सेना को नौकरी हासिल करने का जरिया नहीं समझा जाना चाहिए: जनरल रावत
उन्होंने ड्यूटी के दौरान वास्तव में दिव्यांग होने वाले पूर्व सैनिकों और सेवारत जवानों को सभी मदद देने का भरोसा दिया। जनरल रावत ने कहा, ‘‘अक्सर देखा गया है कि लोग भारतीय सेना को एक रोजगार का जरिया मानते हैं। नौकरी हासिल करने का जरिया।’’
पुणे। सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने बृहस्पतिवार को यहां कहा कि भारतीय सेना को नौकरी प्रदाता के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए। साथ ही जनरल रावत ने बीमारी या दिव्यांगता का बहाना कर ड्यूटी से बचने या लाभ प्राप्त करने वाले जवानों को चेतावनी भी दी।
Army Chief General Bipin Rawat: People treat Army as an employment opportunity; they need to get this thing out of their mind. To join army you've to be mentally& physically strong, ready to face difficult situations&find a way when there’s none, only then you’ll be an army jawan pic.twitter.com/eAPG7QEZEE
— ANI (@ANI) December 13, 2018
उन्होंने ड्यूटी के दौरान वास्तव में दिव्यांग होने वाले पूर्व सैनिकों और सेवारत जवानों को सभी मदद देने का भरोसा दिया। जनरल रावत ने कहा, ‘‘अक्सर देखा गया है कि लोग भारतीय सेना को एक रोजगार का जरिया मानते हैं। नौकरी हासिल करने का जरिया।’’
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