भारत के गणित और विज्ञान के शिक्षकों की UK में मांग : Media report
समाचार पत्र ‘द टाइम्स’ की खबर में कहा गया है कि इस साल भारत और नाइजीरिया जैसे देशों से गणित, विज्ञान और के सैकड़ों शिक्षकों को ब्रिटेन लाया जाएगा। खबर में यह भी कहा गया है कि इस अभियान का अन्य देशों और विषयों में भर्ती के संबंध में विस्तार करने की योजना है।
ब्रिटेन में शिक्षकों के रिक्त पद भरने के लिए चलाए जा रहे एक विदेशी अभियान के तहत भारत उन देशों में शामिल है, जिसके गणित और विज्ञान के योग्य शिक्षकों को 10,000 पाउंड के ‘‘अंतरराष्ट्रीय पुनर्वास भुगतान’’ के जरिये लुभाया जा रहा है। यह जानकारी ब्रिटिश मीडिया में प्रकाशित एक खबर से सामने आई है। समाचार पत्र ‘द टाइम्स’ की खबर में कहा गया है कि इस साल भारत और नाइजीरिया जैसे देशों से गणित, विज्ञान और के सैकड़ों शिक्षकों को ब्रिटेन लाया जाएगा। खबर में यह भी कहा गया है कि इस अभियान का अन्य देशों और विषयों में भर्ती के संबंध में विस्तार करने की योजना है।
शैक्षणिक वर्ष 2023-24 में प्रयोगिक तौर पर चलाया जा रहा ‘इंटरनेशनल रिलोकेशन पेमेंट्स’ (आईआरपी) अभियान विदेशी शिक्षकों को ब्रिटेन में नौकरी की पेशकश करता है और इसके तहत वीजा, प्रवासन स्वास्थ्य अधिभार और अन्य स्थानांतरण खर्चे शामिल होते हैं। ब्रिटिश अधिकारी आगामी शैक्षणिक वर्ष में आईआरपी के तहत 300 से 400 शिक्षकों की भर्ती की उम्मीद करते हैं और अगर यह अभियान विदेशी कर्मचारियों को आकर्षित करने में सफल साबित होता है, तो इसे अन्य विषयों में भी लागू किया जा सकता है।
‘द टाइम्स’ की खबर के अनुसार, शिक्षकों की संख्या बढ़ाने के प्रयास में ब्रिटिश सरकार ने एक विदेशी भर्ती पहल शुरू की है, जिसके तहत भारत, घाना, सिंगापुर, जमैका, नाइजीरिया, दक्षिण अफ्रीका और जिम्बाब्वे से गणित, विज्ञान और भाषा-शिक्षण योग्यता के शिक्षकों को ब्रिटेन में नौकरी की पेशकश की जा रही है। योग्य शिक्षकों के पास एक डिग्री, मान्यता प्राप्त शिक्षक-प्रशिक्षण योग्यता और कम से कम एक वर्ष का अनुभव होना चाहिए। ऐसे शिक्षकों को इंटरमीडिएट स्तर तक की अंग्रेजी बोलना आना भी अनिवार्य है।
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