Pakistan के इस इमाम ने ऐसा क्या कह दिया, भड़कते हुए इटली PM मेलोनी ने बोरिया-बिस्तर बांध दफा होने का दे दिया आदेश

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@GiorgiaMeloni/ANI
अभिनय आकाश । Oct 11 2024 1:22PM

इस इमाम का नाम जुल्फिकार खान है, जिसकी पैदाइश तो पाकिस्तान की है। लेकिन बीते कई सालों से वो इटली के बोलोग्ना शहर में रहता था। लेकिन हाल ही में इस कट्टर मौलाना पर मेलोनी सरकार का हंटर चल गया और देश से निकालने का फरमान जारी हो गया। इमाम जुल्फिकार खान आतंकी सगठन हमास का कट्टर समर्थक है।

पाकिस्तान से आकर इटली में रहने वाले एक इमाम ने अपने जहरीले बयानों से जॉर्जिया मेलोनी की सरकार को परेशान कर रखा था। फिर क्या था। इटली की पीएम ने कट्टरपंथी इमाम को देश से निकालने का फैसला दे दिया। इतना ही नहीं पाकिस्तानी इमाम का निवास परमिट भी हमेशा हमेशा के लिए रद्द कर दिया गया। दरअसल, पाकिस्तान का कट्टरपंथी मौलाना जिसकी जुबान से सिर्फ और सिर्फ जहरीली तकरीरें निकलती थी। जो कट्टरपंथी सोच का सबसे बड़ा ठेकेदार था। जो हमास जैसे आतंकी गुट को फ्रीडम फाइटर बताता है। जिसने इजरायल को हत्यारा और अमेरिका को आतंकी करार दिया। इटली में रहने वाले पाकिस्तानी इमाम को इटली की पीएम मेलोनी ने देश निकाला का आदेश दे दिया। 

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इस इमाम का नाम जुल्फिकार खान है, जिसकी पैदाइश तो पाकिस्तान की है। लेकिन बीते कई सालों से वो इटली के बोलोग्ना शहर में रहता था। लेकिन हाल ही में इस कट्टर मौलाना पर मेलोनी सरकार का हंटर चल गया और देश से निकालने का फरमान जारी हो गया। इमाम जुल्फिकार खान आतंकी सगठन हमास का कट्टर समर्थक है। इस इमाम ने गाजा जंग को लेकर कई आपत्तिजनक वीडियो भी डाले। जुल्फिकार खान ने इजरायल और अमेरिका को हत्यारा करार दिया। इतना ही नहीं इस कट्टर मौलाना ने इटली सरकार के खिलाफ भी जहर उगला। 8 अक्टूबर को मेलोनी सरकार ने जुल्फिकार को देश से निकालने का आदेश दिया। इटली से निकालने के साथ ही जुल्फिकार का निवास परमिट भी रद्द किया गया। 

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54 साल का कट्टरपंथी इमाम जुल्फिकार खान पाकिस्तानी नागरिक है। जो साल 1995 में इटली पहुंचा था। पहले तो ये कट्टरपंथी इमाम इस्लाम की बातें करता था। लेकिन धीरे धीरे ये इटली सरकार के लिए नासूर बनता गया। वो मुसलमानों द्वारा सरकारी टैक्स का भुगतान करने का विरोध करने की वकालत करना था। दावा करता था कि देश के सारे संसाधन मुस्लिम समुदाय के भीतर ही रहने चाहिए। इसके अलावा उसने समलैंगिकता को एक बीमारी करार दिया और कहा कि  इसे ठीक करने की आवश्यकता है।

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