माइक पोम्पिओ ने ताइवान के साथ राजनयिक संपर्क स्थापित करने पर लगे प्रतिबंध हटाए

Mike Pompeo

प्रशासन ने बृहस्पतिवार को ऐलान किया कि संयुक्तराष्ट्र में दूत केली क्राफ्ट ताइवान जाएंगी। अमेरिकी घोषणा के बाद चीन ने इसकी तीखी आलोचना की और चेताया कि अमेरिका को भारी कीमत चुकानी होगी।

वाशिंगटन। अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने कहा है कि विदेश विभाग ताइवान के साथ राजनयिक स्तर पर और अन्य स्तर पर संपर्क स्थापित करने पर लगे प्रतिबंधों को समाप्त कर रहा है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन का यह चीन को दुखी कर सकता है। ट्रंप प्रशासन ने ताइवान के साथ द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने की की वकालत की है। प्रशासन ने बृहस्पतिवार को ऐलान किया कि संयुक्तराष्ट्र में दूत केली क्राफ्ट ताइवान जाएंगी। अमेरिकी घोषणा के बाद चीन ने इसकी तीखी आलोचना की और चेताया कि अमेरिका को भारी कीमत चुकानी होगी। 

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पोम्पिओ ने शनिवार को कहा, आज मैं ऐलान कर रहा हूं कि मैं (ताइवान के संबंध में) लगाए गए सभी प्रतिबंधों को खत्म कर रहा हूं। गौरतलब है कि चीन सरकार का दावा करती रही है ताइवान चीन का हिस्सा है। चीन अपने राजनयिक ताकत का इस्तेमाल कर ताइवान को ऐसे किसी भी संगठन में शामिल होने से रोकता है जिसकी सदस्यता के लिए देश का दर्जा हासिल होना जरूरी है। पोम्पिओ ने कहा कि अमेरिका दुनिया भर में अनौपचारिक साझेदारों के साथ रिश्ते कायम रखता है और इसमें ताइवान कोई अपवाद नहीं है। उन्होंने कहा कि आज का बयान इस बात को स्वीकार करता है कि अमेरिका ताइवान रिश्तों को नौकरशाही द्वारा खुद लगाए गए प्रतिबंधों से प्रभावित होने की जरूरत नहीं है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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