कोरोना की उत्पत्ति पर कई सवाल, अमेरिका अब सार्वजनिक करेगा खुफिया रिपोर्ट, चीन से बढ़ सकता है तनाव!
बाइडेन ने एक बयान में कहा कि इस कानून को लागू करने में मेरा प्रशासन राष्ट्रीय सुरक्षा को नुकसान पहुंचाने वाली जानकारी के प्रकटीकरण से बचाने के लिए मेरे संवैधानिक अधिकार के अनुरूप, यथासंभव अधिक से अधिक जानकारी को सार्वजनिक और साझा करेगा।
कोरोना वायरस कहां से आया, कब आया और कैसे आया। इन सवालों का जब भी जिक्र होता है तो नजर चीन पर जाकर टिकती है। अब इसको लेकर अमेरिका खुफिया जानकारी को सार्वजनकि करने की तैयारी में है। व्हाइट हाउस ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने एक विधेयक पर हस्ताक्षर किए है। कोरोनो वायरस की उत्पत्ति से संबंधित जानकारी को सार्वजनिक करने की आवश्यकता है, जो कि कोविड-19 का कारण बनता है। बाइडेन ने कहा कि उन्होंने कोविड-19 की उत्पत्ति के बारे में अधिक से अधिक जानकारी जारी करने के कांग्रेस के लक्ष्य को साझा किया। बाइडेन ने एक बयान में कहा कि इस कानून को लागू करने में मेरा प्रशासन राष्ट्रीय सुरक्षा को नुकसान पहुंचाने वाली जानकारी के प्रकटीकरण से बचाने के लिए मेरे संवैधानिक अधिकार के अनुरूप, यथासंभव अधिक से अधिक जानकारी को सार्वजनिक और साझा करेगा।
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व्हाइट हाउस भेजे जाने से पहले विधेयक बिना किसी विरोध के सीनेट और प्रतिनिधि सभा के माध्यम से रवाना हुआ। वॉल स्ट्रीट जर्नल ने बताया कि अमेरिकी ऊर्जा विभाग ने आकलन किया था कि चीनी प्रयोगशाला रिसाव से महामारी की संभावना पैदा हुई थी। बता दें कि अमेरिका को आशंका है कि कोरोना की शुरुात चीन की वुहान की लैब से हुई। हालांकि चीन द्वारा इससे इनकार किया जाता रहा है। विभाग ने एक वर्गीकृत खुफिया रिपोर्ट में "कम आत्मविश्वास" के साथ अपना फैसला सुनाया। एफबीआई ने यह भी आकलन किया है कि महामारी की उत्पत्ति एक प्रयोगशाला रिसाव से हुई है। चार अन्य अमेरिकी एजेंसियां अभी भी निर्णय लेती हैं कि कोविड-19 प्राकृतिक संचरण का परिणाम था, जबकि दो अनिर्णीत हैं।
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