आफताब को दी जानी चाहिए फांसी, अजीत पवार बोले- पुलिस ने की कर्तव्य में चूक तो जांच के बाद किया जाए दंडित
अजीत पवार ने कहा कि मामले को फास्ट-ट्रैक कोर्ट में चलाने की कोशिश की जानी चाहिए। पवार ने कहा कि समाज में यह संदेश जाना चाहिए कि इस तरह के जघन्य अपराध के लिए मौत की सजा के अलावा कोई सजा नहीं है। उसे फांसी दी जानी चाहिए।
श्रद्धा हत्याकांड मर्डर केस में आफताब पूनावाला पर 2020 में मुंबई पुलिस की शिकायत को लेकर महाराष्ट्र एलओपी अजीत पवार ने कहा कि यदि कोई पुलिस अधिकारी या कर्मी एक-दूसरे पर दोषारोपण करने के बजाय अपने कर्तव्य में चूक करता है, तो उसे जांच के बाद दंडित किया जाएगा। मामले को फास्ट-ट्रैक कोर्ट में चलाने की कोशिश की जानी चाहिए। पवार ने कहा कि समाज में यह संदेश जाना चाहिए कि इस तरह के जघन्य अपराध के लिए मौत की सजा के अलावा कोई सजा नहीं है। उसे फांसी दी जानी चाहिए।
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इससे पहले श्रद्ध की चिट्ठी को लेकर पत्रकारों से बात करते हुए महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि वो पत्र मेरे पास भी आया है। मैंने उसे देखा है, बहुत ही सीरियस पत्र है। उसके ऊपर क्यों कोई कार्रवाई नहीं हुई, इसके ऊपर जांच चलेगी। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि मैंने पत्र देखा (2020 में पुलिस को श्रद्धा की शिकायत) और इसमें बहुत गंभीर आरोप हैं। कार्रवाई क्यों नहीं की गई इसकी जांच की जाएगी। मैं किसी पर कुछ भी आरोप नहीं लगाना चाहता लेकिन अगर ऐसे पत्र पर कार्रवाई नहीं होती है तो ऐसी घटनाएं होती हैं।
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