Prabhasakshi NewsRoom: चाचा Pawar से मुलाकात के बाद दिल्ली जाकर Amit Shah से मिले Ajit, Maharashtra में होगा बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम!
राकांपा की लोकसभा सदस्य सुप्रिया सुले ने कहा है कि यह मुलाकात राजनीतिक नहीं थी। हम आपको बता दें कि जुलाई में महाराष्ट्र में अजित पवार के नेतृत्व वाले समूह के एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार में शामिल होने के बाद चाचा और भतीजे के बीच हुई यह दूसरी मुलाकात है।
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित से मुलाकात करने से पहले पुणे जाकर अपने चाचा और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के संस्थापक शरद पवार से मुलाकात की, जिससे राज्य के राजनीतिक हलकों में अटकलें तेज हो गईं हैं। चाचा पवार से लंबी मुलाकात के बाद अजित ने दिल्ली जाकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। बताया जा रहा है कि अजित पवार ने अमित शाह को शरद पवार से हुई वार्ता का ब्यौरा दिया। अटकलें हैं कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के दौरान ही महाराष्ट्र में कोई बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम सामने आ सकता है।
हालांकि शरद पवार की बेटी और राकांपा की लोकसभा सदस्य सुप्रिया सुले ने कहा है कि यह मुलाकात राजनीतिक नहीं थी। हम आपको बता दें कि जुलाई में महाराष्ट्र में अजित पवार के नेतृत्व वाले समूह के एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार में शामिल होने के बाद चाचा और भतीजे के बीच हुई यह दूसरी मुलाकात है। शुक्रवार को घंटे भर चली बैठक 83 वर्षीय शरद पवार के भाई और सकाल मीडिया समूह के मालिक प्रतापराव पवार के घर पर हुई। सुप्रिया सुले ने कहा कि प्रताप पवार की पत्नी अस्वस्थ हैं और पवार परिवार के सदस्य इसी सिलसिले में शुक्रवार को उनके घर पर एकत्र हुए थे। उन्होंने कहा, ‘‘उनकी बीमारी के कारण, पूरे परिवार के लिए पवार परिवार के दिवाली समारोह में शामिल होना संभव नहीं होगा।’’ सुप्रिया सुले ने कहा, “हमारी राजनीतिक विचारधाराएं अलग-अलग हैं, फिर भी हम अपने व्यक्तिगत संबंध बनाए रखते हैं। पेशेवर और निजी जीवन में फर्क होता है। हर साल, पवार परिवार के सदस्य दिवाली समारोह के लिए बारामती में इकट्ठा होते हैं। हालांकि, इस साल मेरी चाची अस्वस्थ हैं, इसलिए हमने उनके आवास पर जाने की योजना बनाई।”
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इसके अलावा, अजित पवार गुट के नेता और राज्य के सहकारिता मंत्री दिलीप वालसे पाटिल ने भी शुक्रवार को पुणे में शरद पवार से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि राकांपा संस्थापक के साथ उनकी मुलाकात में कुछ भी राजनीतिक नहीं था। मंत्री ने बाद में संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह शरद पवार साहब की अध्यक्षता वाले रयात शिक्षण संस्थान के मुद्दों पर चर्चा के लिए एक निर्धारित बैठक थी।’’
दूसरी ओर, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल ने शुक्रवार को नयी दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। यह बैठक मराठा समुदाय द्वारा आरक्षण की मांग को लेकर महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक संकट और राकांपा पर दावे को लेकर निर्वाचन आयोग के समक्ष सुनवाई के बीच हुई है। राकांपा के कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल ने 'एक्स' पर लिखा, "दिल्ली में माननीय गृह मंत्री श्री अमित शाह जी के साथ एक सार्थक बैठक हुई और दिवाली की हार्दिक शुभकामनाएं दीं। शिष्टाचार भेंट करने और त्योहार की खुशियां साझा करने के अवसर के लिए आभारी हूं।" बैठक में अजित पवार के साथ प्रफुल्ल पटेल और लोकसभा सदस्य सुनील तटकरे भी थे।
हम आपको याद दिला दें कि जून में, राकांपा के कुल 53 में से 40 से अधिक विधायकों के समर्थन के साथ और अपने चाचा तथा पार्टी प्रमुख शरद पवार को छोड़कर अजित पवार महाराष्ट्र में भाजपा-शिवसेना सरकार में शामिल हो गए थे। अजित पवार ने इसके बाद पार्टी के नाम और चुनाव चिह्न पर अपना दावा जताया। इस मामले पर निर्वाचन आयोग सुनवाई कर रहा है। सूत्रों ने कहा है कि शरद पवार के नेतृत्व वाले समूह ने निर्वाचन आयोग को सूचित किया है कि अजित पवार के नेतृत्व वाले गुट ने पार्टी पर दावा करने के लिए आयोग को 20,000 से अधिक फर्जी हलफनामे सौंपे हैं।
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