आखिर क्यों बम के धमाके सुनकर हंसने लगती है यह 3 साल की बच्ची? देखें यह विडियो
सरकार समर्थक सेना और विद्रोहियों के बीच लगातार हवाई हमलों के बम धमाकों से बच्ची डर न जाए या उस पर कोई गलत असर न पड़ जाए इसके लिए पिता ने घर में सबको हमलों के दौरान हंसने को कहा है। नि कि अगर बम धमाकों की तेज आवाज आए तो सभी हंसे, इससे बच्ची डरेगी नहीं बल्कि हंसेगी।
नई दिल्ली। यह बॉम्ब है या एयर स्ट्राइक? यह सवाल है सीरिया में रह रहे पिता का अपनी बेटी से। आप सभी जानते हैं कि साल 2011 से सीरिया के हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। लगातार हवाई हमलों और बम धमाकों के बीच जिंदगी की जंग लड़ना वहां के लोगों के लिए एक रूटीन बन गया है। इन बम धमाकों और हवाई हमलों के खौफ से बचने के लिए लाखों लोगों ने सीरिया को छोड़ दिया है तो कोई वहीं रहकर अपनी जिंदगी को जीने की कोशिश कर रहा है। इसी बीच सीरिया के शहर इदलिब में 3 साल की बच्ची सलवा को बचाए रखने के लिए पिता ने एक अनोखी तरकीब खोजी है।
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सरकार समर्थक सेना और विद्रोहियों के बीच लगातार हवाई हमलों के बम धमाकों से बच्ची डर न जाए या उस पर कोई गलत असर न पड़ जाए इसके लिए पिता ने घर में सबको हमलों के दौरान हंसने को कहा है। यानि कि अगर बम धमाकों की तेज आवाज आए तो सभी हंसे, इससे बच्ची डरेगी नहीं बल्कि हंसेगी। बच्ची के पिता अब्दुल्ला अल- मोहम्मद ने अपनी बेटी को बाकायदा कहा है कि यह एक लॉफ्टर गेम है।
Daily air strikes and bombs prompted Syrian father Abdullah Mohammad to come up with a new way to help his 3-year-old daughter Salwa adapt to the sounds of war pic.twitter.com/qIfnqDmRJa
— Reuters (@Reuters) February 18, 2020
बच्ची और पिता का हो रहा है वीडियो वायरल
4 साल की इस बच्ची और पिता का वीडियो काफी वायरल हो रहा है। न्यूज एजेंसी reuter की एक पोस्ट में बच्ची और पिता जोर-जोर से हंस रहे है। जब-जब बम धमाके होते तो बच्ची और पिता जोर-जोर से खिलखिलाकर हंसते और पिता अपनी बेटी से पूछता कि क्या यह बॉम्ब है या एयर स्ट्राइक? तो बच्ची जवाब में कहती बॉम्ब और फिर जोर-जोर से हंसती। बता दें कि बम धमाकों के डर की वजह से बच्ची के परिवार ने इदलिब शहर को छोड़ दिया है।
ऐसा करने की वजह?
पिता अब्दुल्ला अल- मोहम्मद ने बताया कि जब भी हवाई हमले होते थे तो बच्ची बम धमाकों की आवाज से डर और सहम जाती थी। पिता को डर था कि कहीं बम धमाकों की आवाज से बच्ची में युद्ध का भय न बैठ जाए। बच्ची के अंदर के डर को भगाने और मन को शांत रखने के लिए पिता ने लाफ्टर गेम तरीका अपनाया। इस तरकीब से सबका मनोविज्ञान ठीक रहता है और अब जब भी बम धमाके या हवाई हमले होते हैं तो बच्ची जोर-जोर से हंसने लगती है।
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