अशोक चव्हाण ने CAA को माना असंवैधानिक, महाराष्ट्र में लागू न किये जाने की मांग की
नए नागरिकता कानून के विरोध में नयी दिल्ली स्थित जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय और उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय समेत कई कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के छात्रों ने प्रदर्शन किए।
नागपुर। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक चव्हाण ने बुधवार को संशोधित नागरिकता कानून को ‘‘असंवैधानिक’’ बताया और कहा कि इसे महाराष्ट्र में लागू नहीं किया जाना चाहिए। संशोधित नागरिकता कानून के आस्तित्व में आने के बाद से पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर समेत देश के बड़े हिस्से में इसके विरोध में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हो रहे हैं।
नागरिकत्व सुधारणा कायद्याविरोधात विद्यार्थ्यांच्या शांतीपूर्वक आंदोलनावर दडपशाही करणार्या केंद्र सरकारच्या निषेधार्थ आज नागपूर येथे काँग्रेस पक्षाने तीव्र निदर्शने केली.#BJPBurningBharat #BJPburningIndia #CAAAgainstConstitution #JamiaProtest #JamiaMilia pic.twitter.com/45JEO2yw1n
— Ashok Chavan (@AshokChavanINC) December 16, 2019
नए नागरिकता कानून के विरोध में नयी दिल्ली स्थित जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय और उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय समेत कई कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के छात्रों ने प्रदर्शन किए।
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चव्हाण ने महाराष्ट्र विधानसभा में इस मामले को उठाया और कहा, ‘‘यह असंवैधानिक कानून है। इसे राज्य में लागू नहीं किया जाना चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के कुछ कॉलेज छात्र इस कानून के विरोध में हैं और उन्होंने पूर्वोत्तर के लोगों के प्रति समर्थन जताया है।
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