भाजपा में शामिल होने के बाद अपर्णा ने मुलायम सिंह का लिया आशीर्वाद, लखनऊ में हुआ भव्य स्वागत

Aparna Yadav
प्रतिरूप फोटो

भाजपा में शामिल होने के बाद अपर्णा यादव ने सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव का आशीर्वाद लिया। इस मुलाकात की उन्होंने तस्वीर साझा करते हुए कहा कि भाजपा की सदस्यता लेने के बाद लखनऊ आने पर पिताजी/नेताजी से आशीर्वाद लिया। इससे पहले दिल्ली से लखनऊ लौटने पर हुए भव्य स्वागत के लिए वहां की जनता का आभार जताया।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से ठीक पहले समाजवादी पार्टी (सपा) छोड़कर अपर्णा यादव ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सदस्यता ग्रहण कर ली। इसके बाद उन्होंने अपने ससुर और सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव से आशीर्वाद लिया। अपर्णा यादव ने इस मुलाकात की तस्वीर भी साझा की। अपर्णा यादव ने ट्वीट में लिखा कि भाजपा की सदस्यता लेने के बाद लखनऊ आने पर पिताजी/नेताजी से आशीर्वाद लिया। 

इसे भी पढ़ें: अखिलेश यादव का वादा, सत्ता में आने पर राज्य कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाल करेंगे 

लखनऊवासियों का जताया आभार

इस ट्वीट से पहले अपर्णा यादव ने भाजपा को टैग करते हुए एक ट्वीट किया। जिसमें उन्होंने लिखा कि भाजपा की सदस्यता ग्रहण करके दिल्ली से लखनऊ अमौसी एयरपोर्ट पहुँचने पर समर्थकों और कार्यकर्ताओं द्वारा भव्य स्वागत किया गया, मैं आप सब का धन्यवाद ज्ञापित करती हूं कि इतनी बड़ी संख्या में पधारकर आप सब ने मेरा सम्मान बढ़ाया और उत्साहवर्धन किया। मैं माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के दिशा-निर्देशों का अनुपालन करते हुए भारत राष्ट्र को प्रगति के एक नए आयाम में ले जाने के संकल्प के साथ कार्य करती रहूंगी।

PM मोदी को कहा था शुक्रिया

भाजपा में शामिल होने के बाद अपर्णा यादव ने प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी का आभार जताया था। उन्होंने कहा था कि वह प्रधानमंत्री मोदी और उनकी नीतियों से हमेशा से प्रभावित रही हैं और अब वह भाजपा की सदस्यता लेकर राष्ट्र की आराधना करने निकल पड़ी हैं। 

इसे भी पढ़ें: यूपी में अपर्णा और संघमित्रा मौर्य को भाजपा ने बताया पोस्टर गर्ल, नारा दिया- सुरक्षा जहां, बेटियां वहां 

माना जा रहा है कि अपर्णा यादव लखनऊ कैंट विधानसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहती हैं। लेकिन इस सीट से भाजपा के कई दावेदार हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में अपर्णा यादव ने इसी सीट से चुनाव लड़ा था लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली थी। इसके बावजूद वो लगातार लखनऊ कैंट इलाके में सक्रिय रहीं और उनकी पहचान एक समाजिक कार्यकर्ता के रूप में होने लगी। पिछला विधानसभा चुनाव हारने के बाद अर्पणा यादव के कई बार भाजपा में जाने की अटकलें लगाई गईं और उन्होंने इसका खंडन भी किया था लेकिन पिता के भाजपा में शामिल होने के बाद उन्होंने भी सदस्यता ग्रहण कर ली।

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़