Trump-Harrish पर जयशंकर से पूछा गया सवाल, पहले मुस्कुराए और फिर 30 सेकेंड के जवाब से सभी को चौंका दिया
US Electionविदेश मंत्री एस जयशंकर से पूछा गया था कि अमेरिका में चुनाव होने वाले हैं। आपको क्या लगता है कि कौन जीत रहा है? अमेरिका में कौन सा राष्ट्रपति भारत के लिए अच्छा होगा। इस सवाल का विदेश मंत्री एस जयशंकर ने धमाकेदार जवाब दिया।
भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर के चेहरे पर मंद मंद मुस्कान देख अच्छे-अच्छे देश भय खाने लग जाते हैं। कार्यक्रम में विदेश मंत्री एस जयशंकर से किसी देश के बारे में पूछा जाए और विदेश मंत्री ऐसे हंस पड़े रहे तो समझ लीजिए उस देश की शामत आने वाली है। इस बार बारी अमेरिका की थी। आज कल अमेरिका भारत पर खूब बयानबाजी कर रहा है। पन्नू के लिए भारत को सलाह, नसीहत और चेतावनी दे रहा है। लेकिन विदेश मंत्री एस जयशंकर ने 30 सेकेंड में अमेरिका की धज्जियां उड़ा दी। अमेरिका पर बयान देने से पहले एस जयशंकर ने आराम से पानी पीया। मुस्कुराते हुए अपने अंदाज से सभी को हैरान कर दिया।
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दरअसल, विदेश मंत्री एस जयशंकर से पूछा गया था कि अमेरिका में चुनाव होने वाले हैं। आपको क्या लगता है कि कौन जीत रहा है? अमेरिका में कौन सा राष्ट्रपति भारत के लिए अच्छा होगा। इस सवाल का विदेश मंत्री एस जयशंकर ने धमाकेदार जवाब दिया। एस जयशंकर ने कहा कि हमारे लिए सब अच्चे हैं क्योंकि हमने ये सुनिश्चित किया है कि सब अच्छे रहे। इसका मतलब साफ है कि भारत के मजबूत रुख की वजह से अमेरिका जैसे देश अब अपनीि मनमानी नहीं कर पाते। इसके बाद एस जयशंकर ने अमेरिका के कई राष्ट्रपतियों के नाम गिनाने शुरू कर दिए। जयशंकर ने बताया कि अमेरिका के राष्ट्रपतियों को एक बहुत गलत आदत थी जो अब भारत ठीक करक चुका है।
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विदेश मंत्री ने कहा कि आज के समय में दोनों देशों के बीच इस तरह के कॉमन इंटरेस्ट हैं कि कोई भी राष्ट्रपति बने वो देखते हैं कि हमारी रणनीति ये होनी चाहिए, उसमें भारत की भूमिका महत्वपूर्ण है। उन्होंने आगे कहा कि इस संबंध में अधिक संभावनाएं हैं। इसलिए वह इस संबंध को बनाए रखते हैं। वहीं 26/11 के मुंबई आतंकवादी हमले के बाद भारत की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं हुई थी, लेकिन यदि ऐसी घटना दोबारा हुई तो अब ऐसा नहीं होगा। जयशंकर ने यहां संवाददाताओं से कहा कि मुंबई में जो हुआ, उसकी पुनरावृत्ति नहीं होनी चाहिए कि यहां आतंकवादी हमला हुआ और कोई प्रतिक्रिया नहीं हुई। उन्होंने कहा कि मुंबई भारत और दुनिया के लिए आतंकवाद-विरोध का प्रतीक है। जयशंकर ने कहा कि जब भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का सदस्य था, तब वह आतंकवाद-निरोधक समिति की अध्यक्षता कर रहा था।
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