Amarnath Yatra:हवाई सर्वेक्षण व स्वान दस्तों के साथ एनडीआरएफ ने तैयारियां शुरू की
आकस्मिक बाढ़ और ‘‘ग्लेशियल’’ झील के फटने से होने वाली बाढ़ (जीएलओएफ) सेबचने के लिए एनडीआरएफ ने तीर्थयात्री शिविरों के निर्माण के लिए स्थानों की पहचान शुरू कर दी है।
नयी दिल्ली। वार्षिक अमरनाथ यात्रा के तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर पवित्र गुफा के ऊपरी इलाकों में नियमित उड़ानें और आपदा से बचाव के लिए श्वान दस्तों की तैनाती के साथ एनडीआरएफ ने सुरक्षा तैयारियां शुरू कर दी है। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों के मुताबिक एक जुलाई से यात्रा होने वाली यात्रा की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की एक दर्जन टीमों को तैनात किया जाएगा। आकस्मिक बाढ़ और ‘‘ग्लेशियल’’ झील के फटने से होने वाली बाढ़ (जीएलओएफ) सेबचने के लिए एनडीआरएफ ने तीर्थयात्री शिविरों के निर्माण के लिए स्थानों की पहचान शुरू कर दी है।
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गौरतलब है कि पिछले साल आठ जुलाई को भारी बारिश के कारण आई बाढ़ में कम से कम 16 लोगों की मौत हो गई थी। एनडीआरएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई-से कहा, ‘‘ उस तरह की दुर्घटनाओं को रोकने के लिए भारतीय वायु सेना और जम्मू-कश्मीर प्रशासन के हेलीकॉप्टर नियमित रूप से पवित्र गुफा के ऊपरी इलाकों में उड़ान भरेंगे।’’ एनडीआरएफ के महानिदेशक (डीजी) अतुल करवाल ने मंगलवार को यहां एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि बल अपने बचावकर्ताओं को उच्च ऊंचाई और पहाड़ों में होने वाली आपदाओं से निपटने के लिए प्रशिक्षित कर रहा है, यहां तक कि बल की एक टीम ने हाल ही में 6,500 मीटर ऊंची हिमालय की एक चोटी की चढ़ाई की है।
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