अमेरिका और चीन के बीच होगा ऑनलाइन शिखर सम्मेलन, इन मामलों पर की जाएगी चर्चा

Online summit to be held between US and China: White House officialOnline summit to be held between US and China: White House official

व्हाइट हाउस के अधिकारी ने कहा कि, अमेरिका और चीन के बीच ऑनलाइन शिखर बैठक होगी।ऑनलाइन शिखर वार्ता का निर्णय इसके मद्देनजर लिया गया कि दोनों देशों के नेताओं को एक साथ बैठक के लिए इस साल समय नहीं मिल पाएगा।

वाशिंगटन।अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और उनके चीनी समकक्ष शी चिनफिंग इस साल के अंत से पहले ऑनलाइन शिखर बैठक करेंगे। दोनों नेताओं के बीच यह बैठक ऐसे समय में होने जा रही है जब व्यापार, मानवाधिकार, दक्षिणी चीन सागर और ताइवान को लेकर दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध बेहद तनावपूर्ण हैं। अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन और चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के पोलित ब्यूरो सदस्य और विदेश मामलों संबंधी आयोग के कार्यालय के निदेशक यांग जिएची के बीच बुधवार को ज्यूरिख में करीब छह घंटे तक चली बैठक के बाद व्हाइट हाउस ने यह घोषणा की।

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व्हाइट हाउस ने दोनों देशों के शीर्ष नेताओं की बैठक की घोषणा ऐसे समय में की है जब अमेरिकी राष्ट्रीपति जो बाइडन नीत प्रशासन ने बीजिंग से ताइवान पर सैन्य दबाव डालने की कोशिशों को खत्म करने और व्यापार से जुड़ी प्रतिबद्धताओं का पालन करने की मांग की। पिछले कई दिनों से चीन ने ताइवान के वायु रक्षा क्षेत्र में करीब 150 युद्धक विमान भेजे हैं, जिसके बाद बाइडन प्रशासन ने बीजिंग को चेतावनी दी। व्हाइट हाउस की ओर से जारी बयान में बताया गया कि करीब छह घंटे तक चली बैठक में सुलिवन ने उन क्षेत्रों पर चर्चा की, जहां अमेरिका और चीन अंतरराष्ट्रीय चुनौतियों से निपटने के लिए साथ काम कर सकते हैं और संबंधों में ‘जोखिम’ से निपटने के रास्ते तलाश सकते हैं। वहीं सुलिवन ने कई ऐसे क्षेत्रों के मुद्दे भी उठाए जहां अमेरिका, चीन के कदमों से चिंतित है। इनमें मानवाधिकार, शिनजियांग, हांगकांग, दक्षिणी चीन सागर और ताइवान से जुड़े मुद्दे शामिल हैं। ऑनलाइन शिखर वार्ता का निर्णय इसके मद्देनजर लिया गया कि दोनों देशों के नेताओं को एक साथ बैठक के लिए इस साल समय नहीं मिल पाएगा।

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एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी के अनुसार सुलिवन और यांग के बीच कई मुद्दों पर चर्चा हुई और यह बातचीत अच्छी और स्पष्ट रही तथा यह बैठक करीब छह घंटे तक चली। अधिकारी ने बताया कि सुलिवन ताइवान को लेकर ‘बेहद स्पष्ट’ थे और उन्होंने ताइवान में बीजिंग के हालिया उकसावे वाली गतिविधियों पर अमेरिका की चिंताओं को जाहिर किया। सुलिवन ने यह स्पष्ट किया कि अमेरिका ताइवान की आत्मरक्षा का समर्थन करता रहेगा और यथास्थिति को बदलने की किसी भी कोशिश का विरोध करेगा। वहीं, चीन की आधिकारिक समाचार एजेंसी ‘शिन्हुआ’ की खबर में इस बातचीत को व्यापक और स्पष्ट बताया गया। इसमें कहा गया कि चीन-अमेरिका के संबंध, आपसी चिंताओं के अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर विस्तृत चर्चा हुई। खबर के अनुसार यांग ने कहा कि चीन और अमेरिका जब एक-दूसरे का सहयोग करेंगे तो इससे दोनों देशों और दुनिया का फायदा होगा और वहीं, टकराव की स्थिति में दोनों देशों के साथ दुनिया को भी गंभीर नुकसान पहुंचेगा। हालांकि शिन्हुआ की खबर में शी और बाइडन के बीच ऑनलाइन बैठक की योजना की खबर नहीं है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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