म्यांमार में बार-बार नरसंहार होने का है खतरा: संयुक्त राष्ट्र मिशन
‘इंडीपेंडेंट इंटरनेशनल फैक्ट-फाइंडिंग मिशन ऑन म्यामां’ ने पिछले महीने अपनी अंतिम रिपोर्ट में कहा था कि म्यामां को रोहिंग्या के खिलाफ कथित नरसंहार के लिए अंतरराष्ट्रीय कानूनी मंचों पर जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।
संयुक्त राष्ट्र। म्यांमार पर तथ्यों का पता लगाने वाले संयुक्त राष्ट्र मिशन के प्रमुख मरजुकी दारुस्मान ने कहा कि देश में अल्पसंख्यक रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ ‘‘बार-बार नरसंहार होने का गंभीर खतरा’’ है। दारुस्मान ने महासभा की मानवाधिकार समिति को मंगलवार को बताया कि ‘‘राखइन में रोहिंग्या समुदाय की स्थिति और खराब’’ हुई है।
इसे भी पढ़ें: म्यांमार में भूस्खलन से मरने वालों की संख्या 56 हुई, 7000 से अधिक लोग बेघर
‘इंडीपेंडेंट इंटरनेशनल फैक्ट-फाइंडिंग मिशन ऑन म्यामां’ ने पिछले महीने अपनी अंतिम रिपोर्ट में कहा था कि म्यांमार को रोहिंग्या के खिलाफ कथित नरसंहार के लिए अंतरराष्ट्रीय कानूनी मंचों पर जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।
इसे भी पढ़ें: म्यांमार में भूस्खलन की घटना से 41 लोगों की मौत, कई लापता
दारुस्मान ने 193 सदस्यीय वैश्विक संस्था से मंगलवार को कहा कि मिशन ने रोहिंग्या के खिलाफ अपराधों के पीड़ितों एवं गवाहों के 1,227 साक्षात्कारों को विशेष रूप से स्थापित एक अन्य संयुक्त राष्ट्र समूह को हस्तांतरित किया। उन्होंने कहा कि इसमें ‘‘कई अंतरराष्ट्रीय अपराधों में संलिप्तता के 150 से अधिक संदिग्धों की सूची’’ शामिल है।
अन्य न्यूज़