रूस की इस बड़े कदम से भारत के लिए खड़ी हो जाएगी बड़ी मुश्किल! मोदी सरकार की बढ़ी टेंशन
फाइनेंशियल टाइम्स और द वाशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक, रूसी सेना के पास हथियारों, तेल, कलपुर्जे और सैन्य आपूर्ती की भारी कमी हो रही है। बता दें कि, यह खबर भारत के लिए एक चिंता का विषय इसलिए हैं क्योंकि, सैन्य पूर्जों के लिए भारत लगभग रूस पर निर्भर है।
यूक्रेन पर और तेज हमले करने के लिए रूस ने चीन से सैन्य उपरकरणों की मांग की है। पश्चिमी मीडिया की रिपोर्ट्स के मुताबित, जो बाइडेन की प्रशासन के अधिकारियों के हवाले से इसकी जानकारी दी गई है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, रूस-यूक्रेन युद्ध को 24 दिन बीत चुके है और अभी तक यह थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस बीच रूस में सेना के इस्तेमाल के लिए सैन्य उपकरणों की कमी होती जा रही हैं। यूक्रेन से युद्ध को जारी रखने के लिए रूस अब चीन की मदद मांग रहा है। इन खबरों से भारत की भी चिंता बढ़ गई है।
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फाइनेंशियल टाइम्स और द वाशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक, रूसी सेना के पास हथियारों, तेल, कलपुर्जे और सैन्य आपूर्ती की भारी कमी हो रही है। बता दें कि, यह खबर भारत के लिए एक चिंता का विषय इसलिए हैं क्योंकि, सैन्य पूर्जों के लिए भारत लगभग रूस पर निर्भर है। तीन सेनाओं में इस्तेमाल होने वाले सभी रक्षा उपकरणों की आपूर्ति रूस भारत को करता है। जानकारी के लिए बता दें कि, T-90 टैंक, Su-30MKI लड़ाकू विमान और INS विक्रमादित्य विमानवाहक पोत सभी रूस द्वारा भारत को मिले है और यह भारतीय सेना इस्तेमाल करते हैं। यूक्रेन से युद्ध के बीच रूस पर कई कड़े प्रतिबंध लगा दिए गए है जिससे भारत को मिलने वाले हथियारों की आपूर्ति में कटौती आ रही है और इससे भारत सरकार की चिंता बढ़ती जा रही हैं।
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रूस ने यूक्रेन पर कई मिसाइलें दागे लेकिन उसके बावजुद वह यूक्रेन के प्रमुख शहरों पर अपना कब्जा नहीं कर पाया है। रूस ने जो सोचा था वो उसे मिल नहीं रहा है वहीं यूक्रेन की पश्चिमी देश जमकर मदद कर रही हैं और कई हथियार भी मुहैया कराई है। इस मदद से यूक्रेन के सैनिकों का मानोबल बहुत बढ़ा है। रूस को इस युद्ध में बहुत ज्याजा नुकसान झेलना पड़ रहा है जिसके कारण अब वह सैन्य उपकरणों के लिए चीन की मदद चाहता है। इससे भारत की मुश्किलें बढ़ जाएंगी।
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