आखिर क्या चाहते हैं नेतन्याहू? 20 सालों में फिलीस्तीन पर इजरायल का सबसे बड़ा हमला
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार 3 जुलाई की सुबह इजरायल ने अपने कब्जे वाले वेस्ट बैंक में हमला करने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया। एयरस्ट्राइक के साथ-साथ जमीनी हमले भी किए गए हैं।
इजरायल ने एक बार फिर फिलिस्तीन के वेस्ट बैंक पर धावा बोला है। इस हमले में नौ लोगों की मौत हुई है, जबकि 100 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। इजरायल भले ही इस हमले को चरमपंथियों पर की गई कार्रवाई बता रहा है। लेकिन वेस्ट बैंक के निवासियों का दावा है कि इस हमले में कई बेगुनाहलोग मारे गए हैं। इजरायल के इस कदम की कई देशों ने निंदा की है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार 3 जुलाई की सुबह इजरायल ने अपने कब्जे वाले वेस्ट बैंक में हमला करने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया। एयरस्ट्राइक के साथ-साथ जमीनी हमले भी किए गए हैं।
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फिलीस्तीन पर इजरायल का सबसे बड़ा हमला
इजरायल सेना ने वेस्ट बैंक में उग्रवादियों के गढ़ में बड़े पैमाने पर ड्रोन हमले किए। इलाके में उसने सैकड़ों सैनिकों को तैनात किया। स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, इन हमलों में कम से कम आठ फलस्तीनी मारे गए। ये ड्रोन हमले दो दशक पूर्व दूसरे फलस्तीनी विद्रोह के दौरान बड़े पैमाने पर किए गए सैन्य हमलों की याद दिलाते हैं। इस्राइली सैनिक सोमवार सुबह जेनिन रिफ्यूजी कैंप में घुसे और एक साल से अधिक समय से चल रहे संघर्ष के दौरान इलाके में सबसे बड़ा अभियान चलाया। इस कैंप में फलस्तीनी रिफ्यूजी रहते हैं। यह हमला ऐसे वक्त में किया गया है जब इजराइली बस्तियों पर सिलसिलेवार हमलों के जवाब में कड़ी प्रतिक्रिया देने के लिए दबाव बढ़ रहा है।
दशकों पुराना इजरायल और फिलिस्तीन टकराव
इजरायल और फिलिस्तीन के बीच टकराव दशकों पुराना है। दोनों देशों के बीच कई मुद्दे को लेकर तनाव है। फिर चाहे वो अल-अक्सा मस्जिद हो या फिलिस्तीनी इलाकों पर इजरायली कब्जा। हालांकि 2016 में यूनेस्को ने अल-अक्सा मस्जिद पर यहूदियों का दावा खारिज करते हुए कहा था कि अल अक्सा पर यहूदियों के किसी धार्मिक स्थल के प्रमाण नहीं मिले। इसलिए इस मस्जिद पर यहूदियों का कोई अधिकार नहीं है। लेकिन इजरायल इस जगह पर टेंपल माउट होने का दावा करता है।
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