गुजरात में उनके पैतृक गांव पीरामन में किया जाएगा अहमद पटेल का अंतिम संस्कार
यह गांव अंकलेश्वर तालुका में पड़ता है। कांग्रेस के स्थानीय नेता और पटेल के निकट सहयोगी नाजुभाई फदवाला ने कहा कि पटेल ने इच्छा जताई थी कि उनका अंतिम संस्कार भरूच के पीरामन गांव में उनके माता-पिता की कब्र के पास ही किया जाए।
कांग्रेस के वर्षों तक रणनीतिकार रहे पटेल (71) का बुधवार को निधन हो गया। वह कुछ हफ्ते पहले कोविड-19 से संक्रमित हो गए थे और उपचार के दौरान उनके कई अंगों ने काम करना बंद दिया था। फदवाला ने कहा कि उनके पार्थिव शरीर को शाम तक गांव में लाया जाएगा और अंतिम संस्कार बृहस्पतिवार को होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 प्रोटोकॉल के मुताबिक अंतिम संस्कार होगा। उन्होंने कहा, ‘‘अहमद भाई की अंतिम इच्छा थी कि पीरामन में उनके माता-पिता की कब्र के पास उनका अंतिम संस्कार किया जाए। वह अपने गांव से बहुत जुड़े हुए थे और अकसर यहां आते थे।’’In his death the Congress Party and our country, has lost a very good leader who always thought for the betterment of the poor and downtrodden people of the society.
— Congress (@INCIndia) November 25, 2020
- Dr. Manmohan Singh writes to Smt. Memoona Ahmed on the passing away of her husband, Shri. Ahmed Patel ji pic.twitter.com/SBouQPoXPO
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उन्होंने कहा, ‘‘वह अपने माता-पिता के बेहद करीब थे, खासकर अपनी मां से और जब भी पीरामन आते थे तो काफी समय तक मां की कब्र के पास बैठे रहते थे।’’ उन्होंने कहा कि उचित सामाजिक दूरी के साथअंतिम नमाज के लिए मैदान तैयार किया जा रहा है। स्थानीय निवासी सुलेमान पटेल ने कहा कि कांग्रेस नेता के निधन की खबर से पूरा गांव दुखी है। उन्होंने कहा, ‘‘वह मेरे पिता की तरह थे। पूरा गांव दुखी है।’’ एक अन्य ग्रामीण गणेशभाई ने कहा कि अहमद पटेल के निधन की खबर सुनकर वह दुखी हैं।
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