यूपी चुनाव प्रचार में आदित्य ठाकरे ने प्रचार किया, योगी को सत्ता से बाहर करने की अपील
उत्तर प्रदेश में चुनाव प्रचार की शुरुआत करते हुए, शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा और कहा कि उनके शासन के दौरान ‘‘धर्मों के बीच नफरत’’ बढ़ी है और राज्य में अब बदलाव का समय आ गया है।
नयी दिल्ली। उत्तर प्रदेश में चुनाव प्रचार की शुरुआत करते हुए, शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा और कहा कि उनके शासन के दौरान ‘‘धर्मों के बीच नफरत’’ बढ़ी है और राज्य में अब बदलाव का समय आ गया है। ठाकरे ने सिद्धार्थनगर जिले की डुमरियागंग विधानसभा सीट पर जनसभा को संबोधित करते हुए शिवसेना उम्मीदवार शैलेंद्र उर्फ राजू श्रीवास्तव को परिवर्तन का प्रतिनिधि करार दिया। ठाकरे प्रयागराज जिले की कोरांव विधानसभा सीट पर भी एक जनसभा को संबोधित करेंगे जहां से पार्टी ने आरती कोल को मैदान में उतारा है।
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शिवसेना के संस्थापक और अपने दादा बाल ठाकरे को याद करते हुये आदित्य ने धर्म के नाम पर समुदायों के बीच नफरत फैलाने तथा अब वापस ले लिये गये तीन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों को ‘‘माओवादी, चरमपंथी और आतंकवादी’’ कहने के लिये केंद्र और राज्य में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी पर जमकर निशाना साधा। ठाकरे (31) ने कहा, ‘‘शिवसेना के संस्थापक बालासाहेब ठाकरे ने हमेशा कहा कि राजनीति लोगों के कल्याण के लिए होनी चाहिए। यह शिवसेना की राजनीति में परिलक्षित होता है।
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शासन धर्म के लिये नहीं बल्कि लोगों के कल्याण के लिये है।’’ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य को अगली पीढ़ी के नेता के रूप में पेश किया जा रहा है और वह बृहन्मुंबई नगरपालिका के आसन्न चुनावों में गहरी दिलचस्पी ले रहे हैं। शिवसेना ने उत्तर प्रदेश चुनाव में 60 उम्मीदवार उतारे थे, हालांकि 41 चुनाव मैदान में हैं क्योंकि निर्वाचन आयोग ने शिवसेना के 19 उम्मीदवारों के नामांकन पत्रों को खारिज कर दिया था। आदित्य ठाकरे महाराष्ट्र सरकार में पर्यटन और पर्यावरण मंत्री हैं, उन्होंने इस बात के लिये खेद जताया कि शिवसेना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली राजग सरकार का हिस्सा थी, उन्होंने कहा कि उन्होंने कई गलतियाँ की हैं। उन्होंने कहा कि लोगों ने 2017 के उत्तर प्रदेश चुनाव और 2019 के आम चुनावों में भाजपा को भारी जनादेश दिया था। आदित्य ने कहा, ‘‘भाजपा ने उन वादों को कभी पूरा नहीं किया जिसका पार्टी ने वादा किया। पार्टी ने केवल घृणा और डर फैलाया। उन्होंने केवल यही बात की कि प्रदेश खतरे में है। यह श्रीराम की धरती है। यहां कोई खतरा नहीं है।’’ शिवसेना नेता ने कहा कि आदित्यनाथ के शासन के दौरान धर्मों के बीच नफरत बढ़ी है यह परिवर्तन का समय है। ‘‘उत्तर प्रदेश की शान, तीर कमान, तीर-कमान’’ के नारों के बीच आदित्य ने कहा, ‘‘आज का मुख्यमंत्री चुनाव के बाद पूर्व मुख्यमंत्री बन जाएगा।’’ उल्लेखनीय है कि धनुष-बाण शिवसेना का चुनाव चिन्ह है।
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