ब्राह्मण थे, फिर भी बीफ खाते थे... सावरकर पर कर्नाटक मंत्री के बयान पर आया आदित्य ठाकरे का रिएक्शन, जानें क्या कहा
आदित्य ठाकरे ने कहा कि मुझे लगता है कि इस समय ये बातें कहने का कोई मतलब नहीं है। सभी महान लोगों ने वही किया है जो उन्हें करना चाहिए था। हमें देखना है कि हम इस देश के लिए क्या कर रहे हैं और कौन सा रास्ता अपना रहे हैं।
कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने दावा किया है कि हिंदुत्व विचारक विनायक दामोदर सावरकर मांस खाते थे और वह गौ वध के खिलाफ नहीं थे। विनायक दामोदर सावरकर पर कर्नाटक के मंत्री दिनेश गुंडू राव के बयान पर शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि मुझे लगता है कि इस समय ये बातें कहने का कोई मतलब नहीं है। सभी महान लोगों ने वही किया है जो उन्हें करना चाहिए था। हमें देखना है कि हम इस देश के लिए क्या कर रहे हैं और कौन सा रास्ता अपना रहे हैं।
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बता दें कि एक कार्यक्रम में राव ने कहा कि सावरकर एक चितपावन ब्राह्मण थे और वह मांस खाते थे। वह मांसाहारी थे तथा गौ वध के खिलाफ नहीं थे। एक तरह से वह आधुनिक थे। मंत्री ने दावा किया कि कुछ लोग कहते हैं कि वह बीफ भी खाते थे। एक ब्राह्मण के रूप में वह मांस खाते थे और मांसाहार का खुलेआम समर्थन करते थे। उनकी यही सोच थी। राव ने कहा कि महात्मा गांधी एक शाकाहारी व्यक्ति थे और हिंदुत्व के प्रति उनकी दृढ़ आस्था थी, लेकिन उनके कृत्य अलग थे। वह एक लोकतांत्रिक व्यक्ति थे।
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कर्नाटक कांग्रेस नेता के बयान पर बीजेपी नेता सीटी रवि ने कहा कि वह गोहत्या और गोमांस का समर्थन और प्रचार करना चाहते हैं। क्या कांग्रेस के लोग गांधीजी ने जो कहा था उसे भूल गए? उन्होंने कहा था कि अगर उन्हें एक दिन के लिए सत्ता मिली तो वे गोहत्या पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा देंगे... कट्टरवाद और राष्ट्रवाद में बहुत अंतर है, भारत का विभाजन कट्टरवाद के कारण हुआ...आज कांग्रेस कट्टरवाद का समर्थन करती है, क्या वे भारत के अंदर पाकिस्तान बनाना चाहते हैं?
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