MI5 देखती रह गई, ब्रिटेन के प्रिंस के साथ चीन के जासूस ने किया कुछ ऐसा, खुलासे के बाद मची खलबली
बताया ये जा रहा है कि कारोबारी एच 6 ने अपने बारे में गलत जानकारी देकर ब्रिटेन के कई लोगों से रिश्ता बना लिया था। जिसमें सबसे खास प्रिंस एंड्रयू थे, जिन्हें द ड्यूक ऑफ यार्क के नाम से भी जाना जाता है। प्रिंस एंड्रयू को सफाई भी पेश करनी पड़ी है। उन्होंने कहा है कि मैंने तत्काल प्रभाव से उस व्यक्ति के साथ तमता तरह के संबंधों को खत्म कर दिया है। जब से मुझे ये बताया गया है कि वो एक संदिग्ध व्यक्ति है।
महाराजा चार्ल्स तृतीय के छोटे भाई ब्रिटेन के प्रिंस एंड्यू इन दिनों खूब चर्चा में हैं। दरअसल, इन पर आरोप है कि ये चीनी जासूस के फेर में फंस गए थे। चीनी जासूस एक कारोबारी है और उसके साथ प्रिंस एंड्यू के रिश्ते बेहद करीबी हो गए थे। लेकिन इसके बाद मामला इतना बढ़ गया है कि पूरी दुनिया में इसकी चर्चा हो रही है। चीनी कारोबारी जिसे एच 6 के नाम से जाना जाता है उस पर ब्रिटेन ने प्रतिबंध लगा दिया है और देश की सुरक्षा का हवाला देते हुए कहा कि हम उसे अपने देश में आने नहीं दे सकते हैं। इसे लेकर कारोबारी एच 6 ने अदालत का दरवाजा भी खटखटाया था लेकिन अदालत ने भी सरकार के इस आदेश को कायम रखा है। दरअसल, बताया ये जा रहा है कि कारोबारी एच 6 ने अपने बारे में गलत जानकारी देकर ब्रिटेन के कई लोगों से रिश्ता बना लिया था। जिसमें सबसे खास प्रिंस एंड्रयू थे, जिन्हें द ड्यूक ऑफ यार्क के नाम से भी जाना जाता है। प्रिंस एंड्रयू को सफाई भी पेश करनी पड़ी है। उन्होंने कहा है कि मैंने तत्काल प्रभाव से उस व्यक्ति के साथ तमता तरह के संबंधों को खत्म कर दिया है। जब से मुझे ये बताया गया है कि वो एक संदिग्ध व्यक्ति है।
इसे भी पढ़ें: Modi-XI की मुलाकात के महीनों बाद आया बड़ा अपडेट, लद्दाख के देपसांग इलाके और राकी नाला से पीछे हटा चीन
मैं उसे लेकर काफी अलर्ट हो चुका हूं। उन्होंने अपने बयान में ये भी बताया कि हां मैं उस संदिग्ध व्यक्ति से मिला था। लेकिन मैंने किसी भी तरह की संदिग्ध प्रवृत्ति की बातचीत नहीं की थी। या फिर मैंने किसी भी तरह की ऐसी जानकारी साझा नहीं की थी जिससे देश की सुरक्षा रक्षा पर खतरा पैदा हो जाए। इस मुद्दे को लेकर पूरे ब्रिटेन में चर्चा जोरों पर है। हर ब्रिटेन का मीडिया हाउस इस खबर को छाप रहा है। वहीं बताया ये जा रहा है कि एमआई 5 की तरफ से इस पूरे मामले में ये जांच की जा रही है कि क्या प्रिंस एड्रयू को इस चीनी कारोबारी के जरिए किसी तरह की कोई रकम भी मुहैया कराई गई है या नहीं। हालांकि इस पूरी जानकारी को लेकर कार्रवाई या जनता के सामने सार्वजनिक करने से पहले किंग चार्ल्स को भी ब्रीफ किया गया है। मामले में अब पता चला है कि उसने पूर्व प्रधानमंत्रियों डेविड कैमरन और थेरेसा मे से भी मुलाकात की थी। बकिंघम पैलेस ब्रिटेन के महाराजा-महारानी का लंदन स्थित आधिकारिक निवास है। हांलांकि, कैमरन और थेरेसा ने व्यक्ति के जासूस होने संबंधी किसी भी तरह की जानकारी से इनकार किया है, लेकिन मामला सुर्खियों में बना हुआ है। कैमरन का हवाला देते एक सूत्र के हवाले कहा कि डेविड कैमरन एक दशक से अधिक समय तक कंजरवेटिव पार्टी के नेता और छह साल तक प्रधानमंत्री रहे। उस दौरान सैकड़ों कार्यक्रमों में हजारों लोगों से उनकी मुलाकात हुई। हमारे पास इस व्यक्ति के बारे में कोई और जानकारी नहीं है।
इसे भी पढ़ें: LAC विवाद पर 5 साल बाद होगी स्पेशल बातचीत, मोदी के जेम्स बॉन्ड चीनी विदेश मंत्री से करेंगे मुलाकात
जुलाई में एक विशेष आव्रजन अपील आयोग (एसआईएसी) ने सुनवाई की जिसमें कहा गया कि उस व्यक्ति को 2020 में प्रिंस एंड्रयू की जन्मदिन की पार्टी में आमंत्रित किया गया था और शाही परिवार के एक सहयोगी ने उसे बताया था कि वह चीन में संभावित निवेशकों के साथ ड्यूक की ओर से काम कर सकता है। एसआईएसी के मामले के विवरण के अनुसार, एच6 को पहली बार 2023 में सुएला ब्रेवरमैन द्वारा राष्ट्रीय सुरक्षा की आशंकाओं के कारण देश में प्रवेश करने से रोक दिया गया था, जो उस समय गृह मंत्री थीं। पिछले साल जुलाई में गृह मंत्रालय ने कहा कि एच6 को चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की ओर से गोपनीय गतिविधि में संलिप्त पाया गया।
अन्य न्यूज़