Prabhasakshi Exclusive: Black Sea में अपने Warships लाकर NATO ने Putin को भड़का दिया है, क्या Russia-Ukraine युद्ध ले सकता है नया मोड़?
ब्रिगेडियर श्री डीएस त्रिपाठी जी (सेवानिवृत्त) ने कहा कि इसके अलावा एक और ताजा अपडेट यह है कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से फोन पर हुई बातचीत में उन्हें रूस-यूक्रेन युद्ध खत्म कराने में सहयोग देने का भरोसा दिलाया है।
प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क के खास कार्यक्रम शौर्य पथ में इस सप्ताह हमने ब्रिगेडियर श्री डीएस त्रिपाठी जी (सेवानिवृत्त) से जानना चाहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध अब किस पड़ाव पर है? हमने यह भी जानना चाहा कि नाटो ने काला सागर क्षेत्र में अपने युद्धपोत तैनात करने की बात कही है जिससे रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भड़क गये हैं। इसे कैसे देखते हैं आप? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि युद्ध में ताजा अपडेट की बात करें तो वह यह है कि यूक्रेन की सेना पूर्वी दोनोत्सक क्षेत्र के उरोझाइन गांव से पीछे हट गई है और उसने एक अन्य अग्रिम मोर्चे पर भी आत्मसमर्पण कर दिया है। वहीं दूसरी ओर रूस की सेना लगातार हमले कर यूक्रेन की सुरक्षा दीवार को ध्वस्त कर रही है। स्थानीय स्तर पर लड़ रही थल सेना के प्रवक्ता नजर वोलोशिन ने मीडिया को एक लिखित संदेश में बताया कि गांव मलबे में तब्दील हो गया है, जिससे वहां मोर्चे पर डटे रहना असंभव हो गया है। हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि सेना कब पीछे हटी। उन्होंने कहा कि रूस ने फरवरी 2022 में युद्ध के शुरुआती दिनों में उरोझाइन पर कब्जा कर लिया था। यूक्रेनी के सैनिकों ने लगभग एक साल पहले इसपर फिर से कब्जा कर लिया था। रूस के रक्षा मंत्रालय ने दावा किया था कि उसकी सेना ने कई दिन पहले इस गांव को फिर से अपने कब्जे में ले लिया था। उन्होंने कहा कि इस बीच, यूरोप की सुरक्षा और यूक्रेन को अधिक सहायता देने पर चर्चा करने के लिए महाद्वीप के नेताओं ने बृहस्पतिवार को इंग्लैंड में बैठक की थी।
ब्रिगेडियर श्री डीएस त्रिपाठी जी (सेवानिवृत्त) ने कहा कि इसके अलावा एक और ताजा अपडेट यह है कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से फोन पर हुई बातचीत में उन्हें रूस-यूक्रेन युद्ध खत्म कराने में सहयोग देने का भरोसा दिलाया है। उन्होंने कहा कि जेलेंस्की ने ट्रंप को अमेरिका में नवंबर में प्रस्तावित राष्ट्रपति चुनाव के लिए रिपब्लकिन पार्टी की उम्मीदवारी हासिल करने की बधाई देने के वास्ते शुक्रवार को फोन किया था। उन्होंने कहा कि ट्रंप ने सोशल मीडिया मंच ‘ट्रुथ सोशल’ पर एक पोस्ट में कहा है कि यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की और मेरे बीच आज सुबह फोन पर बहुत अच्छी बातचीत हुई। उन्होंने रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन के सफल आयोजन और अमेरिका में राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए रिपब्लिकन पार्टी की उम्मीदवारी हासिल करने पर मुझे बधाई दी। उन्होंने कहा कि जेलेंस्की का फोन कॉल इसलिए मायने रखता है, क्योंकि ट्रंप को रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार चुने जाने के बाद यह उनकी किसी विदेशी नेता के साथ पहली बातचीत है। इससे नवंबर में प्रस्तावित राष्ट्रपति चुनावों में ट्रंप की जीत की संभावनाओं को लेकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय का बढ़ता आभास रेखांकित होता है। उन्होंने कहा कि ट्रंप ने कहा कि मैं फोन पर मुझसे संपर्क करने के लिए राष्ट्रपति जेलेंस्की की सराहना करता हूं, क्योंकि मैं अमेरिका के अगले राष्ट्रपति के रूप में विश्व में एक बार फिर शांति कायम करूंगा और उस युद्ध को समाप्त करूंगा, जिसने इतने सारे लोगों की जान ली और अनगिनत निर्दोष परिवारों को तबाह कर दिया। दोनों पक्ष शांति समझौते पर बातचीत के लिए साथ आएंगे, जिससे हिंसा समाप्त होगी और समृद्धि का मार्ग प्रशस्त होगा।
इसे भी पढ़ें: Prabhasakshi Exclusive: Jammu की Pir Panjal Valley में क्या आतंकियों के खिलाफ 20 साल पहले वाला एक्शन दोहराया जायेगा?
ब्रिगेडियर श्री डीएस त्रिपाठी जी (सेवानिवृत्त) ने कहा कि जहां तक नाटो की ओर से काला सागर क्षेत्र में युद्धपोत तैनात करने की खबर है तो इस फैसले ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को भड़का दिया है। उन्होंने कहा कि देखना होगा कि नाटो देश क्या पुतिन के गुस्से को सहन कर पाएंगे? उन्होंने कहा कि क्रेमलिन ने इस मुद्दे पर कहा है कि यूक्रेन संघर्ष में नाटो गठबंधन की भागीदारी को देखते हुए रूस काला सागर में नाटो युद्धपोतों की स्थायी उपस्थिति स्थापित करने की किसी भी योजना को खतरे के रूप में मानेगा। उन्होंने कहा कि दरअसल यूक्रेन चाहता है कि काला सागर में नाटो इसलिए तैनात रहे ताकि रूस को आगे बढ़ने से रोका जा सके। उन्होंने कहा कि लेकिन रूस की प्रतिक्रिया बताती है कि वह इसका सख्त जवाब देगा।
अन्य न्यूज़