विपक्ष ने प्रधानमंत्री टेरेसा मे के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया
प्रस्ताव से पहले प्रधानमंत्री मे ने सांसदों से कहा था कि इस तरह बार-बार मतदान कराने से नये साल में उनके ब्रेक्जिट समझौते पर होने वाले मतविभाजन में और देरी होगी।
लंदन। ब्रिटेन में विपक्ष के नेता जेरेमी कोरबिन ने प्रधानमंत्री टेरेसा मे के खिलाफ संसद में गैर बाध्यकारी अविश्वास प्रस्ताव पेश किया है। प्रस्ताव से पहले प्रधानमंत्री मे ने सांसदों से कहा था कि इस तरह बार-बार मतदान कराने से नये साल में उनके ब्रेक्जिट समझौते पर होने वाले मतविभाजन में और देरी होगी।
यह भी पढ़ें- पाकिस्तान ने भारतीय कैदी हामिद निहाल अंसारी को रिहा किया
It is unacceptable for the country to wait another month before Parliament has the chance to vote on Theresa May's botched deal.
— Jeremy Corbyn (@jeremycorbyn) December 17, 2018
Therefore I have tabled a motion of no confidence in the PM this evening, so Parliament can take back control. #NoConfidence pic.twitter.com/IRXeaScpZm
टेरेसा मे ने कहा कि सौदे पर मतदान 14 जनवरी से शुरू हो रहे हफ्ते में होगा। हार की आशंका के बीच 11 दिसंबर को निर्धारित मतदान को टाल दिया गया था।
यह भी पढ़ें- FBI के पूर्व प्रमुख ने डोनाल्ड ट्रंप और उनकी पार्टी की जमकर आलोचना की
लेबर पार्टी के नेता कोरबिन ने संसद में प्रस्ताव रखने से पहले सोमवार को सांसदों से कहा, “अर्थपूर्ण मतदान के लिए हाउस ऑफ कॉमन्स को अनुमति देने में असफल रहीं प्रधानमंत्री में इस सदन को कोई विश्वास नहीं है।”
It is unacceptable for the country to wait another month before Parliament has the chance to vote on Theresa May's botched deal.
— Jeremy Corbyn (@jeremycorbyn) December 17, 2018
Therefore I have tabled a motion of no confidence in the PM this evening, so Parliament can take back control. #NoConfidence pic.twitter.com/IRXeaScpZm
Today the Tories have been dragged kicking and screaming to announce a date to vote on Theresa May's botched Brexit deal. pic.twitter.com/imLLe7akAY
— Jeremy Corbyn (@jeremycorbyn) December 17, 2018
कोरबिन ने कहा कि इस हफ्ते मतदान सुनिश्चित कराने के लिए मेरे हिसाब से यही कदम एकमात्र रास्ता था। सरकार को इस गैर बाध्यकारी मतदान पर सहमत होना होगा और अगर यह सफल हो भी जाए तो भी मे के लिए पद छोड़ना अनिवार्य नहीं होगा।
अन्य न्यूज़