भारत से दोबारा दोस्ती करने को बेताब मालदीव, मुइज्जू की यात्रा को लेकर विदेश मंत्रालय ने क्या कहा?
जून 2024 में प्रधानमंत्री और मंत्रिपरिषद के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए भारत आए थे। अपनी यात्रा के दौरान वे बेंगलुरु और मुंबई भी जाएंगे, जहां उनके व्यापारिक कार्यक्रम होंगे।
चीन के करीबी मालदीव के राष्ट्रपति को अब भारत की कमी का एहसास होने लगा है। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू पीएम मोदी से मिलने के लिए दिल्ली आने वाले हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि मालदीव गणराज्य के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज़ू 7 से 10 अक्टूबर 2024 तक भारत की राजकीय यात्रा पर आएंगे। यह उनकी भारत की पहली द्विपक्षीय यात्रा होगी। इससे पहले वे जून 2024 में प्रधानमंत्री और मंत्रिपरिषद के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए भारत आए थे। अपनी यात्रा के दौरान वे बेंगलुरु और मुंबई भी जाएंगे, जहां उनके व्यापारिक कार्यक्रम होंगे।
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इस साल की शुरुआत में मालदीव के युवा मंत्रालय के उप मंत्रियों को सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ अपमानजनक पोस्ट करने की वजह से निलंबित कर दिया गया था। नई दिल्ली ने माले के समक्ष इस मामले को जोरदार ढंग से उठाया था। मोदी की लक्षद्वीप की यात्रा के बाद सोशल मीडिया एक्स पर उनके पोस्ट को लेकर मालदीव के उपमंत्रियों ने भारतीय प्रधानमंत्री की आलोचना की थी।
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भारत और मालदीव के बीच संबंध पिछले साल नवंबर से ही तनावपूर्ण हो गए थे, जब चीन के प्रति झुकाव रखने वाले मुइज्जू ने मालदीव के राष्ट्रपति का पदभार संभाला था। मुइज्जू ने भारत से कहा था कि वह देश द्वारा उपहार में दिए गए तीन विमानन प्लेटफॉर्म का संचालन कर रहे लगभग 90 भारतीय सैन्य कर्मियों को वापस बुला ले। भारत ने 10 मई तक अपने सैन्य कर्मियों को वापस बुला लिया और उनकी जगह डोर्नियर विमान और दो हेलीकॉप्टरों के संचालन के लिए असैन्य कर्मियों को तैनात कर दिया।
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