहीं हुआ: राजनाथ सिंह
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बृहस्पतिवार को कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पदभार ग्रहण करने के बाद से जम्मू कश्मीर को छोड़कर देश में कहीं भी कोई बड़ा आतंकवादी हमला नहीं हुआ और आतंकवादी केंद्र की भाजपा सरकार से डरे हुए हैं।
केवडिया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बृहस्पतिवार को कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पदभार ग्रहण करने के बाद से जम्मू कश्मीर को छोड़कर देश में कहीं भी कोई बड़ा आतंकवादी हमला नहीं हुआ और आतंकवादी केंद्र की भाजपा सरकार से डरे हुए हैं। नर्मदा जिले के केवडिया में भाजपा की गुजरात इकाई की कार्यकारिणी की तीन दिवसीय बैठक के दूसरे दिन प्रदेश के पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए सिंह ने कांग्रेस की आलोचना की और कहा कि कांग्रेस सेना के जवानों के प्रति संवेदनशील नहीं है और उसने वन रैंक वन पेंशन (ओआरओपी) के मुद्दे को 40 साल तक उलझाए रखा।
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उन्होंने कहा, ‘‘ हमने आतंकवादियों को अपने मंसूबे में सफल नहीं दिया। यही वजह है कि पिछले सात सालों में जम्मू कश्मीर एवं उसके आसपास के कुछ क्षेत्रों को छोड़कर देश में कहीं भी कोई बड़ी आतंकवादी वारदात नहीं हुई।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा जान पड़ता है कि अब आतंकवादी भाजपा सरकार से डरे हुए हैं। यह कोई छोटी बात नहीं है।’’ सिंह ने कहा, ‘‘ आतंकवादियों ने अब अहसास कर लिया है कि वे अपने पनाहगाह में भी सुरक्षित नहीं हैं। उरी हमले के बाद हमने जो (पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक) किया, उसने दुनिया को स्पष्ट संदेश दिया कि हम जरूरत पड़ने पर इस तरफ और सीमा को पार करके भी आतंकवादियों की जान ले सकते हैं।’’ रक्षा मंत्री ने कहा कि यदि पिछली सरकार सेना के जवानों के प्रति संवेदनशील हाती तो 40 साल पुराने ओआरओपी का मुद्दा सुलझ गया होता, लेकिन कांग्रेस ने यह मांग नहीं मानी। उन्होंने कहा, ‘‘परंतु मोदीजी ने उसे तत्काल लागू किया। इससे कांग्रेस और भाजपा सरकार के बीच फर्क दिखता है। ’’ सिंह ने यह कहते हुए कांग्रेस और उसके नेताओं पर प्रहार किया कि उन्होंने बस महात्मा गांधी के नाम का इस्तेमाल किया, उनके पदचिह्नों पर वे चलने में विफल रहे। अयोध्या में राममंदिर का जिक्र करते हुए वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा, ‘‘ हम जो वादा करते हैं, उसे हमेशा निभाते हैं। ये बस चुनावी नारे नहीं होते... यह हमारी सांस्कृतिक प्रतिबद्धता है। अब कोई भी शक्ति भव्य राममंदिर का निर्माण नहीं रोक सकती है। ढांचा ढहने के बाद हमने अपनी तीन सरकारें कुर्बान कर दी थी। केंद्र ने हमारी तीन सरकारों को बर्खास्त कर दिया था लेकिन हमने कभी अपनी प्रतिबद्धता एवं आंदोलन में कोई ढील नहीं आने दी।’’ रक्षा मंत्री के संबोधन के बाद रक्षा मंत्रालय एवं गुजरात सरकार ने आगामी रक्षा एक्सपो -2022 के लिए एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किये। इस मौके पर सिंह और गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी मौजूद थे। रूपाणी ने घोषणा की कि रक्षा एक्सपो- 2022 का आयोजन अगले साल दस मार्च से 13 मार्च तक गांधीनगर में होगा।
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