अखिलेश ने तोड़फोड़ कार्रवाई के समय किताबें समेटने वाली लड़की की मदद का संकल्प लिया

Akhilesh Yadav
ANI

उच्चतम न्यायालय ने आस-पास के क्षेत्रों में इस तरह के तोड़फोड़ के हालात के बारे में अधिकारियों से जवाब मांगा है। आंबेडकरनगर के जलालपुर इलाके के अरई गांव में रहने वाली अनन्या ने पत्रकारों से कहा था कि वह एक दिन आईएएस अधिकारी बनना चाहती है।

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को ऐलान किया कि वह आंबेडकर नगर की आठ वर्षीय अनन्या यादव की शिक्षा का खर्च उठाएंगे। अन्यया का एक वीडियो काफी चर्चा में रहा जिसमें वह अपनी झुग्गी के पास तोड़फोड़ की कार्रवाई के दौरान किताबों को समेटते हुए दौड़ती नजर आ रही है।

इस वीडियो ने उच्चतम न्यायालय सहित सभी का ध्यान आकर्षित किया है। योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार पर निशाना साधते हुए अखिलेश ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘जो बच्चों का भविष्य उजाड़ते हैं, दरअसल वो बेघर होते हैं। हम इस बच्ची की पढ़ाई का संकल्प उठाते हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘पढ़ाई का मोल पढ़ने वाले ही जानते हैं। बुलडोजर विध्वंसक शक्ति का प्रतीक है, ज्ञान, बोध या विवेक का नहीं। बुलडोजर अहंकार के ईंधन से, दंभ के पहियों पर सवार होकर चलता है, इसमें इंसाफ की लगाम नहीं होती है।’’

मार्च में, अन्यया को तोड़फोड़ की कार्रवाई के चलते अपनी झुग्गी छोड़नी पड़ी, क्योंकि कथित तौर पर यह अतिक्रमण कर बनाई गई थी। आंबेडकर नगर पुलिस ने इस कार्रवाई का बचाव किया।

उसने कहा, ‘‘जलालपुर तहसीलदार की अदालत द्वारा पारित आदेश के बाद, गांव की भूमि से अतिक्रमण हटाने के लिए यह कार्रवाई की गई... …सरकारी भूमि को पुनः प्राप्त करने के लिए राजस्व न्यायालय के आदेश का पूर्ण अनुपालन करते हुए फोड़फोड़ की गई।’’

हाल ही में इस मुद्दे का संज्ञान लेने वाले उच्चतम न्यायालय ने आस-पास के क्षेत्रों में इस तरह के तोड़फोड़ के हालात के बारे में अधिकारियों से जवाब मांगा है। आंबेडकरनगर के जलालपुर इलाके के अरई गांव में रहने वाली अनन्या ने पत्रकारों से कहा था कि वह एक दिन आईएएस अधिकारी बनना चाहती है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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