भाजपा में शामिल होने के अनिल के फैसले से दुख हुआ है : Antony

Anil joins BJP
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केरल के मुख्यमंत्री रह चुके एंटनी ने विरोधी दल (भाजपा) में बेटे के शामिल होने के बाद ‘नेहरू परिवार’ के प्रति अपनी पूर्ण निष्ठा की घोषणा की। अनिल राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बृहस्पतिवार को केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और वी मुरलीधरन की उपस्थिति में भाजपा में शामिल हुए।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ए के एंटनी ने बृहस्पतिवार को अपने बेटे अनिल के भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के फैसले पर दुख जतातेहुये यहां कहा कि वह (एके एंटनी) आखिरी सांस तक कांग्रेस का कार्यकर्ता बने रहेंगे। इसके साथ ही उन्होंने भाजपा पर देश को आपदा की ओर ले जाने का आरोप लगाया। केरल के मुख्यमंत्री रह चुके एंटनी ने विरोधी दल (भाजपा) में बेटे के शामिल होने के बाद ‘नेहरू परिवार’ के प्रति अपनी पूर्ण निष्ठा की घोषणा की। अनिल राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बृहस्पतिवार को केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और वी मुरलीधरन की उपस्थिति में भाजपा में शामिल हुए।

इसके कुछ घंटे बाद, पूर्व केंद्रीय मंत्री एंटनी ने अपने बेटे के फैसले को ‘‘गलत’’ करार दिया। एंटनी ने यहां केरल प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘‘मैं भाजपा में शामिल होने के अनिल के फैसले से बेहद दुखी हूं। यह एक गलत फैसला है।’’ कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘मैं अब 82 साल का हो गया हूं। मैं अपने जीवन के अंतिम चरण में हूं। मुझे नहीं पता कि मैं कब तक जीवित रहूंगा और लंबे जीवन की कामना मुझे नहीं है। मैं जब तक जीवित रहूंगा, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का कार्यकर्ता बन कर जीऊंगा।’’ पूर्व रक्षा मंत्री एंटनी ने कहा कि वह भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की विनाशकारी नीतियों के खिलाफ अपनी आवाज हमेशा बुलंद करते रहेंगे।

‘नेहरू-गांधी परिवार’ के खिलाफ अनिल की ओर से लगाये गये आरोपों का जवाब देते हुये एंटनी ने कहा कि उनकी निष्ठा हमेशा नेहरू परिवार के प्रति बनी रहेगी, जो आज भी ‘‘भारत के मूल आदर्शों की सुरक्षा के लिए बिना डरे संघर्ष’’में सबसे आगे है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मेरी निष्ठा हमेशा नेहरू परिवार के प्रति रहेगी।उस परिवार के सदस्यों को (भाजपा द्वारा) निशाना बनाये जाने के बावजूद, वे भारतीय संविधान के मूल्यों की रक्षा के लिए निडर होकर संघर्ष में सबसे आगे हैं।’’ उन्होने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के दौरान और आजादी के बाद नेहरू परिवार ने प्रत्येक भारतीय को उनकी जाति, धर्म, और क्षेत्रीय आधार पर एक समान माना।

केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के डिजिटल मीडिया प्रकोष्ठ की अगुवाई करने वाले अनिल ने गुजरात दंगों पर आधारित बीबीसी के विवादास्पद वृत्तचित्र पर कांग्रेस के रुख की आलोचना करते हुये दो महीने पहले पार्टी छोड़ दी थी और पार्टी नेतृत्व पर देश के बजाय ‘‘एक परिवार’’ के लिए काम करने का आरोप लगाया था। एंटनी ने भाजपा पर देश के संवैधानिक मूल्यों को नष्ट करने का आरोप लगाया और कहा, ‘‘विविधता में एकता भारतीय अवधारणा है। यही भारत की एकता की वास्तविक दृष्टि है। लेकिन भाजपा केवल एकरूपता में विश्वास करती है। भारत की एकता, लोगों की एकता, सामाजिक सद्भाव, सब कुछ ध्वस्त हो गया है।’’

