पश्चिम बंगाल के वित्त मंत्री के पद से हटाए जा सकते हैं अमित मित्रा, यह है बड़ा कारण
पार्टी के सूत्रों ने कहा कि तृणमूल के वरिष्ठ नेता अमित मित्रा को उनके खराब स्वास्थ्य के कारण पश्चिम बंगाल के वित्त मंत्री के पद से हटाया जा सकता है। बता दें कि अमित मित्रा साल 2011 से वित्त मंत्री के पद पर हैं जब से तृणमूल कांग्रेस सत्ता में आई थी।
पश्चिम बंगाल की राजनीति से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। दरअसल, पार्टी के सूत्रों ने कहा कि तृणमूल के वरिष्ठ नेता अमित मित्रा को उनके खराब स्वास्थ्य के कारण पश्चिम बंगाल के वित्त मंत्री के पद से हटाया जा सकता है। बता दें कि अमित मित्रा साल 2011 से वित्त मंत्री के पद पर हैं जब से तृणमूल कांग्रेस सत्ता में आई थी।
इस बार अमित मित्रा ने विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा था। हालांकि फिर भी राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उन्हें वित्त विभाग सौंप दिया। ऐसे में अमित मित्रा विधायक नहीं हैं, इसलिए वह ज्यादा से ज्यादा छह महीने तक अपने पद पर बने रह सकते हैं, जब तक कि वह चुनाव नहीं लड़ते और जीत नहीं जाते।
अमित मित्रा ने पद ना रहने की जताई इच्छा
नाम न छापने की शर्त पर तृणमूल के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि "अमित मित्रा 4 नवंबर को ममता बनर्जी की तीसरी कैबिनेट में राज्य के वित्त मंत्री के रूप में छह महीने पूरे करेंगे। वह एक गैर-विधायक मंत्री हैं, इसलिए उन्हें छह महीने बाद पद छोड़ना होगा या उपचुनाव के माध्यम से जीतना होगा। हालांकि, उन्होंने पार्टी से कहा है कि वह खराब स्वास्थ्य के कारण 4 नवंबर को राज्य मंत्री के रूप में पद पर नहीं रहना चाहते हैं।
सूत्रों ने कहा कि बनर्जी के वित्त विभाग तब तक रहने की संभावना है जब तक उन्हें अगले वित्त मंत्री के रूप में कार्यभार संभालने के लिए कोई सक्षम दावेदार नहीं मिल जाता। आपको बता दें कि मित्रा फरवरी में और पिछले सप्ताह भी राज्य का अंतरिम बजट के पेश करने के दौरान मौजूद नहीं थे। मित्रा की गैर-मौजूदगी में बनर्जी ने फरवरी में अपनी ओर से अंतरिम बजट पेश किया था। वहीं पिछले सप्ताह राज्य के संसदीय कार्य मंत्री पार्थ चटर्जी ने बजट पेश किया था।
खरदह निर्वाचन क्षेत्र से रहे दो बार विधायक
एफआईसीसीआई के एक पूर्व महासचिव, मित्रा 2009 से बनर्जी की निर्णय लेने वाली टीम का हिस्सा हैं, जब TMC UPA-2 का हिस्सा थी। आपको बता दें कि 2011 में पश्चिम बंगाल में पार्टी के सत्ता में आने के बाद मित्रा को वित्त मंत्री बनाया गया था। वह उत्तर 24 परगना के खरदह निर्वाचन क्षेत्र से दो बार विधायक रहे हैं। 2014 से अमित मित्रा ने वित्त के अलावा उद्योग पोर्टफोलियो भी संभाला था।
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