UP में कोरोना वायरस संक्रमण के 44 नये मामले, कुल संख्या बढ़ कर 849 हुई
प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क । Apr 17 2020 9:13PM
कुछ व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) के गुणवत्ता पर खरे नहीं उतरने की खबरों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा नहीं है। जिन किट की बात की जा रही है वे पुराने थे और वे पिछले साल एच1एन1 की जांच के लिये खरीदी गई थी।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के 44 नये मामले शुक्रवार को सामने आने के साथ राज्य में कोविड-19के कुल मामलों की संख्या बढ़ कर 849 पहुंच गई है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। इस बीच, बहराइच जिले के कैसरगंज इलाके में लॉकडाउन का उल्लंघन करते हुए शुक्रवार की नमाज अदा करने के लिये एक मस्जिद में एकत्र होने को लेकर 10 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। बहराइच के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रवींद्र सिंह ने बताया कि बैरीमहेशपुर गांव में कुछ लोग लॉकडाउन के बावजूद शुक्रवार की नमाज अदा करने के लिये एकत्र हुए। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए प्राथमिकी दर्ज की गई है। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किये गये सभी लोगों को पृथक वास में भेजा गया है।
स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने बताया कि राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण से अब तक 13 लोगों की मौत हुई है -- इनमें आगरा मं पांच, मुरादाबाद में दो और लखनऊ, कानपुर, बस्ती, मेरठ, बुलंदशहर और वाराणसी से एक-एक मामले शामिल हैं। प्रधान सचिव, स्वास्थ्य, अमित मोहन प्रसाद ने लखनऊ में संवाददाताओंको बताया, ‘‘राज्य में संक्रमण के मामलों की संख्या 846 हो गई है, ये 48 जिलों में हैं।कुल मामलों में 74 मरीजों का उपचार किया गया और अस्पताल से उन्हें छुट्टी दे दी गई।’’ उन्होंने बताया कि तीन जिलों--पीलीभीत, हाथरस और महाराजगंज--में फिलहाल कोई भी ऐसा मामला नहीं है, जिसमें मरीज का इलाज चल रहा हो।#COVID19 cases rise to 849 in Uttar Pradesh including 14 deaths & 82 cured/discharged: State Health Department https://t.co/kgj2lk5SsW
— ANI UP (@ANINewsUP) April 17, 2020
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इन जिलों में शुरूआत में मामले सामने आये थे। उन्होंने बताया, ‘‘अभी आइसोलेशन वार्ड में 993 रोगी भर्ती हैं जबकि पृथक केंद्र में 10,714 रोगी हैं।’’ कुछ व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) के गुणवत्ता पर खरे नहीं उतरने की खबरों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा नहीं है। जिन किट की बात की जा रही है वे पुराने थे और वे पिछले साल एच1एन1 की जांच के लिये खरीदी गई थी।डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।
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