US ने शिनजियांग में बने सभी चीनी उत्पादों को किया बैन, बैखलाए ड्रैगन ने वैश्विक व्यापार को नुकसान पहुंचाने का लगाया आरोप
अमेरिका की तरफ से बंधुआ मजदूकी और उईगर मुसलमानों सहित अन्य अल्पसंख्यकों के नरसंहार की वजह से चीन को सबक सिखाने के लिए आर्थिक झटका दिया गया है। जिसके लिए एक बिल पारित करके चीन के शिनजियांग प्रांत में बने सभी उत्पादों पर बैन लगा दिया है।
अमेरिकी सीनेट ने को शिनजियांग में जबरन मजदूरी से बने सामानों के आयात पर रोक लगाने को मंजूरी दी। अमेरिकी सीनेट ने चीन के शिनजियांग क्षेत्र से आयात पर प्रतिबंध लगाने के लिए एक विधेयक पारित किया है। सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी पर ज्यादातर मुस्लिम जातीय समूहों के सदस्यों को प्रताड़ित करने का आरोप है। अमेरिका ने पहले ही शिनजियांग से आने वाले कपास और टमाटर के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया है। गौरतलब है कि चीन पर शिनजियांग में उईगर और अन्य मुस्लिम अल्पसंख्यक समूहों के खिलाफ मानवाधिकारों के हनन का व्यापक रूप से आरोप लगाया जाता रहा है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि इस क्षेत्र में कम से कम दस लाख लोगों को शिविरों में हिरासत में लिया गया है या 2017 में शुरू हुई कार्रवाई के तहत कैद किया गया है।
उइगर मुसलमानों से चीन की नफरत
शिनजियांग में 45 फीसदी उईगर मुसलमान रहते हैं। ये तुर्की से संबंध रखते हैं। लेकिन इस प्रांत के मुसलमान चीन की मर्जी के बगैर कुछ नहीं कर सकते। चीन की सरकार जब चाहे वहां मस्जिदों को गिरा कर पब्लिक टाॅयलेट बनवा देती है। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक चीन ने 18 लाख उइगर मुसलमानों को कैद में रखा है। 10 लाख मुसलमानों को डिटेंशन कैंप की बात संयुक्त राष्ट्र की तरफ से भी कही जा चुकी है। पिछले तीन सालों के भीतर शिनजियांग प्रांत में 10 से 15 हजार मस्जिदें नष्ट की जा चुकी हैं।
अमेरिकी संसद के आयोग की रिपोर्ट में किया गया था बड़ा दावा
अमेरिकी संसद के आयोग की तरफ से एक जनवरी के महीने में एक रिपोर्ट आई जिसमें कहा गया कि चीन शिनजियांग में अल्पसंख्यक की एक बड़ी आबादी का नरसंहार कर रहा है। आयोग ने पिछले वर्ष सामने आए साक्ष्यों को इस दावे का आधार बनाया। चीन पर बने इस आयोग में अमेरिका की दोनों पार्टियां रिपब्लिकन और डेमोक्रेट के सदस्य शामिल थे।
अमेरिका ने लगाया बैन
अमेरिका की तरफ से बंधुआ मजदूकी और उईगर मुसलमानों सहित अन्य अल्पसंख्यकों के नरसंहार की वजह से चीन को सबक सिखाने के लिए आर्थिक झटका दिया गया है। जिसके लिए एक बिल पारित करके चीन के शिनजियांग प्रांत में बने सभी उत्पादों पर बैन लगा दिया है। अमेरिकी वाणिज्य विभाग ने एक बयान में कहा था कि इलेक्ट्रॉनिक और प्रौद्योगिकी कंपनियों एवं अन्य व्यापार इकाइयों ने शिनजियांग में मुस्लिम अल्पसंख्यकों के खिलाफ चीन सरकार के दमन, सामूहिक हिरासत और उच्च-प्रौद्योगिकी निगरानी के अभियान को सक्षम करने में मदद की है। इन प्रतिबंधों के तहत अमेरिकी इन चीनी कंपनियों को उपकरण या अन्य सामान नहीं बेच सकते।
चीन ने वैश्विक व्यापार को नुकसान पहुंचाने का लगाया आरोप
चीन की सरकार ने शिनजियांग में जबरन मजदूरी कराने के अमेरिकी आरोपों को खारिज करते हुए उस पर वैश्विक व्यापार को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया। चीन के वाणिज्य मंत्रालय के प्रवक्ता गाओ फेंग ने कहा कि शिनजियांग में तथाकथित मानवाधिकार और जबरन मजदूरी के आरोप तथ्यों के साथ जरा भी मेल नहीं खाते हैं। उन्होंने सीधे अमेरिकी सीनेट की कार्रवाई का उल्लेख किए बिना कहा कि अमेरिकी दृष्टिकोण ने वैश्विक औद्योगिक और आपूर्ति श्रृंखला की सुरक्षा तथा स्थिरता को गंभीर रूप से कमजोर कर दिया है और चीन इसका कड़ा विरोध करता है।
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