कांग्रेस के दिग्गज नेता ने आरोप लगाया कि (प्रधानमंत्री) नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार 2014 से ‘‘विविधता और धर्मनिरपेक्षता को क्रमबद्ध तरीकेसे कमजोर कर रही है’’ जो भारत की एकता की ‘‘आधारशिला’’है। एंटनी ने यह कहते हुये अपनी बात खत्म की कि अब वह अनिल के भाजपा में शामिल होने के फैसले पर कोई टिप्पणी या चर्चा नहीं करेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘यह इस मामले पर मेरी पहली और आखिरी प्रतिक्रिया है।’’

इससे पहले अनिल के. एंटनी को आड़े हाथों लेते हुये प्रदेश कांग्रेस ने उनकी आलोचना की और कहा कि उन्होंने ‘मौंडी बृहस्पतिवार’ के दिन अपने पिता एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ए.के. एंटनी के साथ विश्वासघात किया है। केरल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के. सुधाकरन ने कहा कि अनिल को पार्टी में कोई जिम्मेदारी नहीं दी गयी थी और इसलिये उन्होंने भाजपा का दामन थामा है और यह कांग्रेस के लिये चिंता का विषय नहीं है। उन्होंने अनिल से यह भी कहा कि वह अतीत में कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में शामिल हुये नेताओं की ‘‘दुर्दशा की जांच’’ कर लें। सुधाकरन ने कहा, ‘‘जो पार्टी के लिए पसीना बहाएगा वह कांग्रेस नहीं छोड़ेगा।’’

सुधाकरन ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘आज (मौंडी बृहस्पतिवार) जूडस (इस्कैरियट) का दिन है जिसने 30 चांदी के सिक्कों के लिए यीशु मसीह को धोखा दिया। उस दिन ऐसी कई चीजें हुई होंगी। इसे (अनिल के भाजपा में शामिल होने को)भी एक ऐसी ही घटना के रूप में देखा जाना चाहिए।’’ कांग्रेस नेता के बेटे के भाजपा में शामिल होने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए केपीसीसी प्रमुख ने कहा कि यह ‘मौंडी बृहस्पतिवार’ पर अनिल का ‘अपने पिता को उपहार’ है। बाइबल के मुताबिक यीशू के 12 शिष्यों में से एक जूडस इस्कैरियट ने चांदी के 30 सिक्कों के लिये बुधवार के दिन अधिकारियों के साथ उन्हें धोखा देने के लिये एक समझौता किया था। इस बुधवार को ‘होली वेन्सडे’ (पवित्र बुधवार) के तौर पर जाना जाता है।

अगले दिन बृहस्पतिवार को (जिसे ‘मौंडी थर्सडे’ के नाम से जाना जाता है)प्रार्थना के बाद यीशू ने अपने शिष्यों के साथ अंतिम बार भोजन किया और अधिकारियों को उनकी पहचान बताने के लिये जूडस इस्कैरियट ने उनके गाल को चूमा। जूडस के धोखे के बाद अधिकारी यीशू को उनसे दूर ले गये और बाद में शुक्रवार को उन्हें सूली पर चढ़ा दिया जिसे ईसाई समुदाय के लोग ‘गुड फ्राइडे’कहते हैं। गुड फ्राइडे से पहले आने वाले बृहस्पतिवार को ‘मौंडी बृहस्पतिवार’ कहा जाता है।

केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता वी डी सतीशन ने कहा कि अनिल भाजपा के जाल में फंस रहे हैं, औरउन्हें इसके खतरे का एहसास बाद में होगा। इस बीच वरिष्ठ कांग्रेस नेता रमेश चेन्निथला ने भाजपा में शामिल होने के अनिल के निर्णय को अपरिपक्व करार दिया। हालांकि, कांग्रेस नेता शशि थरूर ने इस घटनाक्रम पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। अनिल ने अपने त्यागपत्र में शशि थरूर का धन्यवाद किया। केरल की सत्तारूढ़ माकपा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेताओं को भाजपा में शामिल होने से रोकने के लिये कोई सीमा नहीं है। माकपा के राज्य सचिव एम वी गोविंदन ने कहा कि पार्टियों को बदलना आसान था क्योंकि दोनों दलों की राजनीतिक स्थिति एक समान है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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