ताइवान के उपराष्ट्रपति ने दी शिंजो आबे को श्रद्धांजलि, बौखलाए चीन ने आपत्ति दर्ज करते हुए कहा- जरूरत पड़ी तो बल के जोर पर ताइवान को अपने साथ जोड़ेंगे

china
creative common
अभिनय आकाश । Jul 13 2022 12:56PM

चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि जापान में उसके दूतावास ने वहां की सरकार के साथ ताइवान के उपराष्ट्रपति विलियम लाई के पूर्व जापानी प्रधान मंत्री शिंजो आबे के अंतिम संस्कार में शामिल होने के बारे में अपना विरोध दर्ज करवाया है।

जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे को अंतिम विदाई देने के लिए एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें ताइवान के उप राष्ट्रपति की मौजूदगी को लेकर चीन ने आधिकारिक रूप से अपना विरोध दर्ज करवाया। चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि जापान में उसके दूतावास ने वहां की सरकार के साथ ताइवान के उपराष्ट्रपति विलियम लाई के पूर्व जापानी प्रधान मंत्री शिंजो आबे के अंतिम संस्कार में शामिल होने के बारे में अपना विरोध दर्ज करवाया है। बता दें कि ताइवान के उप राष्ट्रपति ला चिंग-ते ने आबे के तोक्यो स्थित आवास पर उन्हें सोमवार को श्रद्धांजलि दी थी। आबे, ताइवान के एक बड़े समर्थक थे।

इसे भी पढ़ें: अधिक बच्चों का होना क्या देशहित में है योगदान? जनसंख्या में चीन को पछाड़ने पर संयुक्त राष्ट्र की स्थायी सदस्यता पर मजबूत हो सकता है भारत का दावा

ताइवान के इस कदम से चीन बुरी तरह बौखला गया है। ताइवान के स्वतंत्र रूप से राजनीतिक उपस्थिति दर्ज कराने को लेकर चीन ने आपत्ति दर्ज करने के साथ ही दावा किया कि कि अगर जरूरत पड़ी तो वह बल के जोर पर ताइवान को फिर अपने साथ जोड़ेगा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा कि ताइवान के अधिकारियों ने राजनीतिक उद्देश्य से इस अवसर का फायदा उठाने की कोशिश की और चीन ने जापान के समक्ष इसकी कड़ी शिकायत दर्ज कराई है। वांग ने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘ यह एक राजनीतिक योजना है, जो कभी सफल नहीं हो सकती।

इसे भी पढ़ें: अल्लाह का बहाना बनाने वाले नहीं दे रहे सही तर्क: जनसंख्या विस्फोट पर बोले मुख्तार अब्बास नकवी

बता दें किआबे, ताइवान के एक बड़े समर्थक थे। दूसरी तरफ चीन अब तक ताइवान को अपना क्षेत्र बताते हुए उस पर दावा करता है।  चीन, ताइवान को अपना क्षेत्र बताते हुए उस पर दावा करता है। वह लोकतांत्रिक रूप से चुनी गयी ताइवान की सरकार को मान्यता देने से इनकार करता है। ताइवान और चीन 1949 के गृह युद्ध में अलग हो गए थे।

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़