भारत के साथ वार्ता तभी संभव जब वह कश्मीर पर फैसला ‘पलटे’: इमरान
इमरान ने कहा कि अगर दुनिया ने कश्मीर पर भारत के कदम को रोकने के लिए कुछ नहीं किया तो ‘‘पूरी दुनिया को इसके परिणाम भुगतने पड़ेंगे क्योंकि दोनों परमाणु संपन्न देश सैन्य युद्ध के करीब पहुंच जाएंगे।’
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि अगर भारत जम्मू- कश्मीर का विशेष दर्जा हटाने का फैसला ‘‘पलटता’’ है, प्रतिबंधों को खत्म करता है और अपनी सेना को वापस बुलाता है तभी उसके साथ बातचीत हो सकती है। ‘द न्यूयॉर्क टाइम्स’ में एक लेख में बृहस्पतिवार को खान ने फिर चेतावनी दी कि अगर विश्व कश्मीर पर भारत के फैसले को रोकने के लिए कुछ नहीं करता तो दो परमाणु संपन्न देश सैन्य लड़ाई के करीब पहुंच जाएंगे।
As ambassador for the people of Kashmir I am going to expose the oppression & gross human rights violations of the fascist Modi regime against the brave Kashmiri people. The western world doesn’t understand the RSS agenda inspired by Nazi Germany. https://t.co/SZ8F6t5CVL
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) August 30, 2019
खान ने कहा, ‘‘कश्मीर पर संवाद में सभी पक्षकार खासतौर से कश्मीरी शामिल होने चाहिए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन वार्ता तभी शुरू हो सकती है जब भारत कश्मीर के अवैध कब्जे को वापस ले, कर्फ्यू हटाए और अपनी सेना वापस बुलाए।’’ उन्होंने कहा कि अगर दुनिया ने कश्मीर पर भारत के कदम को रोकने के लिए कुछ नहीं किया तो ‘‘पूरी दुनिया को इसके परिणाम भुगतने पड़ेंगे क्योंकि दोनों परमाणु संपन्न देश सैन्य युद्ध के करीब पहुंच जाएंगे।’
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