Gaza में हमले की बरसी पर शोक मनाते समय फलस्तीनी उग्रवादियों ने इजराइल पर दागे रॉकेट

Gaza
प्रतिरूप फोटो
ANI

गाजा में हमले की बरसी पर शोक मनाए जाने के दौरान फलस्तीनी उग्रवादियों ने इजराइल पर चार रॉकेट दाग दिए। हालांकि, शोक समारोह में कोई बाधा नहीं पहुंची। हमास ने यह भी कहा कि उसने गाजा के विभिन्न हिस्सों में इजराइली सेना पर हमला किया। इजराइली सेना ने कहा कि हमले में दागे गए तीन रॉकेटों को रोक दिया गया।

यरुशलम । गाजा में हमले की बरसी पर शोक मनाए जाने के दौरान फलस्तीनी उग्रवादियों ने इजराइल पर चार रॉकेट दाग दिए। हालांकि, शोक समारोह में कोई बाधा नहीं पहुंची। हमास ने यह भी कहा कि उसने गाजा के विभिन्न हिस्सों में इजराइली सेना पर हमला किया। इजराइली सेना ने कहा कि हमले में दागे गए तीन रॉकेटों को रोक दिया गया और चौथा रॉकेट खुले, खाली क्षेत्र में गिरा। किसी के हताहत होने या नुकसान की कोई खबर नहीं है। सेना ने कहा कि उसने आसन्न हमले को विफल करने के लिए पूरी रात भर और सोमवार को भी हवाई हमले किए। सेना ने कहा कि उसने हमास की प्रक्षेपण चौकियों और भूमिगत उग्रवादी ढांचे को निशाना बनाया। 

स्थानीय चिकित्सा अधिकारियों के अनुसार, बरसी पर युद्ध ने विनाशकारी इजराइली हमले के सामने उग्रवादियों की दृढ़ता को रेखांकित किया है जिसमें अब तक लगभग 42 हजार फलस्तीनी मारे गए हैं। इसने गाजा के बड़े क्षेत्रों को भी नष्ट कर दिया है और इसकी लगभग 90 प्रतिशत आबादी को विस्थापित किया गया है। हमास के नेतृत्व वाले उग्रवादियों ने एक वर्ष पहले इजराइल की सुरक्षा को धता बताते हुए पास के सैन्य ठिकानों तथा काश्तकारों पर अचानक हमला कर दिया था, जिसमें लगभग 1,200 लोग मारे गए थे। तब उग्रवादियों ने 250 अन्य का अपहरण कर लिया गया था। उन्होंने अब भी गाजा में करीब 100 लोगों को बंधक बनाया हुआ है, जिनमें से एक तिहाई लोगों के मारे जाने का अनुमान है। 

इजराइल अब गाजा में हमास और लेबनान में उसके सहयोगी हिजबुल्ला के साथ युद्ध कर रहा है। पिछले सप्ताह इजराइल पर हुए बैलिस्टिक मिसाइल हमले के जवाब में उसने ईरान पर हमला करने का भी संकल्प जताया है। रिम (इजराइल) में नोवा संगीत समारोह में पिछले साल हुए हमास हमले में मारे गए लोगों के सैकड़ों परिवार और मित्र सोमवार को हमला स्थल पर एकत्रित हुए। यहां सात अक्टूबर को हमास के हमले के दौरान लगभग 400 लोग मारे गए थे। परिजन अपने प्रियजनों की तस्वीरों ले कर आए थे। कई लोगों ने मोमबत्तियां जलाकर अपनों को श्रद्धांजलि दी। इस स्थल के ऊपर सेना के हेलीकॉप्टर चक्कर लगा रहे थे और पूरे क्षेत्र में लगातार धमाके गूंज रहे थे, जिससे कई लोग घबरा गए। हमले में मरने वाले यार्डेन (25) के पिता शिमोन बुसिका ने कहा, ‘‘हम बता नहीं सकते कि हमने एक साल कैसे बिताया है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़