राज्यसभा के लिए नामित होने के बाद भाजपा में शामिल हुए अश्विनी वैष्णव
वैष्णव के पटनायक के साथ मधुर संबंध रहे हैं जिनकी पार्टी बीजू जनता दल (बीजद) वाजपेयी के समय में भाजपा की सहयोगी थी। वाजपेयी ने संवाददाताओं से कहा कि ओडिशा के लिए फिर से काम करने का यह उन्हें मिला बड़ा अवसर है।
भुवनेश्वर। ओडिशा में राज्यसभा के लिए होने वाले उपचुनाव में भाजपा की ओर से प्रत्याशी बनाए जाने के बाद पूर्व आईएएस अधिकारी अश्विनी वैष्णव शनिवार को भगवा पार्टी में शामिल हो गए। वहीं कांग्रेस ने उनकी उम्मीदवारी को सत्तारूढ़ बीजद की ओर से समर्थन दिए जाने के पीछे एक ‘सौदा’ होने का इशारा किया है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निजी सचिव रह चुके वैष्णव यहां भाजपा की ओडिशा इकाई के अध्यक्ष एवं सांसद बसंत पांडा और अन्य वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हुए। भाजपा की तरफ से पूर्व नौकरशाह को पांच जुलाई को होने वाले राज्यसभा उपचुनावों के लिए अपना उम्मीदवार घोषित करने के तुरंत बाद ओडिशा के मुख्यमंत्री एवं बीजद अध्यक्ष नवीन पटनायक ने उन्हें अपनी पार्टी का समर्थन देने की घोषणा की।
Former IAS officer Shri Ashwini Baishnab joins Bharatiya Janata Party in presence of State President Shri @basantpandabjp at BJP State Office, Bhubaneswar. pic.twitter.com/gAe0dSX267
— BJP Odisha (@BJP4Odisha) June 22, 2019
वैष्णव के पटनायक के साथ मधुर संबंध रहे हैं जिनकी पार्टी बीजू जनता दल (बीजद) वाजपेयी के समय में भाजपा की सहयोगी थी। वाजपेयी ने संवाददाताओं से कहा कि ओडिशा के लिए फिर से काम करने का यह उन्हें मिला बड़ा अवसर है। हालांकि विपक्षी कांग्रेस सत्तारूढ़ बीजद पर यह आरोप लगाते हुए जमकर बरसी कि उसकी भाजपा के साथ साठगांठ है जो राज्यसभा उपचुनाव में भगवा पार्टी के प्रत्याशी को समर्थन देने की घोषणा से उजागर हो गई है।
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कांग्रेस के दिग्गज नेता एवं विधायक नरसिंह मिश्रा ने कहा कि बीजद सभी तीन सीट पर हो रहे उपचुनाव में जीतने की स्थिति में थी क्योंकि वर्तमान में 145 सदस्यीय राज्य विधानसभा में उसके 111 सदस्य हैं। इसलिए बीजद और भाजपा के बीच छिपे हुए संबंध अब सामने आ गए हैं। ये उपचुनाव अच्युत सामंत, सौम्य रंजन पटनायक और पी के देब द्वारा खाली की गई सीटों पर होंगे।
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