Akhilesh Yadav ने भाजपा पर लगाया था बूथ कैप्चरिंग का आरोप, Brajesh Pathak ने किया जबरदस्त पलटवार
उप मुख्यमंत्री पाठक ने अखिलेश यादव के बयानों पर करार प्रहार किया। उन्होंने कहा, 'सीने में जलन, आँखों में तूफ़ान सा क्यों है, सैफई घराने में हर शख्स परेशान सा क्यों है। सपा के पैरों तले जमीन खिसक चुकी है और अखिलेश यादव इस हार को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं।'
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रविवार को भाजपा पर उत्तर प्रदेश उपचुनाव में 'इलेक्ट्रॉनिक बूथ कैप्चरिंग' का आरोप लगाया। अब राज्य के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने अखिलेश के आरोपों पर पलटवार किया है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि सपा के पैरों तले जमीन खिसक गयी है और अखिलेश यादव अपनी हार स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं।
भाजपा प्रदेश मुख्यालय पर आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में उप मुख्यमंत्री पाठक ने अखिलेश यादव के बयानों पर करार प्रहार किया। उन्होंने कहा, 'सीने में जलन, आँखों में तूफ़ान सा क्यों है, सैफई घराने में हर शख्स परेशान सा क्यों है। सपा के पैरों तले जमीन खिसक चुकी है और अखिलेश यादव इस हार को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं।' उन्होंने आगे कहा कि सपा नेताओं का ध्यान केवल माफियागीरी, संपत्तियों पर कब्जा और महिलाओं की इज्जत-आबरू को खतरे में डालने पर रहता है।
इसे भी पढ़ें: Hemant Soren ने पेश किया सरकार बनाने का दावा, 28 नवंबर से संभालेंगे Jharkhand की कमान
पाठक ने सपा के शासनकाल और उनकी नीतियों पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा, 'अखिलेश यादव झूठे वादों से जनता को भ्रमित करते हैं। इन लोगों ने लोकसभा चुनाव के दौरान संविधान खतरे में है बताकर जनता को बरगलाया और महिलाओं को 8-8 हजार रुपये देने की बात कही थी, बाद में महिलाओं ने इनके कार्यालयों का घेराव भी किया, जिसे पूरे देश ने देखा।'
उप मुख्यमंत्री पाठक ने कहा कि प्रदेश की जनता इन लोगों की असलियत जानती है और उन्हें पूरी तरह नकार चुकी है। उन्होंने कहा, 'समाजवादी पार्टी भारत के संविधान की बात करती है। लोकतांत्रिक संस्थाओं पर हमेशा सपाइयों ने ही हमला किया है, कभी न्यायपालिका पर हमला किया, तो कभी निर्वाचन आयोग पर हमला किया। इनको लोकतंत्र पर भरोसा ही नहीं है। इसी निर्वाचन आयोग ने लोकसभा का चुनाव कराया था तब ईवीएम अच्छी थी, तब निर्वाचन आयोग बहुत अच्छा काम कर रहा था, तब अधिकारियों की तारीफ करते नहीं थकते थे।'
पाठक ने कहा कि इनकी सबसे बड़ी पीड़ा चुनाव हारना तो है ही, उसे बड़ी पीड़ा यह है कि ये जानते हैं कि इनका मूल वोटर इनसे दूर जा चुका है। उन्होंने कहा कि पिछड़ा वर्ग हो या दलित समाज सब ने सपा को छोड़ने का काम किया है, मुसलमान को भी यह सिर्फ वोटर समझते हैं। उन्होंने कहा कि ये कुंदरकी की बात करते हैं वहां उनके प्रत्याशी की जमानत जब्त हो गई है, भाजपा को सबसे ज्यादा वोट मिला है।
इसे भी पढ़ें: संभल में जामा मस्जिद सर्वे के दौरान हुई हिंसा पर राजनीति शुरू, Akhilesh Yadav ने भाजपा पर लगाए गंभीर आरोप
उन्होंने कहा, 'वे कहते हैं कुंदरकी में गड़बड़ी हुई तो पोस्टल बैलेट एक उदाहरण है। पोस्टल बैलेट में भाजपा प्रत्याशी को 68 वोट मिलें हैं जबकि सपा प्रत्याशी को मात्र 29 वोट मिलें है। आंकड़े बताते हैं कि जिस तरह हमें पोस्टल बैलेट में 70 फीसदी और सपा को 30 फीसदी वोट मिला, वहीं रुख ईवीएम में भी चला। इसका जबाब इनके पास नहीं है।' उन्होंने कहा कि लाल टोपी वालों के काले कारनाम जनता जान चुकी है, अब इन्हें जनता कभी माफ नहीं करेगी।
अन्य न्यूज़