UN में भारत के लिए अमेरिका से भिड़ गया रूस, पीएम मोदी पर टिप्पणी करने को लेकर जेलेंस्की को भी धमका दिया

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अभिनय आकाश । Jul 18 2024 3:58PM

लावरोव ने कहा कि मुझे लगता है कि भारत एक महान शक्ति है जो अपने राष्ट्रीय हित खुद तय करता है, अपने राष्ट्रीय हित खुद निर्धारित करता है और अपने साझेदार खुद चुनता है। हम जानते हैं कि भारत पर भारी दबाव पड़ रहा है, अंतरराष्ट्रीय क्षेत्र में यह पूरी तरह से अनुचित दबाव है। उनकी यह टिप्पणी प्रधानमंत्री मोदी की हालिया मॉस्को यात्रा और रूस के साथ ऊर्जा सहयोग को लेकर भारत के विरोध के बारे में एक सवाल का जवाब देते वक्त आई।

रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा है कि भारत एक महान शक्ति है जो अपने राष्ट्रीय हितों को निर्धारित करता है और अपने साझेदार चुनता है। संयुक्त राष्ट्र में एक संवाददाता सम्मेलन में बोलते हुए, लावरोव ने मॉस्को के साथ ऊर्जा सहयोग के कारण नई दिल्ली पर भारी दबाव को पूरी तरह से अनुचित बताया। लावरोव ने कहा कि मुझे लगता है कि भारत एक महान शक्ति है जो अपने राष्ट्रीय हित खुद तय करता है, अपने राष्ट्रीय हित खुद निर्धारित करता है और अपने साझेदार खुद चुनता है। हम जानते हैं कि भारत पर भारी दबाव पड़ रहा है, अंतरराष्ट्रीय क्षेत्र में यह पूरी तरह से अनुचित दबाव है। उनकी यह टिप्पणी प्रधानमंत्री मोदी की हालिया मॉस्को यात्रा और रूस के साथ ऊर्जा सहयोग को लेकर भारत के विरोध के बारे में एक सवाल का जवाब देते वक्त आई। 

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यूक्रेन संघर्ष शुरू होने के बाद पीएम मोदी की यह पहली रूस यात्रा थी। पीएम मोदी की रूस यात्रा से पश्चिमी देश खुश जर नहीं आए। वहीं यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने इसकी आलोचना करते हुए एक्स पर एक पोस्ट में कहा था कि एक रूसी मिसाइल ने यूक्रेन के सबसे बड़े बच्चों के अस्पताल पर हमला किया, जिसमें युवा कैंसर रोगियों को निशाना बनाया गया। कई लोग मलबे के नीचे दब गए। ज़ेलेंस्की ने मोदी-पुतिन की मुलाकात के बारे में कहा था, दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के नेता को ऐसे दिन मॉस्को में दुनिया के सबसे खूनी अपराधी को गले लगाते देखना एक बड़ी निराशा और शांति प्रयासों के लिए एक विनाशकारी झटका है।

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ज़ेलेंस्की की टिप्पणियों का जिक्र करते हुए, लावरोव ने कहा कि तो यह बहुत अपमानजनक था और यूक्रेनी राजदूत को बुलाया गया और भारतीय विदेश मंत्रालय ने "उनसे बात की कि उन्हें कैसे व्यवहार करना चाहिए। कुछ अन्य यूक्रेनी दूतों द्वारा की गई टिप्पणियों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि राजदूत वास्तव में ऐसा व्यवहार कर रहे थे जैसे कि वे गुंडे हों। ज़ेलेंस्की ने मोदी-पुतिन की मुलाकात के बारे में कहा था। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के नेता को ऐसे दिन मॉस्को में दुनिया के सबसे खूनी अपराधी को गले लगाते देखना एक बड़ी निराशा और शांति प्रयासों के लिए एक विनाशकारी झटका है। 

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