UNSC में Pakistan को खानी पड़ी मुंह की, भारत के खिलाफ रच रहा था साजिश
विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता आइशा फारूकी ने कहा कि पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र से चार भारतीय नागरिकों- वेणुमाधव डोंगरा, अजय मिस्त्री, गोविंद पटनायक तथा अंगरा अप्पाजी को 2019 में यूएनएससी 1267 प्रतिबंध समिति द्वारा वैश्विक आतंकी घोषित करने के लिए कहा था।
इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने एक भारतीय नागरिक को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) द्वारा वैश्विक आतंकी घोषित कराने के अपने प्रयास में नाकाम रहने पर बुधवार को निराशा प्रकट की और उम्मीद जताई कि यूएनएससी तीन अन्य भारतीयों पर पाबंदी के उसके अनुरोध पर विचार करेगी। विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता आइशा फारूकी ने कहा कि पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र से चार भारतीय नागरिकों- वेणुमाधव डोंगरा, अजय मिस्त्री, गोविंद पटनायक तथा अंगरा अप्पाजी को 2019 में यूएनएससी 1267 प्रतिबंध समिति द्वारा वैश्विक आतंकी घोषित करने के लिए कहा था।
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फारूकी के मुताबिक इस्लामाबाद ने संयुक्त राष्ट्र में अपने अनुरोध में आरोप लगाया था कि ये चारों लोग तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान, जमात उल अहरार और अन्य आतंकी संगठनों को आर्थिक, तकनीकी तथा साजो-सामान संबंधी मदद देकर पाकिस्तान के अंदर आतंकवाद को वित्तपोषित और प्रायोजित कर रहे हैं। हालांकि खबरों के अनुसार अमेरिका ने प्रस्ताव को खारिज कर दिया और यूएनएससी के सदस्यों से इसे रद्द करने को कहा। प्रस्ताव पर पिछले साल तकनीकी रोक लगाई गई थी। भारतीय नागरिक को आतंकी घोषित कराने के पाकिस्तानी प्रयासों पर अवरोधों पर प्रतिक्रिया देते हुए विदेश कार्यालय की प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हम निराश हैं कि वेणुमाधव डोंगरा को आतंकवादी घोषित करने के पाकिस्तान के प्रस्ताव का विरोध किया गया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान को उम्मीद है कि अन्य तीन भारतीय नागरिकों को आतंकी सूची में डालने के उसके अनुरोध पर यूएनएससी 1267 प्रतिबंध समिति द्वारा उद्देश्यपरक तथा पारदर्शी तरीके से उचित विचार किया जाएगा।’’ उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि ‘‘ये भारतीय नागरिक इस समय भारत में छूट के साथ रह रहे हैं।
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